पटना मेट्रो के कॉरिडोर दो (पटना जंक्शन से आइएसबीटी) पर भूमिगत निर्माण में तेजी आने के बाद अब सब की निगाहें कॉरिडोर वन (दानापुर से मीठापुर) के भूमिगत खंड पर टिक गयी हैं. कॉरिडोर वन पर रूकनपुरा से पटना जंक्शन तक मेट्रो भूमिगत रहेगी, जिसका काम जापान इंटरनेशनल को-आपरेशन एजेंसी (जाइका) के फंड से होना है. जाइका की मंजूरी मिलने पर ही इसकी टेंडरिंग कर काम शुरू होगा. प्रस्तावित योजना के मुताबिक बेली रोड के उत्तरी छोर पर जमीन के नीचे मेट्रो का रूट होगा, लेकिन इसमें प्रवेश और निकास को लेकर सड़क के दोनों तरफ सुरंग बनायी जायेगी. मेट्रो स्टेशन व ट्रैक का निर्माण जमीन से करीब 25 मीटर नीचे होगा.
पटना जू के पास बनेगा सबसे लंबा अंडरग्राउंड मेट्रो स्टेशन
वहीं मेट्रो का सबसे लंबा अंडरग्राउंड स्टेशन पटना जू के पास बनेगा. यह मेट्रो स्टेशन करीब 355 मीटर लंबा व जमीन से करीब 15 से 20 मीटर नीचे होगा. दो मंजिला बनने वाले इस स्टेशन के पहले तले पर टिकट काउंटर व एस्केलेटर जैसी सुविधाएं उपलब्ध होंगी. वहीं दूसरे तल पर प्लेटफॉर्म का निर्माण किया जाएगा जहां से यात्री मेट्रो ट्रेन पकड़ सकेंगे. एक अनुमान के अनुसार यहां से प्रतिदिन डेढ़ लाख के आसपास यात्री सफर कर सकते हैं. ऐसे में लोगों को परेशानी नहीं हो इसलिए यहां 6 एस्केलेटर और 3 लिफ्ट लगाने की योजना पर काम चल रहा है. यहां भी स्टेशन में प्रवेश करने के लिए सड़क के दोनों तरफ प्रवेश व निकास द्वार बनेंगे.
बिहार म्यूजियम के पास 29 मीटर नीचे से गुजरेगी मेट्रो
दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (डीएमआरसी) के मुताबिक बिहार म्यूजियम के पास पटना मेट्रो थोड़ी अधिक गहरी होगी. पटना म्यूजियम और बिहार म्यूजियम को जोड़ने के लिए बनाये जाने वाले भूमिगत सुरंग की वजह से ऐसा होगा. म्यूजियम को जोड़ने वाली सुरंग जमीन से करीब 15 से 20 मीटर नीचे बनेगी. वहीं, क्रॉसिंग प्वाइंट पर पटना मेट्रो की सुरंग सतह से 29 मीटर नीचे से गुजरेगी. इस जगह म्यूजियम की सुरंग और पटना मेट्रो की सुरंग के बीच लगभग 6.5 मीटर का फासला होगा. डीएमआरसी के मुताबिक तकनीक के बेहतरीन इस्तेमाल से दो संग्रहालयों को जोड़ने वाली अपनी तरह की यह भारत की पहली सुरंग होगी. यहां प्रवेश व निकास भवन में दो तल होंगे और तीन-लेवल का बेसमेंट होगा. भवन में सुरक्षा जांच, सामान लिफ्ट एवं आम जनता के लिए कई सुविधाएं होंगी.
कॉरिडोर वन के एलिवेटेड रूट पर चल रहा काम
अधिकारियों के मुताबिक कॉरिडोर वन के एलिवेटेड रूट यानि दानापुर से रूकनपुरा के बीच पांच स्टेशनों का काम चल रहा है. इस रूट पर पिलर दिखने लगे हैं. डीएमआरसी के अनुसार एलिवेटेड रूट का अभी 15 फीसदी काम पूरा हुआ है. कॉरिडोर वन की मेट्रो दानापुर से रूकनपुरा तक एलिवेटेड आयेगी, जबकि उसके बाद बेली रोड और पटना जंक्शन होते हुए मीठापुर तक अंडरग्राउंड रहेगी. एलिवेटेड में रूकनपुरा, पाटलिपुत्र, आरपीएस मोड़, सगुना मोड़ और दानापुर पांच स्टेशन बनेंगे. वहीं, रूकनपुरा, राजाबाजार, पटना जू, विकास भवन, विद्युत भवन और पटना स्टेशन सहित छह भूमिगत स्टेशन होंगे.
सितंबर 2019 में डीएमआरसी के साथ हुआ था एमओयू
पटना मेट्रो प्रोजेक्ट के लिए दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (डीएमआरसी) के साथ 25 सितंबर 2019 को एमओयू हुआ है. कुल 31.39 किलोमीटर लंबी पटना मेट्रो का दानापुर से मीठापुर का हिस्सा 16.94 किलोमीटर जबकि पटना रेलवे स्टेशन से न्यू आइएसबीटी का हिस्सा 14.45 किलोमीटर लंबा है. दिल्ली मेट्रो इस पूरी परियोजना के कार्यान्वयन के लिए जिम्मेदार है, जिसमें निविदा, सिविल कार्यों के लिए ठेकेदारों का चयन, सिस्टम (सिग्नलिंग, संचार, इएंडएम आदि) रोलिंग स्टॉक, एएफसी, सिविल वर्क सिस्टम सुरक्षा, गुणवत्ता और अन्य शामिल है.
कॉरिडोर 2 में पटना जंक्शन- गांधी मैदान-पाटलिपुत्र आइएसबीटी शामिल
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14.564 किमी लंबे कॉरिडोर 2 में कुल 6.638 किमी एलिवेटेड और 7.926 किमी अंडरग्राउंड होगा.
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पटना जंक्शन – अंडरग्राउंड स्टेशन
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आकाशवाणी- अंडरग्राउंड स्टेशन
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गांधी मैदान- अंडरग्राउंड स्टेशन
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पीएमसीएच- अंडरग्राउंड स्टेशन
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पटना विश्वविद्यालय – अंडरग्राउंड स्टेशन
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मोइनुल हक स्टेडियम – अंडरग्राउंड स्टेशन
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राजेंद्र नगर – अंडरग्राउंड स्टेशन
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मलाही पकड़ी – एलिवेटेड स्टेशन
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खेमनीचक – एलिवेटेड स्टेशन
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भूतनाथ रोड – एलिवेटेड स्टेशन
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जीरो माइल – एलिवेटेड स्टेशन
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पाटलिपुत्र आइएसबीटी – एलिवेटेड स्टेशन
पटना मेट्रो निर्माण से जुड़ी कुछ खास बातें
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सीएम नीतीश कुमार ने 22 सितंबर 2020 को किया था पटना मेट्रो रेल परियोजना का किया था कार्यारंभ
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मेट्रो के माध्यम से पटना के पब्लिक ट्रांसपोर्टेशन को सुगम व बेहतर बनाने के लिए 13365 करोड़ खर्च किए जाएंगे
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कुल खर्च का 20 फीसदी बिहार और 20 फीसदी केंद्र सरकार करेगी खर्च
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निर्माण के लिए जापान इंटरनेशनल कॉरपोरेशन एजेंसी से 60 फीसदी ऋण लिया जाना है
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पटना मेट्रो का 02 कॉरिडोर में तेजी से हो रहा निर्माण
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2025 तक मलाही पकड़ी से पाटलिपुत्र बस टर्मिनल तक दौड़ने लगेगी मेट्रो