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पटना मेट्रो प्रोजेक्ट: इन दो जगहों पर बन रहे इंटरचेंज स्टेशन, बिना बाहर निकले बदल सकेंगे मेट्रो

पटना मेट्रो रेल प्रोजेक्ट के तहत इंटरचेंज मेट्रो स्टेशनों के निर्माण की योजना है. जो वर्तमान बस और रेलवे टर्मिनलों से जुड़े होंगे. इंटरचेंज स्टेशनों पर यात्री मेट्रो की एक लाइन से दूसरी लाइन के लिए आसानी से मेट्रो बदल सकेंगे.

पटना की सूरत बदलने और शहर में यातायात को सुगम करने के लिए पटना मेट्रो प्रोजेक्ट के तहत मेट्रो का निर्माण तेजी से हो रहा है. इसी क्रम में पटना मेट्रो प्रोजेक्ट के तहत दो इंटरचेंज स्टेशन बनाए जा रहे हैं. यह इंटरचेंज स्टेशन शहर के वर्तमान बस और रेलवे टर्मिनलों से जुड़े होंगे. ताकि यात्रियों को बेहतर बाधा रहित सुगम सफ़र की सुविधा मिल सके.

दो कॉरिडोर का हो रहा निर्माण

पटना मेट्रो प्रोजेक्ट के तहत दो कॉरिडोर का निर्माण हो रहा है. इन दोनों कॉरिडोर में एक-एक इंटरचेंज स्टेशन प्रस्तावित है. यह स्टेशन पटना स्टेशन और खेमनी चक इंटरचेंज स्टेशन होंगे, जहां से कॉरिडोर वन और कॉरिडोर टू दोनों के लिए मेट्रो मिल सकेगी. इन इंटरचेंज स्टेशनों में खेमनीचक स्टेशन ज़मीन के ऊपर है जबकि पटना स्टेशन भूमिगत इंटरचेंज स्टेशन है .

पटना जंक्शन स्टेशन पर इन जगहों के लिए बदल सकेंगे मेट्रो

  • दानापुर, सुगना मोड़, बेली रोड की ओर से आने वाले यात्री अगर फ़्रेज़र रोड, गाँधी मैदान, पीएमसीएच, पटना विश्वविद्यालय (पीयू) की ओर जाना चाहेंगे या विपरीत दिशा में जाना चाहेंगे तो ऐसे यात्री पटना स्टेशन पर मेट्रो बदल सकते हैं. वे लाइन एक से लाइन दो के लिए बिना स्टेशन से बाहर निकले मेट्रो बदल सकेंगे.

  • इसी प्रकार, रामकृष्ण नगर, मीठापुर से आने वाले यात्री अगर फ़्रेज़र रोड, गांधी मैदान, पीएमसीएच, पटना विश्वविद्यालय (पीयू) या गुलज़ार बाग़ की ओर जाना चाहेंगे या इसकी विपरीत दिशा में जाना चाहेंगे तो वे भी पटना स्टेशन पर मेट्रो बदल सकते है. वे लाइन एक से लाइन दो के लिए बिना स्टेशन से बाहर निकले मेट्रो बदल सकते हैं .

तीन फ्लोर का होगा पटना स्टेशन मेट्रो

पटना स्टेशन मेट्रो के सबसे लंबे अंडरग्राउंड स्टेशनों में से एक होगा. इसकी कुल लंबाई 345 मीटर और ट्रैक की गहराई जमीनी स्तर से लगभग 23 मीटर होगी. वहीं, पटना स्टेशन तीन तल का होगा. कॉन्कोर्स माइनस एक (-1) तल पर होगा और इसके नीचे दो और तल पर प्लेटफार्म होंगे. कॉरिडोर- दो का प्लेटफॉर्म कॉन्कोर्स के नीचे और कॉरिडोर-एक का प्लेटफॉर्म उसके भी नीचे होगा. यह सभी तल एक दूसरे और भूतल से जुड़े होंगे. सबसे नीचे के प्लेटफॉर्म से दानापुर से मीठापुर के लिए मेट्रो चलेगी.

खेमनीचल स्टेशन पर इन जगहों के लिए बदल सकेंगे मेट्रो

  • आईएसबीटी, जीरो माइल, भूतनाथ की ओर से आने वाले यात्री अगर रामकृष्ण नगर, मीठापुर की ओर जाना चाहेंगे या विपरीत दिशा में जाने वाले यात्री खेमनीचक स्टेशन पर मेट्रो बदल सकते हैं. वे लाइन दो से लाइन एक के लिए बिना स्टेशन से बाहर निकले मेट्रो बदल सकेंगे.

  • इसी प्रकार रामकृष्ण नगर, मीठापुर से आने वाले यात्री अगर पीएमसीएच, पटना विश्वविद्यालय (पीयू) की ओर जाना चाहेंगे या इसकी विपरीत दिशा में जाना चाहेंगे, वे खेमनीचक स्टेशन पर ज़मीन के ऊपर वाले सेक्शन पर मेट्रो बदल सकते हैं.

खेमनीचक स्टेशन होगा एलिवेटेड

खेमनीचक में एलिवेटेड मेट्रो स्टेशन बनाया जाना है, जहां एक ही लेवल पर दोनों प्लेटफार्म होंगे. एक प्लेटफॉर्म से राजेंद्र नगर, अशोक राजपथ, फ्रेजर रोड होते हुए जंक्शन जाने वाली रूट की मेट्रो मिलेगी, वहीं दूसरे प्लेटफॉर्म से पुराना मीठापुर बस स्टैंड, पटना जंक्शन, बेली रोड होते हुए सगुना मोड़ तक जाने वाली मेट्रो पकड़ सकेंगे.

इन इंटरचेंज स्टेशनों पर मिलेंगी ये सुविधाएं

  • पैदल यात्रियों के लिए समुचित पेडेस्ट्रियन सब वे और फुट ओवर ब्रिज की सुविधा

  • समुचित यातायात की सुविधा

  • चिन्हित पार्किंग एवं छोड़ने एवं लेने की सुविधा

  • इंटरमोडल एकीकरण सुविधा

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सितंबर 2019 में डीएमआरसी के साथ हुआ था एमओयू

पटना मेट्रो प्रोजेक्ट के लिए दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (डीएमआरसी) के साथ 25 सितंबर 2019 को एमओयू हुआ है. कुल 31.39 किलोमीटर लंबी पटना मेट्रो का दानापुर से मीठापुर का हिस्सा 16.94 किलोमीटर जबकि पटना रेलवे स्टेशन से न्यू आइएसबीटी का हिस्सा 14.45 किलोमीटर लंबा है. दिल्ली मेट्रो इस पूरी परियोजना के कार्यान्वयन के लिए जिम्मेदार है, जिसमें निविदा, सिविल कार्यों के लिए ठेकेदारों का चयन, सिस्टम (सिग्नलिंग, संचार, इएंडएम आदि) रोलिंग स्टॉक, एएफसी, सिविल वर्क सिस्टम सुरक्षा, गुणवत्ता और अन्य शामिल है. संपूर्ण पटना मेट्रो परियोजना के लिए एकमात्र डिपो पाटलिपुत्र बस टर्मिनल के पास प्रस्तावित है.

पटना मेट्रो प्रोजेक्ट का विवरण

  • मेट्रो स्टेशन के कुल नेटवर्क की लंबाई : 32.50 किमी

  • कुल स्टेशन : 26

  • एलिवेटेड : 13 स्टेशन (13.91 किमी)

  • अंडरग्राउंड : 13 स्टेशन (18.59 किमी)

क्या होता है इंटरचेंज स्टेशन

इंटरचेंज स्टेशन वैसे स्टेशन होते हैं जहां से यात्री बिना स्टेशन से बाहर निकले या बिना कोई अतिरिक्त किराया दिए एक लाइन से दूसरी लाइन में मेट्रो बदल कर यात्रा कर सकते हैं. इन स्टेशनों का निर्माण ऐसी जगहों पर किया जाता है, जहां पब्लिक ट्रांसपोर्ट सिस्टम में से अधिक लाइन गुजरती हो.

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