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पटना नगर निगम के द्वारा चलाया जाएगा नसबंदी कार्यक्रम ! धड़-पकड़ अभियान के तहत की जाएगी सर्जरी,जानें मामला

Bihar news: बिहार की राजधानी पटना में नगर निगम के द्वारा जल्द ही बड़े पैमाने पर नसबंदी कार्यक्रम चलाया जाएगा. यह अभियान शहर में आवारा कुत्तों के आतंक को कम करने के लिए चलाया जाएगा.

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 13, 2022 1:37 AM

Bihar: पटना नगर निगम क्षेत्र में जल्द ही बड़े पैमाने पर नसबंदी अभियान चलाया जाएगा. सड़कों पर पकड़-पकड़ कर सर्जरी किया जाएगा. चौंकिए मत ! दरअसल यह नसबंदी अभियान आवारा कुत्तों के लिए हैं. कुत्तों के आतंक को कम करने के लिए नगर निगम की ओर से कवायद शुरू हो चुकी है. शहर में आवारा कुत्तों की संख्या कम करने के लिए बड़े पैमाने पर नसबंदी अभियान चलाया जाएगा.

निजी एजेंसी को दी जाएगी जिम्मेवारी

शहर में आवारा कुत्तों के आतंक को कम करने के लिए कुत्तों की नसबंदी की जाएगी. जिसकी जिम्मेवारी निजी एजेंसी को दी जाएगी. इसके लिए नगर निगम टेंडर के जरिये एजेंसी का चयन करेगी. जानकारी के मुताबिक टेंडर निकालने की प्रक्रिया भी पूरी कर ली गयी है. इसके साथ की डॉग कैचर वाहन की खरीद के लिए भी टेंडर निकाला जाएगा.

दिसंबर के दूसरे सप्ताह में एजेंसी को सौंपा जाएगा कार्य

अगर सब कुछ ठीक-ठाक रहा तो, दिसंबर के दूसरे सप्ताह तक एजेंसी का चयन कर कार्य सौंप दिया जाएगा. बता दें कि बीते दिनों प्रभात ने शहर में बढ़ रहे आवारा कुत्ते के आतंक को लेकर प्रमुखता से खबर चलायी थी. जिसके बाद नगर निगम ने शहर में आवारा कुत्तों के आतंक को कम करने के लिए प्लान बनाया है.

‘नगर आयुक्त अनिमेष कुमार पराशर ने कहा कि नगर निगम क्षेत्र के लोगों की जान बचाना और उनका सम्मान बनाए रखना, निगम प्रशासन की प्राथमिकता है. निगम क्षेत्र में आवारा कुत्तों की नसबंदी और उन्हें पकड़ने के लिए जल्द ही एजेंसी का चयन किया जाएगा. इसके बाद लोगों को आवारा कुत्तों के आतंक से राहत मिलेगी’

इस तरह काम को दिया जाएगा अंजाम

गौरतलब है कि राजधानी पटना में आवारा कुत्तों की समस्या लगातार बढ़ती जा रही है. आवारा कुत्तों की लगातार बढ़ती आबादी आम जनता के लिए कई मुश्किलें खड़ी कर रहीं हैं. ये आवारा कुत्ते अक्सर लोगों को नुकसान पहुंचाते हैं. नगर निगम की टीम द्वारा अलग-अलग जगहों से आवारा कुत्तों को पकड़ा जाएगा. इसके बाद पशु चिकित्सक द्वारा इन पशुओं की नसबंदी की जाएगी. इसके बाद इन कुत्तों को दोबारा वहीं छोड़ दिया जाता है जहां से उन्हें उठाया गया था.

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