Patna Murder Case: रूपेश हत्याकांड में अब तक का सबसे बड़ा खुलासा, DGP बोले- एयरपोर्ट पार्किंग ठेका विवाद में मर्डर
Patna Murder Case: पटना एयरपोर्ट पर इंडिगो एयरलाइंस के स्टेशन मैनेजर रूपेश कुमार सिंह हत्याकांड (Rupesh Murder Case) मामले में अब तक का सबसे बड़ा खुलासा हुआ है. बिहार के डीजीपी (Bihar DGP) एसके सिंघल (SK Singhal) ने कहा कि रूपेश सिंह की हत्या मामले की जांच में एयरपोर्ट पार्किंग विवाद में हत्या की संभावना है.
Patna Murder Case: पटना एयरपोर्ट पर इंडिगो एयरलाइंस के स्टेशन मैनेजर रूपेश कुमार सिंह हत्याकांड (Rupesh Murder Case) मामले में अब तक का सबसे बड़ा खुलासा हुआ है. बिहार के डीजीपी एसके सिंघल (SK Singhal) ने कहा कि रूपेश सिंह की हत्या मामले की जांच में एयरपोर्ट पार्किंग विवाद में हत्या की संभावना है. इस बात की संभावना है कि टेंडर विवाद के बाद रुपेश के खिलाफ बड़ी साजिश रची गई.
प्राप्त जानकारी के मुताबिक, डीजीपी ने कहा है कि पुलिस के पास अब तक कोई ठोस सबूत तो नहीं है लेकिन हम टेंडर विवाद के मामले को खंगाल रहे हैं. पुलिस बिल्कुल सही दिशा पर काम कर रही है और जल्द ही मामले का हम खुलासा कर पाएंगे. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पूरे घटनाक्रम की जानकारी दे दी गई है और पूरे अनुसंधान की भी जानकारी दे दी गई है. वैसे पुलिस हर बिंदु पर काम कर रही है.
बता दें कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज डीजीपी एसके सिंघल को अपराध के मामले पर और रूपेश हत्याकांड की जांच के बारे में जानकारी लेने के लिए बुलाया था. मुख्यमंत्री से मुलाकात के बाद से निकलते वक्त डीजीपी ने मीडिया से बातचीत में इस बात की संभावना जताई कि रूपेश की हत्या पर विवाद को लेकर हुआ.
मामले का खुलासा करने की तैयारी
रूपेश हत्याकांड मामले में एसआइटी व एसटीएफ समेत लगी कई जांच एजेंसियों की फास्ट ट्रैक जांच के बाद लगभग इस हाइ प्रोफाइल मामले की तह तक पहुंचा जा चुका है. सूत्रों की मानें, तो टीम अब इस मामले का खुलासा करने की तैयारी कर रही है. पुलिस सूत्रों की मानें, तो जांच टीम ने करीब 10 कुख्यात शूटरों को उठा लिया है. पूछताछ में कई राज सामने आये हैं. यह भी जानकारी मिल रही है कि रूपेश के पास से मिले आइपॉड से हत्याकांड से जुड़ी कई बातों के बारे में पता चला है.
सूत्रों की मानें, तो उसे करीब से जानने वाले ने ही उसकी हत्या का कॉन्ट्रैक्ट लिया है. मामले में यह भी बात सामने आ रही है कि यह हत्या में रुपये के लेनदेन का विवाद हो सकता है. यह रुपये टेंडर का हो या फिर किसी और काम का. एसआइटी की जांच में कई लोगों के नाम सामने आये हैं.
मर्डर से पहले कई दिनों से चल रहा था प्लान
पुलिस सूत्रों के अनुसार यह बात सामने आयी है कि जो मर्डर करने वाले हैं और जो कराने वाले हैं, वे सभी कई दिनों से इस वारदात के बारे में प्लान कर रहे थे. अपराधियों को इस बात की पल-पल जानकारी दी जा रही थी कि अभी वह गोवा में वीकेंड पर गये हैं. आज आयेंगे कब कितने बजे ऑफिस जायेंगे? उनके किसी अपने द्वारा अपराधियों को जानकारी मिल रही थी. सूत्रों की मानें, तो अपराधियों को पकड़ने में सबसे अहम भूमिका व्हाट्सएप कॉलिंग व डंप डाटा हो सकता है.
Posted by: Utpal Kant