पटना नगर निगम शहर के सभी व्यवसायिक, आवासीय और सरकारी भवनों के प्रॉपर्टी टैक्स को दोबारा निर्धारित करेगा. नगर निगम के पदाधिकारी और राजस्वकर्ता नये भवनों के साथ पुराने भवनों का भी दोबारा टैक्स निर्धारित करेंगे, जिससे संपत्ति का सही मूल्यांकन हो सके. आम लोगों से उसी मूल्यांकन के आधार पर संपत्ति शुल्क की वसूली की जायेगी. नगर निगम के 500 लोग की टीम एक साथ एक वार्ड का असेसमेंट एक दिन में ही पूरा करेंगे. रोस्टर के मुताबिक, अलग-अलग दिन टीम एक साथ एक वार्ड को कवर करेगी. सभी 75 वार्डों में इस तरह की टीम रिअसेसमेंट के लिए घूमेगी. पटना नगर निगम की तरफ से प्रॉपर्टी टैक्स के साथ डोर टू डोर कचरा कलेक्शन का शुल्क भी लिया जाता है. निगम अब कचरा शुल्क की भी जांच करेगा. नगर आयुक्त अनिमेष परासर ने निर्देश दिया है कि रिअसेसमेंट के बाद वैसे मकान मालिक जिन्होंने गलत जानकारी दी है, उस पर 100% पेनाल्टी लगायी जायेगी. जानकारी बता रहे हैं कि इस बार निगम के द्वारा टैक्स में 10 से 25 प्रतिशत तक की वृद्धि की जा सकती है.
पटना के 63 प्रतिशत घरों में लग गया स्मार्ट प्रीपेड मीटर
प्रदेश के 63% घरों में स्मार्ट मीटर लग चुके हैं. पहले चरण में पूरे प्रदेश में 18.75 लाख स्मार्ट प्रीपेड मीटर का इंस्टॉलेशन होना है. इनमें 11.94 लाख स्मार्ट प्रीपेड मीटर का इंस्टॉलेशन हो चुका है. एसबीपीडीसीएल क्षेत्र में 10.34 लाख स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगने हैं, जिनमें 6.73 लाख स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाये जा चुके हैं, जो 65% है. एनबीपीडीसीएल में 8.40 लाख स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगने हैं, जिनमें 5.20 लाख स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाये जा चुके हैं, जो 62% है. सबसे अधिक तेजी से पटना शहर में स्मार्ट मीटर का इंस्टॉलेशन हो रहा है. रामकृष्णा नगर, बांकीपुर और राजेंद्रनगर वि्द्युत प्रमंडल में स्मार्ट मीटर का इंस्टालेशन अंतिम चरण में है और अगले महीने अंत तक पूरा हो जायेगा. वहीं,आशियाना-दीघा वि्द्युत प्रमंडल में पहले ही पूरा हो चुका है.