पटना. बिहार के हृदय रोगियों के लिए अच्छी खबर है कि इसकी नयी बनी दस मंजिली इमारत अप्रैल से चालू हो सकती है. इसको लेकर ज्यादातर काम पूरे हो चुके हैं. नयी इमारत के चालू होने से यहां 250 बेड बढ़ जायेंगे. फिलहाल यहां 142 बेड कार्यरत हैं.
नयी इमारत के बेड जुड़ने पर आइजीआइसी के पास 392 बेड हो जायेंगे. इसके साथ ही इसके शुरू होने से बिहार के मरीजों को काफी सस्ते में विश्वस्तरीय हृदय रोगों का इलाज मिलने लगेगा.
आइजीआइसी की नयी दस मंजिली इमारत का उद्घाटन आठ अगस्त 2020 को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने किया था. लेकिन इसमें बहुत से काम बचे थे इसके कारण यहां इलाज शुरू नहीं हो पाया था. अब इसके सभी वार्ड में बेड लगा दिये गये हैं.
बिजली और लाइट से जुड़ा काम भी हो चुका है. ओटी भी तैयार है. अब जो मुख्य काम बचा है वह कैथ लैब को स्थापित करना है. प्राप्त सूचना के मुताबिक जो दो नये कैथ लैब बनेंगे उसके लिए उपकरण विदेश से आने थे.
अब ये जरूरी उपकरण विदेश से भारत करीब 15 दिन पहले ही आ चुके हैं. कस्टम क्लीयरेंस मिलने के बाद ये अगले 15 दिनों में आइजीआइसी आ जायेंगे. कैथ लैब का काम पूरा होने के बाद अप्रैल में इसे चालू करने की तैयारी तेजी से चल रही है.
आइजीआइसी की नयी इमारत में दो मॉड्यूलर ओटी होंगे. इससे विश्वस्तरीय सुविधाओं के साथ यहां हार्ट सर्जरी होने लगेगी. ओटी बढ़ने से ऑपरेशन की संख्या भी बढ़ेगी. वहीं इसमें दो आइसीयू भी रहेंगे. आइजीआइसी की इमरजेंसी भी नयी इमारत में शिफ्ट होगी. नयी इमरजेंसी में 35 बेड रहेंगे. यहां भी 11 बेड बढ़ जायेंगे. इसके साथ ही नयी इमारत में 20 से 25 बेड का प्राइवेट वार्ड होगा.