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बहन से छेड़खानी के बाद भाइयों ने की बस एजेंट के साथ मारपीट, चाकूबाजी में एक की मौत, दो घायल

पटना के मीठापुर बस स्टैंड में सोमवार सुबह बहन से छेड़खानी करने से गुस्साये दो युवकों की 42 वर्षीय बस एजेंट मनोज सिंह के साथ जमकर मारपीट हुई. साथ ही आपस में चाकू भी खूब चले. इस दौरान मनोज सिंह के सीने में चाकू लग गयी और मौके पर मौत हो गयी. दोनों युवकों के हाथों पर भी कई जगह चाकू लगी है और वे घायल हो गये हैं.

By Prabhat Khabar News Desk | April 12, 2021 6:13 PM

पटना के मीठापुर बस स्टैंड में सोमवार सुबह बहन से छेड़खानी करने से गुस्साये दो युवकों की 42 वर्षीय बस एजेंट मनोज सिंह के साथ जमकर मारपीट हुई. साथ ही आपस में चाकू भी खूब चले. इस दौरान मनोज सिंह के सीने में चाकू लग गयी और मौके पर मौत हो गयी. दोनों युवकों के हाथों पर भी कई जगह चाकू लगी है और वे घायल हो गये हैं. घटना के बाद भाग रहे दोनों युवकों को लोगों व बसकर्मियों ने पकड़ लिया और पिटाई कर दी. हालांकि, मामले की जानकारी पाकर जक्कनपुर थाने की गश्ती टीम पहुंच गयी और दोनों युवकों को भीड़ से बचाया और थाने पर लायी.

पुलिस ने हत्या के आरोप में दोनों युवकों को गिरफ्तार कर लिया है. पकड़े गये युवकों में सतीश कुमार सिंह और अविनाश कुमार शामिल हैं. दोनों ममेरे-फुफेरे भाई हैं. सतीश मूल रूप से छपरा के कोपा का रहने वाला है जो पटना में किराये के मकान में रह कर बीसीए की पढ़ाई कर रहा है. जबकि, अविनाश मूल रूप से रोहतास के रामपुर थाने के सियामद का रहने वाला है. वह किराये का कमरा लेकर प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहा है. दोनों की उम्र 17-19 वर्ष की है.

गिरफ्तार अविनाश ने पुलिस को बताया कि वह जब मीठापुर बस स्टैंड में सुबह में अपनी बहन के साथ पहुंचा, तो एजेंट मनोज ने छेड़खानी की. इसके बाद वह अपने भाई के साथ जब बहन से छेड़खानी का विरोध करना पहुंचा, तो मनोज सिंह ने मारपीट शुरू कर दी और उन पर चाकू से हमला कर दिया. इसमें उन्हें भी चोट लगी. इसी हाथापाई में चाकू उसे लग गयी. उन लोगों ने चाकू नहीं लाया था और न ही हमला किया था.

इधर, पुलिस को फिलहाल चाकू नहीं मिल पायी है. जक्कनपुर थानाध्यक्ष मुकेश कुमार वर्मा ने बताया कि दोनों युवकों को गिरफ्तार कर लिया गया है और उन्हें जेल भेजा जायेगा. उनके हाथ में भी दो-तीन जगहों पर चाकू से कटने के निशान है. पकड़े गये युवकों ने छेड़खानी करने की जानकारी दी है. चाकू बरामद नहीं किया जा सका है. चाकू किसका था, यह अनुसंधान के बाद ही स्पष्ट हो सकता है. इसके लिए उस इलाके में लगे सीसीटीवी कैमरे के वीडियो फुटेज को खंगाला जा रहा है. इससे पूरी घटना स्पष्ट हो जायेगी. एक सवाल के जवाब में उन्होंने बताया कि मनोज को दोनों युवकों ने चाकू मारी या लड़ाई के दौरान खुद लगी? यह भी जांच के बाद ही पता चल पायेगा.

मृतक मनोज सिंह गया के अतरी का रहने वाला

फिलहाल अविनाश के परिजन बोकारो में रह रहे हैं. मृतक मनोज सिंह मूल रूप से गया के अतरी का रहने वाला था और पटना में मीठापुर बस स्टैंड में अन्नपूर्णा ट्रेवल्स के लिए एजेंट का काम करता था. इसके पिता गौचरण सिंह, उसकी पत्नी व चार बच्चे गया के अतरी में ही रहते हैं. घटना की जानकारी मिलने पर पूरा परिवार पटना पहुंचा, जहां पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराया और सौंप दिया.

मनोज दो भाइयों में छोटा था. बड़ा भाई ओंकार सिंह भी गया जिले में बस में कंडक्टर का काम करते हैं. इस दौरान गौचरण सिंह का कहना था कि उनके बेटे की हत्या साजिश के तहत कर दी गयी है. दोनों लड़के चाकू लेकर साथ में आये थे और उनके बेटे की हत्या कर दी.

Posted By; Utpal kant

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