Video देखिए SSP साहेब, क्या कर रही है आपकी पुलिस, जाम में फंसी है जनता, वसूली में लगे हैं सिपाही जी..
Patna News राजधानी पटना के राजीव नगर चौराहे पर लगने वाले हर दिन के जाम से आम लोग परेशान हो गए हैं. चौक पर जाम नहीं लगे इसके लिए राजीव नगर चौक पर ट्रैफिक पुलिसकर्मी की तैनाती की गई है. लेकिन वे जाम हटाने के बदले किसी और काम में लगे रहते हैं. 26 मार्च की सुबह से यहां पर बहुत बदतर स्थिति थी.
राजेश कुमार ओझा
Patna News राजीव नगर चौराहे पर हर दिन लगने वाले सड़क जाम के कारण यहां से आने जाने वाले लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. हर दिन लगने वाले इस जाम से स्थानीय लोग त्राहिमाम कर रहे हैं. इधर, जाम नहीं लगे इसके लिए यहां पर तैनात पटना पुलिस के जवान किसी और काम में लगे रहते हैं.
राजीव नगर इलाके में जाम में फंसे लोगों का कहना है कि अब तो हम लोगों को इसकी आदत हो गई है. शनिवार की सुबह एक बार इस प्रकार का नजारा देखने को मिला जब अटल पथ के ठीक नीचे चौराहे पर घंटों तक लोग जाम में फंसे रहे. जाम हटाने के लिए वहां तैनात पुलिस दो भागों में बंटकर यहां पर काम करती दिखी. पटना पुलिस की एक टीम जाम हटाने के बदले बिना हलमेट के लोगों को पकड़ कर जाम से बाहर निकाल कर थोड़ी दूर पर खड़ी जिप्सी के पास ले जाकर पहुंचाने का काम करती है. वहीं जिप्सी में बैठे अधिकारी फिर उससे अपना मोलभाव करते हैं.
इधर, जाम में फंसी जनता त्राहिमाम करते रहती है. शनिवार की सुबह में जब हमारी टीम राजीव नगर चौक पर पहुंची तो भयांनक जाम लगा था. वाहनों की लंबी कतार लगी हुई थी. जाम में आयुक्त स्तर के अधिकारी के साथ साथ पुलिस अधिकारी भी फंसे थे. उनके गार्ड अपने साहेब की गाड़ी किसी प्रकार से बाहर निकलवाने में लगे थे. कैमरा देखते जाम हटाने के लिए चौक पर तैनात पुलिसकर्मी भी सक्रिय हो गए और जाम हटाने लगे. थोड़ी देर में ही जाम खत्म हो गया. जब इसके बाद प्रभात खबर की टीम वहां से हटने लगी तो स्थानीय लोगों ने ही बताया कि क्यों यहां पर जाम लगता है.
क्यों लगती है जामस्थानीय लोगों ने बताया कि राजीव नगर चौराहा पुलिस के लिए वसूली का सबसे बड़ा अड्डा बन गया है. इस काम में यहां पर तैनात पुलिस दो भाग में बंटी है. एक लोगों को पकड़ती है और दूसरी उसे दूर ले जाकर छोड़ती है. उन्हें यहां से दूर ले जाकर कैसे छोड़ा जाता है, यह तो जांच का विषय है. लेकिन, यह सच है कि दूर खड़े जिप्सी के पास जाने वाले की चलान नहीं कटती है और पुलिस उन्हें छोड़ भी देती है.