Patna PFI Case: सीतामढ़ी होकर नेपाल भाग सकता है वकार, सीमावर्ती जिलों में पुलिस अलर्ट

नालंदा के महुआ टोला स्थित फुलवारी मस्जिद के इमाम का पीएफआइ से नाम जुड़ने के बाद वह भारत छोड़ने के फिराक में है. आशंका जतायी जा रही कि वह नालंदा से पटना, मुजफ्फरपुर, सीतामढ़ी भिट्ठा मोड़ बॉर्डर के रास्ते नेपाल के रौतहट भाग सकता है.

By Prabhat Khabar News Desk | July 28, 2022 9:58 AM

मुजफ्फरपुर/पटना. नालंदा के महुआ टोला स्थित फुलवारी मस्जिद के इमाम का पीएफआइ से नाम जुड़ने के बाद वह भारत छोड़ने के फिराक में है. आशंका जतायी जा रही कि वह नालंदा से पटना, मुजफ्फरपुर, सीतामढ़ी भिट्ठा मोड़ बॉर्डर के रास्ते नेपाल के रौतहट भाग सकता है. बीते 25 जुलाई से उसका ट्रेस नहीं मिल रहा है. पटना के फुलवारीशरीफ से धराये संदिग्ध अतहर परवेज ने बयान में नालंदा के महुआ टोला स्थित फुलवारी मस्जिद के इमाम मौलाना वकार आलम उर्फ इमाम साहेब पीएफआइ से जुड़े होने का खुलासा किया था. इसके बाद से वह फरार है.

पूर्वी चंपारण और सीतामढ़ी पुलिस अलर्ट

इसे लेकर खुफिया विभाग ने मुजफ्फरपुर के अलावा पूर्वी चंपारण और सीतामढ़ी पुलिस को इस संबंध में अलर्ट किया है. साथ ही उसका मोबाइल नंबर और फोटो भी सौंपा है. ताकि, उसे नेपाल बॉर्डर क्रॉस नहीं करने दिया जा सके. अतहर परवेज ने बयान में पुलिस को बताया था कि वह इमाम के काम के अलावा पीएफआइ और एसडीपीआइ के लोगों को पटना और इसके आसपास में प्रशिक्षण भी दिया करता था.

दो और संदिग्धों को ट्रेस किया

खुफिया विभाग की माने तो मुजफ्फरपुर में पीएफआइ से संपर्क रखने वाले दो और संदिग्धों को ट्रेस किया गया है. एक हैदराबाद में रहता है, वहीं दूसरा भोपाल से इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहा है. दोनों सोशल मीडिया के माध्यम से पीएफआइ के उद्देश्य को फैला रहा है. दोनों मूल रूप से कटरा थाना क्षेत्र के रहने वाले है.

एक गुप्त संगठन तैयार कर रहा था

पटना पीएफआइ की आड़ में देश विरोधी गतिविधियों के आरोप में फुलवारीशरीफ से पकड़े गये अतहर परवेज ने पूछताछ में एसआइटी को बताया था कि वह पीएफआइ के कहने पर सिमी के पूर्व सदस्यों को जोड़कर एक गुप्त संगठन तैयार कर रहा था. इस गुप्त संगठन का मुख्य उद्देश्य इस्लाम पर अगर कोई भी टिप्पणी करता, उस पर हमला करना था. गुप्त संगठन और बाहर रहकर उनके संपर्क में रहने वाले सदस्यों को चेन बनाकर हमला करने का प्रशिक्षण भी दिया जाना था. हालांकि, गुप्त संगठन का असली नाम क्या था, यह बात अभी बाहर नहीं आ सकी है.

खंगाले जा रहे हैं स्लीपर सेल के नेटवर्क

एनआइए की कार्रवाई में देश विरोधी और कट्टरपंथी संगठनों से जुड़े स्लीपर सेल के नेटवर्क के तार भी खंगाले जा रहे हैं. पीएफआइ, गजवा- ए-हिंद और तहरीक-ए-लब्बैक जैसे संगठनों के कई सदस्यों और स्लीपर सेल के सदस्यों की जानकारी इकट्ठा की जा रही है. सूत्रों की मानें, तो सिमी के पूर्व सदस्यों को प्रशिक्षण देने के बाद गुप्त संगठन में ही कुछ ऐसे सदस्यों को जोड़ना था, जो बाहर रहकर इनके मुहिम का हिस्सा बनते.

पूछताछ के दौरान विभिन्न जांच एजेंसियों के अधिकारी थे मौजूद

अतहर परवेज को रिमांड पर लेकर जब पूछताछ हुई, तब विभिन्न जांच एजेंसियों के अधिकारी भी मौजूद थे. फुलवारीशरीफ थाने में पीएफआइ और गजवा-ए-हिंद के खिलाफ दो मामला दर्ज हुए हुए. पीएफआइ की आड़ में देश विरोधी गतिविधियां संचालित करने के मामले में सेवानिवृत्त दारोगा जलालुद्दीन, सिमी का पूर्व सदस्य अतहर परवेज, अरमान मलिक, वकील नुरुद्दीन जंगी को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया.

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