पटना: आठ दिन में चार राज्यों में छापेमारी के बाद, फर्जी नोटरी पर पैसा लेकर शादी कराने वाले 4 गिरफ्तार
पिछले आठ दिनों में पुलिस ने पटना, गुजरात, दिल्ली और जयपुर में छापेमारी कर लड़की को बरामद भी किया और गिरोह के महिला समेत चार सक्रिय सदस्य को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस इस मामले में जल्द ही खुलासा करने वाली है.
पटना. घर से भागी व पीड़ित महिलाओं को झांसा में लेकर दूसरे राज्यों में पैसा पर बेचने वाले गिरोह का पाटलिपुत्र थाने की पुलिस ने भंडाफोड़ किया है. पिछले आठ दिनों में पुलिस ने पटना, गुजरात, दिल्ली और जयपुर में छापेमारी कर लड़की को बरामद भी किया और गिरोह के महिला समेत चार सक्रिय सदस्य को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस इस मामले में जल्द ही खुलासा करने वाली है. सूत्रों के अनुसार गिरफ्तार आरोपितों में पटना का प्रिंस और पप्पु, दिल्ली की उषा और जयपुर के एक राम निवास नाम के एक शख्स को पकड़ लिया है, जिससे गिरोह ने पैसे पर नॉटरी करवा कर शादी करवायी थी. पुलिस ने लड़की को बरामद कर पटना ले आयी है.
मां की डांट से गुस्सा हो युवती चली गयी थी पटना जंक्शन
सूत्र ने बताया कि युवती अपनी मां के साथ पाटलिपुत्र थाना क्षेत्र में रहती थी. इसी दौरान युवती की दोस्त ने उसके नाम से एक फेसबुक आइडी बना दिया. यह देख युवती मां काफी गुस्सा हो गयी और बेटी को जमकर फटकार लगायी. मां की डांट सुन युवती गुस्से में पटना जंक्शन चली गयी. इधर मां ने काफी खोजबीन के बाद पाटलिपुत्र थाने में अपहरण की प्राथमिकी दर्ज करवायी. इसके बाद पुलिस ने छानबीन की तो पता चला कि एक युवक (प्रिंस) युवती से बात कर रहा है.
प्रिंस ने पहले दो दिन अपने साथ पटना में रखा और इसके बाद पटना के रहने वाले अपने साथी पप्पु के साथ युवती को दिल्ली उषा के पास ले गया. प्रिंस ने युवती से कहा कि यह मेरी बहन है. इसके बाद उषा ने युवती के आधार कार्ड पर जन्मतिथि को बढ़ा कर उसे भीलवाड़ा के वकील प्रवीण के द्वारा नोटरी पर जयपुर के फुलेरा थाना क्षेत्र स्थित डोडावडिया निवासी रामनिवास से नॉटरी पर शादी करा दी. इसके एवज में उषा के खाते में करीब तीन लाख रुपये ट्रांसफर किया गया. उषा ने उसमें से पप्पु और प्रिंस को भी हिस्सा दिया.
पटना से गिरफ्तार पप्पु ने खोला राज, इसके बाद हुई छापेमारी
पुलिस ने छानबीन शुरू की और टेक्नीकल टीम की मदद से प्रिंस का नंबर निकाला और पटना स्थित उसके घर पर पहुंच गयी. घर पर प्रिंस नहीं था. इसके बाद पुलिस ने परिवार के सदस्यों से पूछताछ की, जिसकी भनक प्रिंस को लग गया और वह गुजरात निकल गया. पूछताछ के दौरान परिवार वालों ने बताया कि उसका साथी पप्पु है. इसके बाद पुलिस ने पटना से ही पप्पु को उठा लिया. पप्पु ने बताया कि प्रिंस ने युवती को दिल्ली की एक उषा नाम की महिला को बेच दिया है.
इसके बाद पटना पुलिस की टीम दिल्ली रवाना हुई और उषा को गिरफ्तार कर लिया. उषा के बताने के बाद गुजरात से प्रिंस को भी गिरफ्तार कर लिया. सूत्रों ने बताया कि प्रिंस और पप्पु को पुलिस ने दस दिन पहले ही गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. दोनों ने बताया कि एक वकील है, जिसने गुजरात के भिलवाड़ा में नॉटरी पर शादी करवायी है. इसके बाद पुलिस ने जयपुर में छापेमारी की और भिलवाड़ा से युवती को उसी के घर से बरामद कर लिया.