पटना. नेपाली नगर में आवास बोर्ड की जमीन को मुक्त कराये जाने के अभियान में हंगामा करने वालों से प्रशासन सख्ती ने निबट रहा है. रविवार को घटना स्थल से प्रशासन ने दीघा कृषि भूमि आवास बचाओ संघर्ष समिति के अध्यक्ष श्रीनाथ सिंह एवं सचिव सहित 25 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. जिसमें एक महिला भी शामिल है. वहीं पांच वाहनों को भी जब्त किया है.
जिला प्रशासन ने दावा किया है कि प्राप्त सूचना के अनुसार हंगामा करने के लिए बाहर से भी लोगों को बुलाया गया था. गिरफ्तार लोगों के कॉल डिटेल्स एवं वाट्सएप चैट के आधार पर भू- माफियाओं की भी संलिप्तता पाई गयी है. ऐसे में अब कॉल डिटेल्स, वाट्सएप चैट और वीडियो फुटेज के आधार पर हंगामा करने वालों को चिन्ह्रित किया जा रहा है. जांच के बाद इनके विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जायेगी. पटना डीएम डॉ. चंद्रशेखर सिंह एवं एसएसपी मानवजीत सिंह ढिल्लो ने कहा है कि उपद्रवियों से सख्ती से निबटा जायेगा. अतिक्रमण के विरुद्ध ऑपरेशन अभी जारी रहेगा.
जिला प्रशासन के द्वारा सुबह पांच बजे से अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई शुरू की गयी थी. शाम तक प्रशासन ने 40 एकड़ जमीन को अपने कब्जे में ले लिया तथा लगभग 95 (पंचानवे) संरचनाओं को तोड़ दिया. तोड़ी गयी संरचनाओं में अधिकांश चहारदीवारी एवं निर्माणाधीन मकान थे. 75 संरचनाओं को पूरी तरह से एवं 20 संरचनाओं को आंशिक रूप से तोड़ा गया. पांच ऐसे मकान थे जिसमें लोग रह रहे थे, इन्हें खाली करने के लिए 24 घंटे का समय दिया गया है.
प्रशासन की ओर से दावा किया गया है कि अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई शांतिपूर्ण रही कोई, कोई अप्रिय घटना नहीं घटी. इस अभियान के लिए लगभग 500 बल प्रतिनियुक्त किये गये थे. उपद्रवियों से निपटने के लिए पुलिस द्वारा हल्का बल प्रयोग किया गया. पांच राउंड आंसू गैस का प्रयोग किया गया. अभियान के दौरान नगर पुलिस अधीक्षक, मध्य, एक महिला पुलिसकर्मी और एक पुरुष पुलिसकर्मी को हल्की चोटें आयी हैं जिनका प्राथमिक उपचार चल रहा है. प्रशासन की ओर से कहा गया है कि संपूर्ण कार्रवाई में किसी की भी मृत्यु नहीं हुई है. मृत्यु की सूचना को प्रशासन ने अफवाह बताया है.