फुलवारीशरीफ कांड में पटना पुलिस को मिली सफलता, दुराचार का आरोपित गिरफ्तार
पुलिस की जांच में फिलहाल यह बात सामने आयी है कि केवल इसी आरोपित ने घटना को अंजाम दिया था. कोई और इसमें शामिल नहीं था. हालांकि, पुलिस जांच में लगी है और फिलहाल उसके नाम का खुलासा नहीं किया है.
पटना. फुलवारीशरीफ के एक गांव में दो महादलित नाबालिग लड़कियों से दुष्कर्म करने के दौरान एक की हत्या व एक को घायल करने के मामले के आरोपित को पटना पुलिस ने शुक्रवार को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस की जांच में फिलहाल यह बात सामने आयी है कि केवल इसी आरोपित ने घटना को अंजाम दिया था. कोई और इसमें शामिल नहीं था. हालांकि, पुलिस जांच में लगी है और फिलहाल उसके नाम का खुलासा नहीं किया है.
आरोपित के नाम का नहीं हुआ है खुलासा
एसएसपी राजीव कुमार मिश्रा ने बताया कि फुलवारीशरीफ की घटना को अंजाम देने वाले आरोपित को गिरफ्तार कर लिया गया है. इस घटना को केवल एक व्यक्ति ने ही अंजाम दिया है. जांच के बाद उसके नाम की जानकारी दे दी जायेगी. इधर, सूत्रों का कहना है कि पुलिस ने फिलहाल उसके नाम का इसलिए खुलासा नहीं किया है कि इससे दो पक्षों के बीच तनाव गहरा सकता है. आरोपित भी घटनास्थल के अगल-बगल के गांव का ही रहने वाला है.
एक पीड़िता की हो चुकी है मौत
पुलिस ने इस मामले में तीन को हिरासत में लिया था और पूछताछ की जा रही थी. साथ ही एम्स में भर्ती एक पीड़िता ने आरोपित के कद-काठी व रंग की जानकारी पुलिस को दे दी थी. इन सब जानकारी के आधार पर ही गिरफ्तारी की गयी है. विदित हो कि फुलवारीशरीफ इलाके में दुष्कर्म के बाद एक नाबालिग लड़की की हत्या कर दी गयी थी, जबकि दूसरे को गंभीर रूप से घायल कर दिया गया था. दोनों के साथ हुई घटना के बाद हत्या व दुष्कर्म की प्राथमिकी दर्ज कर पुलिस अनुसंधान कर रही है. एसएसपी के निर्देश पर एसआइटी भी बनायी गयी थी.
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बच्ची के परिजनों से मिले पूर्व मंत्री संतोष सुमन
हम (से.) पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व मंत्री डॉ संतोष कुमार सुमन ने शुक्रवार को फुलवारीशरीफ पहुंच दुष्कर्म की शिकार महादलित समाज की बच्ची के परिजनों से मुलाकात की. परिवार को हर मदद देने का भरोसा दिया. उन्होंने एसआइटी जांच व फास्ट ट्रैक कोर्ट में सुनवाई की मांग की. पूर्व मंत्री ने कहा कि बिहार में महादलितों पर अत्याचार लगातार बढ़ रहे हैं. इसके बावजूद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव चुप हैं. कहा कि महादलितों पर अत्याचार का खामियाजा महागठबंधन सरकार को उठाना पड़ेगा. महादलित समाज इसे लेकर काफी आक्रोशित है.