पटना: शार्प शूटर इमरान ने ली थी निलेश मुखिया की हत्या की सुपारी, एक रसूखदार के साथ मिलकर रची गयी थी साजिश

पटना में 31 जुलाई को निलेश मुखिया पर हुए जानलेवा हमले मामले में पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है. निलेश मुखिया की हत्या की साजिश रचने में पटना के एक रसूखदार भी शामिल थे. सुल्तानगंज के कुख्यात इमरान को 10 लाख में सुपारी मिली थी. जानिए हत्या की साजिश कैसे रची गयी..

By Prabhat Khabar News Desk | August 15, 2023 7:14 AM

Patna Crime News: पटना में भाजपा नेता व वार्ड 22 बी की पार्षद सुचित्रा सिंह के पति निलेश मुखिया पर गोलीबारी करने के मामले का खुलासा पुलिस ने कर दिया है. निलेश मुखिया की हत्या की साजिश दीघा के ही रहने वाले पप्पू राय, धप्पू राय और गोरख राय ने रची थी. इस षडयंत्र में दीघा के ही एक रसूखदार का नाम भी सामने आ रहा है. इन चारों ने मिलकर सिटी के सुपारी किलर को हायर किया, जिसने छह साथियों के साथ मिल 31 जुलाई की सुबह निलेश पर जानलेवा कर दिया. यह पूरी प्लानिंग करीब एक महीने से चल रही थी. कौन कहां रहेगा, कहां जायेगा, लाइजनिंग कौन करेगा और गोली कौन चलायेगा. इसकी पूरी तैयारी कर घटना को अंजाम दिया गया था.

एक शूटर और एक लाइनर गिरफ्तार

सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस करके पटना के एसएसपी राजीव मिश्रा ने मामले का खुलासा किया. उन्होंने बताया कि कार सवार निलेश मुखिया को गोलियों से छलनी करने वाले दो शातिरों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है, जिसमें से एक शूटर और एक लाइनर है. शूटर मो राजा खाजेकलां थाना के नून का चौराहा का रहने वाला है. वहीं लाइनर सैय्यद शहनवाज खाजेकलां के सोनार टोली का रहने वाला है. दोनों की निशानदेही पर पुलिस ने घटना में प्रयुक्त लाल रंग की अपाची और काले रंग की पल्सर को नालंदा से बरामद किया है. वहीं घटना में प्रयुक्त दो पिस्टल भी पुलिस ने बरामद कर ली है. दोनों की निशानदेही पर चार मैगजीन और दो मोबाइल फोन भी जब्त किये गये हैं. निलेश मुखिया का इलाज दिल्ली में चल रहा है. फिलहाल उनकी स्थिति गंभीर बनी हुई है. उनकी पत्नी सुचित्रा और उनके परिवार वालों को सुरक्षा मुहैया करा दी गयी है.

सुल्तानगंज के कुख्यात इमरान उर्फ लल्लू को दी गयी थी 10 लाख की सुपारी

साजिशकर्ताओं ने इस घटना को अंजाम देने के लिए सुल्तानगंज के कर्बला दरगाह के रहने वाले कुख्यात शार्प शूटर इमरान उर्फ लल्लू को 10 लाख रुपये की सुपारी दी थी. 30 जुलाई को इमरान और पप्पू राय के बीच करीब आधे घंटे तक वाट्सएप पर बातचीत हुई है. घटना से पहले तीनों भाइयों ने अपना मोबाइल भी बदल लिया था. पप्पू, धप्पू और गोरख तीनों घटना वाले दिन हरिद्वार में थे. एसएसपी ने तीनों भाइयों के अलावा जिस रसूखदार के शामिल होने की बात कही, उसके खिलाफ सबूत जुटाया जा रहा है. घटना में शामिल अन्य शूटर और लाइनर के अलावा साजिशकर्ताओं की पहचान कर ली गयी है. सभी की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है. घटना के बाद सिटी एसपी वैभव शर्मा के नेतृत्व में टीम बनी. इसमें डीएसपी नुरुल हक, पाटलिपुत्र थानेदार एसके शाही, बुद्धा कालोनी थानेदार निहार भूषण, कोतवाली थानेदार संजीत कुमार को शामिल किया गया.

दो टीमों में बंटे थे छह अपराधी, एक दीघा तो एक गोरिया टोली में ठहरा थे

सूत्रों ने बताया कि करीब एक महीने पहले से सभी अपराधी निलेश की रेकी कर रहे थे. शुरू में उसके घर के पास ही हत्या करने की साजिश रची गयी, लेकिन बाद में प्लान चेंज कर कार्यालय के सामने किया गया, ताकि वहां से तुरंत फरार हो सकें. हैरत की बात यह है कि जिस रसूखदार के बारे में एसएसपी ने बताया है उसी के कार से सभी अपराधी रेकी कर रहे थे. सूत्रों की मानें, तो रसूखदार बालू के धंधे से जुड़ा है. निलेश मुखिया और रसूखदार के बीच पहले अच्छे संबंध थे. बीते एक साल से दोनों के बीच दूरी बढ़ी है. वहीं इसके लिए इमरान लल्लू और क्योस खान ने दीघा में ही किराये पर कमरा लिया था, वहीं शेष अपराधी गोरिया टोली में स्टेशन के पास होटल में ठहरे हुए थे. इसका खर्चा पप्पू राय ही उठा रहा था.

छापेमारी के दौरान कूदा अपराधी, पैर टूटा और भाग गये बाकी के शातिर

एसएसपी ने बताया कि घटना को अंजाम देने के बाद सभी सबसे पहले नालंदा गये. भागने के दौरान चारों शूटरों ने शहनवाज के माध्यम से दो पिस्टलों को छिपा दिया. वहीं वहां से शहनवाज अपनी मौसी के यहां मुंगेर चला गया था. वहीं शेष अपराधी कोलकाता भाग गये थे. पुलिस को जैसे ही भनक मिली, टीम कोलकाता पहुंच गयी. वहां ऑस्कर होटल में सभी छिपे थे, जहां पुलिस ने छापेमारी की, तो राजा भागने के दौरान ही पकड़ा गया. वहीं राजा से पहले पुलिस ने मुंगेर में छापेमारी की और शहनवाज भागने के दौरान छत से गिर गया, जिसके कारण उसका पैर टूट गया. शहनवाज की निशानदेही पर मो राजा को कोलकाता से गिरफ्तार कर लिया गया. घटना में सुल्तानगंज का इमरान, उसका भाई क्योस खान, खाजेकलां का मो अरबाज, फुलवारीशरीफ के नगरनौसा का अजहर जिलानी उर्फ छोटू फरार चल रहा है. लाल रंग की अपाची अरवाज चला रहा था और राजा पीछे बैठा था. काले रंग की पल्सर इमरान चला रहा था और उसका भाई क्योस खान पीछे बैठा था. पूछताछ में राजा ने पुलिस को बताया कि उसे इमरान ने गोली मारने के लिए 50 हजार रुपया दिया था.

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