पटना के स्कूल में छुट्टी के बाद शहर के प्राय: सभी मार्गों में जाम की स्थिति हो जा रही है. यातायात को सुगम बनाने के लिए मंगलवार को ट्रैफिक एसपी पूरन झा की अध्यक्षता में तमाम ट्रैफिक डीएसपी व स्कूल के प्रतिनिधियों के साथ बैठक हुई. इसमें यह निर्णय लिया गया कि अगर एक मार्ग में दो-तीन स्कूल पड़ते हैं, तो उनकी छुट्टी के समय में पांच से दस मिनट का अंतराल रखना होगा. इसके साथ ही स्कूल प्रारंभ होने व छुट्टी के समय संबंधित स्कूल के गेट व उससे जुड़े मार्ग में यातायात दबाव वाली जगहों पर पर्याप्त संख्या में सिक्युरिटी गार्ड की तैनाती स्कूल के स्तर पर ही करनी होगी. सबसे परेशानी स्कूल में छुट्टी के समय हो रही है. इसे लेकर स्कूली बसों को रोक-रोक कर कुछ समय के अंतराल के बाद ही उन्हें वहां से निकलने की इजाजत देनी होगी.
बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि ऑटो या निजी वाहनों से स्कूल आने वाले बच्चों के अभिभावकों को पैरेंटस मीटिंग में प्रेरित किया जायेगा कि सुरक्षा के दृष्टिकोण से अपने बच्चे को परिवहन विभाग द्वारा वाहनों में निर्धारित क्षमता के अनुरूप ही बैठाया जाये. इसके अलावा ओेवरलोडिंग को लेकर समय-समय पर अभियान भी चलाने का निर्णय लिया गया.
बैठक में स्कूल प्रशासक द्वारा बताया गया कि मार्ग में निर्माण सामग्री रखी रहती है, जिसके कारण मार्ग में यातायात का दबाव बन जाता है. साथ ही नो इंट्री में भारी वाहनों के परिचालन की भी बातें प्रकाश में आयीं. इन समस्याओं के निराकरण के लिए भी ट्रैफिक एसपी ने आवश्यक दिशा-निर्देश दिया और सभी स्कूल प्रशासन के प्रतिनिधियों को उनके क्षेत्र के पुलिस पदाधिकारियों का मोबाइल नंबर उपलब्ध कराया गया. ताकि समन्वय बने रहे. बैठक में ट्रैफिक एसपी ने सभी स्कूल प्रशासन के प्रतिनिधियों से आग्रह किया कि जब कभी भी स्कूल में कोई इवेंट या पैरेंट्स मीटिंग का आयोजन होता है तो उस समय यातायात नियमों की बेसिक जानकारी भी दी जाये. साथ ही उन्हें वाहन को सड़क पर पार्क करने के तरीके, हेलमेट, सीट बेल्ट आदि लगाने के लिए भी प्रेरित किया जाये. ट्रैफिक एसपी ने जागरूकता अभियान भी चलाने को कहा है.