पटना. पटना विश्वविद्यालय के साइंस कॉलेज के फराडे हॉस्टल में ऑनर्स के प्रथम सत्र के छात्र से रैगिंग हुई रैगिंग मामले में कॉजेल प्रशासन ने सख्त कार्रवाई की है. कॉलेज प्रशासन ने आरोपित सभी नौ छात्रों को निष्कासित कर दिया है, साथ ही उन सभी को तत्काल होस्टल खाली करने का निर्देश दिया है.
बताया जाता है कि रैगिंग की यह घटना 15 फरवरी का है, लेकिन मामला तब सामने आया जब यूजीसी ने इस मामले पर कॉलेज प्रशासन को पत्र लिखकर घटना की जांच कर विस्तृत रिपोर्ट मांगी.
जानकारी के अनुसार पीड़ित छात्र के पिता ने यूजीसी के एंटी रैगिंग सेल में शिकायत दर्ज करायी थी और 9 छात्रों पर रैगिंग करने का आरोप लगाया था. उनकी शिकायत पर संज्ञान लेते हुए यूजीसी ने पटना साइंस कॉलेज से मामले की जांच रिपोर्ट मांगी.
इस संबंध में पीड़ित छात्र के पिता ने बताया कि रैगिंग के बाद उनका बच्चा छात्रावास का कमरा छोड़ कर सीधे अपने घर आरा चला आया. गणित विषय से स्नातक प्रथम सत्र का पीड़ित छात्र ने बताया कि उसे फराडे हॉस्टल का कमरा नंबर 45 एलॉट किया गया था. जहां वह रह रहा था और वहीं पर घटना को अंजाम दिया गया.
छात्र ने आरोप लगाया है कि दूसरे सत्र के सीनियर छात्रों ने उससे डांस करने को कहा और नहीं करने पर उससे अभद्रता की और जब उसने इसका विरोध किया, तो उसके साथ मारपीट की गयी. छात्र ने यह भी आरोप लगाया है कि सीनियर छात्र उसे कमरा छोड़ने को बार-बार कह रहे थे, लेकिन जब उसने कमरा नहीं छोड़ा तो उसके साथ 15 फरवरी की देर रात रैगिंग की गयी.
इस घटना के संबंध में साइंस कॉलेज के प्राचार्य प्रोफेसर एसआर पद्मदेव ने जानकारी दी कि यूजीसी से पत्र प्राप्त होने के बाद उन्होंने भी छात्र के पिता से भी बातचीत की. पीड़ित छात्र से जानकारी प्राप्त कर कार्रवाई की प्रक्रिया चल रही है.
प्राचार्य ने जानकारी दी है कि आरोपित 9 छात्रों को तत्काल प्रभाव से छात्रावास से निष्कासित कर दिया गया है और छात्रावास खाली करने का निर्देश दिया गया है. उन्होंने बताया कि इस पूरे मामले को लेकर एक जांच कमेटी बनायी गयी है.
जांच कमेटी की रिपोर्ट आने के बाद मामले पर सख्त कार्रवाई की जाएगी. कॉलेज कैंपस हो या फिर हॉस्टल कैंपस रैगिंग कहीं भी अपराध है. साइंस कॉलेज का पूरा कैंपस रैगिंग फ्री कैंपस है और इसे रैगिंग फ्री कैंपस बनाए रखना सभी छात्रों की भी जिम्मेदारी है.