Patna Smart City: मल्टी मॉडल हब से बढ़ेगी पटना जंक्शन की खूबसूरती, अंडरग्राउंड रास्ते से पहुंच सकेंगे स्टेशन
पटना जंक्शन के पास मल्टी मॉडल हब को पहले दो मंजिला बनाना था लेकिन अब इसे चार मंजिला करने की मंजूरी पटना स्मार्ट सिटी लिमेटेड द्वारा मंजूरी दे दी गई है. इसके लिए पटना स्मार्ट सिटी द्वारा अतिरिक्त 13 करोड़ रुपये भी जारी कर दिए गए हैं.
पटना स्मार्ट सिटी (पीएससी) परियोजना के तहत जीपीओ गोलंबर के पास बन रहा मल्टी मॉडल हब अब चार मंजिलों का होगा. इसे अंडरग्राउंड रास्ते के जरिए पटना जंक्शन से भी जोड़ा जाएगा. जिसका लगभग 50 फीसदी निर्माण कार्य पूरा हो चुका है. इसके साथ ही पटना जंक्शन के पास बन रहे बेहतरीन मेट्रो स्टेशन और फ्लाईओवर के नीचे बने ग्रीन बेल्ट की वजह से यह पूरा इलाका आकर्षक दिखेगा. मल्टी मॉडल हब को पहले दो मंजिला बनाना था लेकिन अब इसे चार मंजिला करने का निर्णय लिया गया है. इस निर्णय को स्मार्ट सिटी लिमेटेड द्वारा मंजूरी भी दे दी गई है. इस मल्टी मॉडल हब में दो और मंजिल जोड़ने के लिए बैठक में पटना स्मार्ट सिटी द्वारा अतिरिक्त 13 करोड़ रुपये भी जारी कर दिए गए हैं. अब नए बदलाव के बाद इसकी लागत 65 करोड़ से बढ़ कर 78 करोड़ 11 लाख रुपये के करीब हो गयी है.
फूड कोर्ट और कैफेटेरिया की मिलेगी सुविधा
मल्टी मॉडल हब में गाड़ियों की पार्किंग के अलावा वेंडिंग जोन भी बनाया जाएगा. यह जगह स्थानीय फुटपाथी दुकानदारों को मिलेगी. इसके साथ ही यहां नई योजना के तहत फूड कोर्ट और कैफेटेरिया का भी निर्माण किया जाएगा. लोगों को इससे काफी सहूलियत होगी.
100 अतिरिक्त वाहनोंं के लिए होगी पार्किंग कि व्यवस्था
जहां पहले दो मंजिला मल्टी मॉडल हब के भवन में लगभग 150 वाहनों को खड़ा करने कि व्यवस्था होनी थी. वहां अब लगभग 100 और वाहनों के लिए पार्किंग कि व्यवस्था हो जायेगी. यहां ग्राउंड फ्लोर पर बस स्टैंड होगा जहां एक साथ करीब 32 बसें खड़ी की जा सकेगी. यहां से शहर के विभिन्न क्षेत्रों के लिए बसों का परिचालन किया जाएगा. इसके साथ ही यहां कई और सुविधाएं उपलब्ध होगी. इसके साथ ही पीएससी के प्रबंध निदेशक ने ऑटो चालकों को आश्वासन दिया है कि मल्टी मॉडल हब में उनके लिए स्टैंड की सुविधा होगी.
अंडरग्राउंड टनल का 50 फीसदी कार्य पूरा
जानकारी के अनुसार 440 मीटर लंबे सबवे में से करीब 215 मीटर का काम फिनिशिंग को छोड़ कर पूरा किया जा चुका है. 440 मीटर के सबवे में करीब 118 मीटर का हिस्सा बाहर रहेगा. जो कि मल्टी मॉडल हब से शुरु होगा. इसके बाद का हिस्सा आठ मीटर जमीन के नीचे होगा. बाहर के हिस्से में मौजूद 118 मीटर में कंक्रीट को जोड़ने का काम हो चुका है.
आठ मीटर चौड़ा ऑटोमेटिक ट्रेवलेटर भी लगेगा
सब-वे में ऑटोमेटिक ट्रेवलेटर (स्वचलित रैंप) भी लगाया जाना है. यह ऑटोमेटिक ट्रेवलेटर आठ मीटर चौड़ा होगा और इस पर खड़े होकर लोग आना जाना करेंगे. इसके बाद करीब 320 मीटर का रास्ता सीधे जमीन के अंदर बने सुरंग से होते हुए जंक्शन के मुख्य भवन और महावीर मंदिर के दक्षिण की तरफ जायेगा. सुरंग में जाने के लिए एस्कलेटर भी लगाया जायेगा.
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अक्टूबर अंत में शुरू होगा खुदाई का कार्य
अब तक 220 मीटर सुरंग में निर्माण कार्य जारी है. जिसमें से 97 मीटर सुरंग में कंक्रीट का बाक्स भी लगाया जा चुका है. शेष 100 मीटर सुरंग कि खुदाई का काम अक्टूबर के अंत में शुरू किया जायेगा. 440 मीटर के सबवे में प्रवेश और निकासी के लिए कुल तीन द्वार होंगे. पहला द्वार पटना जंक्शन, दूसरा बुद्धा स्मृति पार्किंग के पास और तीसरा द्वार मल्टी मॉडल हब में होगा.
ट्रैफिक की समस्या से लोगों को मिलेगी निजात
पटना जंक्शन से बस स्टैंड तक भूमिगत रास्ता बन जाने के बाद लोग ट्रेवलेटर के माध्यम से यहां पहुंच कर बस पकड़ सकेंगे. इस सुविधा के शुरू होने से महावीर मंदिर और पटना जंक्शन गोलंबर के आस-पास लगने वाले जाम और ट्रैफिक की समस्या से लोगों को निजात मिल सकेगी. अब लोग स्टेशन गोलंबर के पास से बस पकड़ते हैं.