राजधानी पटना में यातायात नियम तोड़ने वालों से ट्रैफिक पुलिस ने एक दिन में 25.26 लाख रुपये वसूले हैं. ट्रैफिक एसपी पूरन झा खुद शुक्रवार को पटना की सड़कों पर ट्रैफिक नियमों को तोड़ने वालों के खिलाफ अभियान चला रहे थे. एसपी ने कहा कि इस प्रकार का अभियान अब प्रतिदिन चलेगा. इधर, पटना शहर की तरह अब पटना आसपास के इलाकों में भी नियम तोड़ने पर गाड़ियों का ऑनलाइन जुर्माना काटा जायेगा. इसके लिए आसपास के इलाकों में 103 कैमरे लगाने की प्रक्रिया शुरू की जा रही है.
पटना के ट्रैफिक एसपी पूरन झा के नेतृत्व में डाकबंगला और पटना जंक्शन गोलंबर पर शुक्रवार को विशेष जांच अभियान चलाया गया. इस अभियान में ट्रैफिक डीएसपी-1 और ट्रैफिक डीएसपी-2 भी उपस्थित थे. अटल पथ गोलंबर पर आइसीसीसी में लगे सीसीटीवी कैमरे से एक दिन में 243 वाहनों को दो लाख 53 हजार रुपये का इ-चालान भेजा गया. वहीं, एचएचडी मशीन व स्मार्ट सिटी सीसीटीवी कैमरे से 1871 वाहनों से 22.73 लाख रुपये जुर्माना वसूला गया. ट्रैफिक एसपी ने बताया कि ट्रैफिक पोस्ट, जीरो माइल, जगनपुरा, मीठापुर, डाकबंगला, पटना जंक्शन, जीपीओ नीचे, गोला रोड, रुकनपुरा, आशियाना मोड़, राजेंद्र नगर पुल पर विशेष चेकिंग अभियान चलाया गया है.
इधर, राजधानी पटना में ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने पर एक ही दिन में लोगों के कई बार ई-चालान कट जा रहे हैं. बाइक-कार चलाने वालों के लिए यह ट्रैफिक नियम व चालान अब परेशानी का सबब बन गए हैं. इन्हीं नियमों के विरोध में शहर के बांस घाट पर कुछ युवकों द्वारा अनोखा प्रदर्शन किया गया. प्रदर्शनकारियों ने यहां अपनी बाइक का दाह संस्कार किया. इस दौरान प्रदर्शन कर रहे लोगों का कहना था कि एक ही नियम उल्लंघन के लिए एक ही दिन में लोगों का कई बार चालान कट रहा है, यह गलत हैं. लोगों को इससे बहुत परेशानी हो रही है.
प्रदर्शन कर रहे लोगों ने कहा कि इस नए ट्रैफिक नियम व ई-चालान से शहर की जनता परेशान है. इस दौरान अपनी बाइक का दाह संस्कार करने वाले सामाजिक कार्यकर्ता कृष्ण कुमार कल्लू ने कहा कि इस तरह के ट्रैफिक नियम गलत हैं और अगर सरकार अपने इस नियम को वापस नहीं लेती तो वो अपनी बाइक के साथ गंगा नदी में कूद कर आत्महत्या कर लेंगे. बता दें कि पटना ट्रैफिक गतिविधियों व यातायात नियमों का उल्लंघन करने वालों के लिए शहर में कई जगह कैमरे लगाए गए हैं. शहर में लगे इन कैमरों की जद से लोग जितनी बार होकर गुजरेंगे, उतनी बार उनका इ-चालान कट सकता है.
वहीं मोटर वीइकल एक्ट में एक बार इ-चालान कटने पर दोबारा इ-चालान काटे जाने से छूट दिये जाने का कोई प्रावधान नहीं है. नए नियम के तहत अगर कोई व्यक्ति यातायात नियम तोड़ते हुए मां लीजिए बिना हेलमेट के सड़क से गुजरता है और कैमरे की नजर में आ जाता है तो उसका 1000 रुपये का चालान कट जाएगा. वहीं अगर कुछ मिनटों या घंटों बाद ही वह किसी और कैमरे में फिर से उसी नियम का उल्लंघन करते हुए दिखता है तो उसका फिर से चालान कट जाएगा. ऐसा उतनी बार होगा जितनी बार आप कैमरे की जद में आएंगे. इसी को लेकर अब पटना में विरोध शुरू हो गया है.
पटना शहर की तरह अब पटना आसपास के इलाकों में भी नियम तोड़ने पर गाड़ियों का ऑनलाइन जुर्माना काटा जायेगा. इसके लिए आसपास के इलाकों में 103 कैमरे लगाने की प्रक्रिया शुरू की जा रही है. इसके तहत रेड लाइट वॉयलेशन डिटेक्शन सिस्टम, स्पीड वॉयलेशन डिटेक्शन सिस्टम और एएनपीआर कैमरे लगाये जायेंगे. इसके बाद सड़कों पर नियमों का पालन नहीं करने पर इ-चालान काटा जायेगा और मैसेज वाहन मालिक के रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर भेजा जायेगा. वहीं, 90 दिनों तक जुर्माना राशि नहीं भरने पर गाड़ी को ब्लैक लिस्टेड कर दिया जायेगा. इसके बाद गाड़ी को बेचना, प्रदूषण प्रमाण पत्र बनाना, इंश्योरेंस कराने पर रोक लग जायेगी.
गौरतलब है कि राज्य में पटना, बिहारशरीफ, भागलपुर और मुजफ्फरपुर में स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट चल रहा है. जहां यातायात नियम का पालन नहीं करने वाले वाहन चालकों पर सख्ती बढ़ा दी गयी है. पटना में अब तक लगभग स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत लगभग 190 से अधिक रेड लाइट वॉयलेशन डिटेक्शन सिस्टम, स्पीड वॉयलेशन डिटेक्शन सिस्टम और एएनपीआर कैमरे लगाये गये है. अब आसपास के इलाकों में भी ऐसी व्यवस्था की जायेगी. परिवहन विभाग के मुताबिक बिना हेलमेट-सीटबेल्ट, ओवर स्पीडिंग, स्टॉप लाइन वॉयलेशन, रॉन्ग साइड ड्राइविंग, ट्रिपल राइडिंग, वाहन चलाते मोबाइल पर बात और ट्रैफिक सिग्नल का उल्लंघन करने वाले चालकों का इ-चालान विशेष रूप से काटा जा रहा है.
पटना स्मार्ट सिटी के कमांड एंड कंट्रोल सेंटर के माध्यम से इ-चालान के लिए यातायात पुलिस की प्रतिनियुक्ति की गयी है. वाहन चालकों द्वारा यातायात उल्लंघन किये जाने पर तत्काल सिस्टम द्वारा वाहन नंबर सहित उल्लंघनकर्ता का फोटो पर उल्लंघन करते हुए उसका लोकेशन कैप्चर हो जाता है. बाद में यातायात के प्रतिनियुक्त पदाधिकारी द्वारा नंबर वेरीफाई किया जाता है.