पटना विश्वविद्यालय (Patna University) में शनिवार से स्नातक में नामांकन के लिए पोर्टल को खोला गया. इस बार विश्वविद्यालय में 12वीं के अंकों के आधार पर रेगुलर व वोकेशनल कोर्स में नामांकन लिया जायेगा. पहले दिन पोर्टल खुलने पर रेगुलर कोर्सेज के लिए कुल 1398 विद्यार्थियों ने आवेदन दिया है. वहीं वोकेशनल कोर्सेज के लिए पहले दिन 198 विद्यार्थियों ने आवेदन दिया. आवेदन के लिए विद्यार्थियों के पांच जून तक पोर्टल खुला रहेगा. आवेदन की प्रकिया पूरी होने के बाद 12वीं के अंकों के आधार पर जारी मेरिट लिस्ट के अनुसार विद्यार्थियों का नामांकन मिलेगा.
सीबीसीएस और नयी शिक्षा नीति के तहत चार वर्षीय स्नातक कोर्स लागू किये जाने के विरोध में छात्र संगठन एआइएसएफ ने शनिवार को कुलाधिपति का पुतला दहन कर विरोध किया. विद्यार्थियों ने पटना यूनिवर्सिटी गेट के पास पहुंच कर चार वर्षीय कोर्स और फीस वृद्धि के खिलाफ नारेबाजी करते हुए विश्वविद्यालय कार्यालय के अंदर जाने का प्रयास किया. इसके बाद विश्वविद्यालय के कर्मियों ने गेट बंद कर दिया. मौके पर पटना जिला के अध्यक्ष अक्षय कुमार ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि चार वर्षीय स्नातक कोर्स को जबर्दस्ती लागू किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि पहले विद्यार्थियों को तीन वर्ष की डिग्री पांच साल में मिल रही थी अब चार वर्ष की डिग्री आठ वर्ष में प्राप्त होगी. वहीं एआइएसएप के कार्यकारी जिला अध्यक्ष तौशिक आलम ने कहा कि नयी शिक्षा नीति छात्र विरोधी है. यह आर्थिक रूप से कमजोर विद्यार्थियों को शिक्षा से बेदखल करने की साजिश है.
मौके पर चार सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल उप-कुलपति प्रोफेसर अजय कुमार सिंह से मिल कर मांग पत्र देकर अविलंब इसे पूरा करने मांग की. इस अवसर पर विश्वविद्यालय के डीन प्रो अनिल कुमार ने कहा कि चार वर्षीय स्नातक कोर्स को राज्य सरकार की ओर से लागू किया गया है. इसमें विश्वविद्यालय के प्रशासन कुछ नहीं कर सकता है. उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय की ओर से सीबीसीएस के तहत जो फीस स्ट्रक्चर तैयार किया गया है उसमें कोई बढ़ोतरी नहीं की गयी है. मौके पर सुशील उमराज, अमन कुमार लाल, आनंद कुमार, विद्यानंद पासवान, आशीष बर्णवाल आदि छात्र मौजूद रहे.