1) प्रभात खबर के संवाद कार्यक्रम में शामिल हुए अध्यक्ष पद के प्रत्याशी
प्रभात खबर के द्वारा पटना विवि के मगध महिला कॉलेज में संवाद का आयोजन किया गया. संवाद कार्यक्रम में सभी छात्र संघ के अध्यक्ष पद के प्रत्याशियों ने अपनी बात रखी और छात्राओं के सवालों के जवाब भी दिए.
2) एडमिशन के साथ शुरू हो जाता है छात्रों का संघर्ष: मानसी झा
मानसी झा ने कहा कि पटना विवि में एडमिशन के साथ छात्रों के संघर्श की शुरू हो जाता है. देश की सबसे पुरानी विवि में प्लेसमेंट सेल ऐक्टिव नहीं है. इससे पढ़ लिखकर भी छात्रों को परेशानी का सामाना करना पड़ता है.
3) कैंपस में अगर सुरक्षा नहीं दे सका तो हो जाऊंगा वापस: दीपांकर प्रकाश
जाप के अध्यक्ष पद उम्मीदवार दीपांकर प्रकाश ने घोषणा की अगर वो कैंपस में छात्राओं को सुरक्षा नहीं दे पाए तो अध्यक्ष पद को जीतने के बाद भी त्याग देंगे. उन्होंने कहा कि अगर जीते तो छात्रों को मेट्रों में दिलाएंगे फ्री यात्रा की सुविधा.
4) मैं पहले वे छात्रा हैं, उसके बाद छात्र नेता: प्रगति राज
ABVP के अध्यक्ष पद की प्रत्याशी प्रगति राज मेहता ने कहा कि वो पहले वे छात्रा हैं, उसके बाद छात्र नेता. उन्होंने कहा कि मगध महिला में स्पोट्स सेकेट्री रहते हुए काफी काम किया. यही कारण है कि आज कॉलेज में स्पोट्स सामग्री की कमी नहीं है.
5) पटना विवि का न अपना जरनल और मैगजीन: आदित्य रंजन
AISA के अध्यक्ष पद के उम्मीदवार आदित्य रंजन ने कहा कि पटना विश्वविद्यालय का अपना शोध पत्र मैगजीन नहीं है. विवि ने फीस बढ़ा दी मगर किसी संघ ने कुछ नहीं किया. हम जीत कर छात्रों के हीत में काम करेंगे.
6) जदयू के आनंद मोहन ने किया वादा, छात्रों के लिए संचालित होगा फ्री बस
छात्र जदयू के नेता आनंद मोहन ने वादा किया कि अगर वो जीते तो पटना विश्वविद्यालय में छात्रों के लिए निशुल्क सेवा संचालित करवाएंगे. इसके साथ ही, समय पर पीएचडी एग्जाम संचालित करने पर जोर रहेगा.
7) जाति और धर्म से उपर उठकर दें वोट: सबा कुतुब
AIMIM की उपाध्यक्ष पद की प्रत्याशी सबा कुतुब ने छात्र-छात्राओं से अपील की है कि जाति धर्म और संप्रदाय से ऊपर उठकर वोट करें. कॉलेज के लिए जो काम करें उन्हें सपोर्ट करें. उन्होंने कहा कि विवि की सभी समस्याओं का एक मात्र समाधान है बेहतर छात्र संघ.
8) NSUI के अध्यक्ष पद प्रत्याशी शाश्वत शेखर ने चलाया जनसंपर्क अभियान
NSUI के अध्यक्ष पद प्रत्याशी शाश्वत शेखर ने पटना विवि के विभिन्न कॉलेजों में जनसंपर्क अभियान चलाया. इस दौरान उन्होंने कहा कि जो लोग केंद्रीय विवि का दर्जा दिलाने का वादा कर रहे हैं वो झूठ बोल रहे हैं. छात्र संघ की शक्तियां सिमित है.