Patna University: मगध महिला कॉलेज में आयोजित प्रभात खबर संवाद में जुटा छात्रों का हुजूम, पूछे तीखे सवाल
Patna University के मगध महिला कॉलेज में प्रभात खबर संवाद का आयोजन किया गया. इस आयोजन में विवि छात्र संघ चुनाव में अध्यक्ष पद के लिए खड़े हुए प्रत्याशी शामिल हुए. प्रत्याशियों ने अपनी बातों को रखा और साथ ही, छात्राओं के सवालों के जवाब भी दिए. इस दौरान कई तीखे प्रश्व पूछे गए.
Patna University के मगध महिला कॉलेज में प्रभात खबर संवाद का आयोजन किया गया. इस आयोजन में विवि छात्र संघ चुनाव में अध्यक्ष पद के लिए खड़े हुए प्रत्याशी शामिल हुए. कार्यक्रम का आयोजन दोपहर दो बजे से किया गया. इसमें बड़ी संख्या में छात्राएं शामिल हुईं. इस दौरान प्रत्याशियों ने अपनी बात रखी. साथ ही, छात्राओं ने भी सभी छात्र संघों के प्रत्याशियों के सामने अपने सवालों और समस्याओं को रखा. कार्यक्रम में मगध महिला कॉलेज की प्राचार्या डॉ नमिता कुमारी का विशेष सहयोग प्राप्त हुआ. वहीं प्रभात खबर के स्थानीय संपादक रजनीश उपाध्याय भी मौके पर मौजूद थे.
केंद्रीय विश्वविद्यालय बनाने का मुद्दा गुंजा
प्रभात खबर के द्वारा आयोजित कार्यक्रम में AISA के अध्यक्ष पद के उम्मीदवार आदित्य रंजन ने कहा कि विवि के पास अपना कोई जरनल नहीं है. अगर पटना विवि को केंद्रीय विवि का दर्जा प्राप्त हो जाए तो इसे फंड की कमी नहीं होगी. साथ ही, शिक्षा और प्रबंधन भी बेहतर होगा. ऐसे में कॉलेज की छात्रा आराध्या मेहता ने पूछा कि पटना विवि को पूर्व का ऑक्सफोर्ड कहा जाता है. केंद्रीय विवि के स्थान पर इसे ही बेहतर करने में क्या परेशानी है. वहीं NSUI के अध्यक्ष पद के उम्मीदवार शाश्वत शेखर ने कहा कि छात्र संघ के अधिकार में ही नहीं है कि वो विवि को केंद्रीय विवि का दर्जा दिला सके. जो ये वादा कर रहे हैं वो असल में लोगों को बेवकूफ बनाने की कोशिश कर रहे हैं. हां, छात्र संघ अपने स्तर से प्रबंधन और सरकार पर दबाव डालने का काम कर सकती है. साथ ही, कॉलेज से सड़क तक अगर मार्च हो तो फर्क पड़ेगा.
छात्राओं की सुरक्षा महत्वपूर्ण मुद्दा
छात्र संघ चुनाव में निर्दलीय प्रत्याशी मानसी झा ने प्रमुखता से कैंपस में महिलाओं की सुरक्षा का मुद्दा उठाया. साथ ही, उन्होंने कहा कि विवि में सत्र समय पर चले और शिक्षा के लिए बेहतर माहौल बने ये मेरी पहली कोशिश होगी. उन्होंने आरोप लगाया कि कॉलेज में एडमिशन के लिए छात्रों को बड़ी परेशानी का सामना करना पड़ता है. छात्रों के एडमिशन के साथ ही, मानसी का संघर्ष शुरू हो जाता है. वहीं, जदयू के अध्यक्ष पद के प्रत्याशी आनंद मोहन ने कहा कि कॉलेज में प्लेसमेंट सबसे बड़ी समस्या है. मैंने पिछले वर्ष अपनी कोशिश से 24 छात्रों को नौकरी पर लगाया. जीता तो सबसे पहले इसे एक्टिव करुंगा.