पटना विश्वविद्यालय शिक्षक संघ (Patna University Teachers Association Election) की नयी कार्यकारिणी का चुनाव सोमवार को संपन्न हो गया है. इसमें प्रो अभय कुमार अध्यक्ष निर्वाचित हुए, जबकि प्रो शिव सागर प्रसाद और डॉ सरोज सिन्हा उपाध्यक्ष, डॉ विभाष रंजन महासचिव और डॉ नम्रता व शेखर कुमार संयुक्त सचिव चुने गये. इसके अलावा ट्रेजर के पद पर मो जियाउल हसन ने जीत हासिल की. अध्यक्ष के पद के लिए प्रो अभय कुमार को 132 और डॉ शशिभूषण राय को 95 वोट मिले.
इसके अलावा उपाध्यक्ष के लिए शिव सागर प्रसाद को 168 और डॉ सरोज सिन्हा को 116 मत प्राप्त हुए, जबकि कुमार सत्येंद्र यादव को 108 व कामेश्वर पंडित को 96 मत प्राप्त हुए. वहीं महासचिव पद के लिए डॉ विभाष रंजन को 139 मत प्राप्त हुए. इसके अलावा प्रो सुहेली मेहता को 87 मत और स्वतंत्र उम्मीदवार अखिलेश कुमार को 42 मत प्राप्त हुए. संयुक्त सचिव पद के लिए शेखर कुमार को 107 और डॉ नम्रता को 111 मत प्राप्त हुए, जबकि डॉ बीरेंद्र कुमार को 100, अमृता को 94 और सुपन प्रसाद सिंह को 79 मत ही मिले. इसके अलावा ट्रेजरर पद के लिए डॉ जियाउल हसन को 115 मत प्राप्त हुए, जबकि दीपनारायण को 110 मत ही मिले.
चुनाव में कुल 273 शिक्षकों ने किया मतदान
पटना विश्वविद्यालय शिक्षक संघ की नयी कार्यकारिणी को चुनने के लिए सोमवार को पटना सायंस कॉलेज के जिम्नेजियम हॉल में पोलिंग बूथ बनाया गया था. सुबह 10 बजे से वोटिंग शुरू हुई. दोपहर साढ़े तीन बजे तक चली वोटिंग में कुल 273 शिक्षकों ने मतदान किया. पांच पदों के लिए कुल 17 शिक्षक मैदान में थे. चुनाव को निष्पक्ष रूप से आयोजित कराने के लिए कुल 15 पोलिंग ऑफिसर और 15 काउंटिंग ऑफिसरों को नियुक्त किया गया था. मालूम हो कि विश्वविद्यालय में अभी कुल 298 शिक्षक कार्यरत हैं.
पटना विश्वविद्यालय शिक्षक संघ (पूटा) की नयी कार्यकारिणी के पांच पदों पर सात शिक्षकों को विजेता घोषित किया गया. इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर गिरीश कुमार चौधरी ने संघ के विजयी सदस्यों को सर्टिफिकेट प्रदान करते हुए उन्हें बधाई दी. मौके पर जीतने वाली नयी कार्यकारिणी के सदस्यों ने सभी शिक्षकों को धन्यवाद देते सभी शिक्षकों की उम्मीदों पर खरा उतने की बात कही. अध्यक्ष पद पर चुने गये प्रोफेसर अभय कुमार ने कहा कि मेनिफेस्टो में किये गये वादे को हर संभव पूरा करने की बात कही. इसके साथ ही प्रोफेसर से वरिष्ठ प्रोफेसर में प्रोन्नति को लेकर भी आवाज उठाने की बात कही. वहीं उपाध्यक्ष पद के लिए चुने गये प्रोफेसर शिवसागर प्रसाद ने कहा कि नयी कार्यकारिणी की ओर से जल्द ही बैठक आयोजित की जायेगी और शिक्षकों के हित में विभिन्न कदम उठाये जायेंगे. वहीं ज्वाइंट सेक्रेटरी के पद पर चुने गय प्रोफेसर शेखर कुमार ने कहा कि सबसे पहले पिछले छह साल से कट रहे एनपीएस को शिक्षकों के अकाउंट में ट्रांसफर करने के लिए विश्वविद्यालय प्रशासन को बाध्य किया जायेगा. इसके साथ ही शिक्षकों के प्रमोशन के लिए भी संघ अपनी अवाज को सरकार तक पहुंचायेगी.
– सभी शिक्षकों को धन्यवाद करता हूं. शिक्षक संघ की कोशिश रहेगी की शिक्षकों के हित से जुड़े तमाम मुद्दे और समस्याओं को हल किया जाये, चाहे वह आवास निर्माण हो या फिर प्रोमोशन की बात हो इन सभी मुद्दे को शिक्षक संघ हल करने की हर संभव कोशिश करेगा- प्रोफेसर अभय कुमार, अध्यक्ष
शिक्षक संघ की नयी कार्यकारिणी की बैठक में शिक्षकों के हित से जुड़े तमाम मुद्दे को हल करने की कोशिश की जायेगी. इसके साथ ही एलकेक्शन मेनिफेस्टों में किये गये वादे को पूरा करने की हर संभव कोशिश होगी- प्रोफेसर शिवसागर प्रसाद, उपाध्यक्ष
हम पर भरोसा जताने के लिए सभी शिक्षकों को धन्यवाद करती हूं. मेरी कोशिश होगी शिक्षकों के हित से जुड़े तमाम मुद्दे पर चर्चा करते हुए उनकी समस्याओं को दूर करूं- डॉ सरोज सिन्हा, उपाध्यक्ष
सबसे पहले हमारी यही कोशिश होगी कि शिक्षकों के पिछले छह साल से कट रहे एनपीएस की राशि को मुहैया कराया जाये. इसके साथ ही शिक्षकों के प्रोमोशन को लेकर भी संघ आवाज बुलंद करेगा– प्रोफेसर विभाष रंजन, जेनरल सेक्रेटरी
– हमारी कोशिश होगी शिक्षकों की मूलभूत सम्याओं को सरकार के सामने लाते हुए उन समस्याओं का हल करें. इसके साथ ही संघ शिक्षकों के सम्मान और अस्मिता के बचाव के लिए सदैव तत्पर रहेगी– प्रोफेसर शेखर कुमार, ज्वाइंट सेक्रेटरी
– नयी कार्यकारिणी की ओर से मेनिफेस्टो में जिन 22 मुद्दे की बात की गयी है उसे पूरा करने की हर संभव कोशिश रहेगी. इसके साथ ही शिक्षकों के हित में आवाज बुलंद करने के लिए संघ हमेशा तैयार रहेगा– डॉ नम्रता, ज्वाइंट सेक्रेटरी
– सबी शिक्षकों को धन्यवाद देता हूं उन्होंने मुझपर भरोसा करते हुए मुझे विजयी बनाया है. हमारी कोशिश होगी शिक्षकों के हित से जुड़े तमाम मुद्दे पर चर्चा की जाये और शिक्षकों को मिलने वाले लाभ में आने वाली रुकावट को दूर किया जाये– मो. जियाउल हसन, ट्रेजर्र