पटना: राजगीर, गया और बोघगया के बाद अब पटना में भी लोगों के घरों में लगे नलों से गंगा की अविरल धारा बहने लगेगी. दरअसल, बीते दिनों सीएम नीतीश कुमार ने बीते 27-28 नवंबर को अति महात्वाकांक्षी ‘गंगाजल आपूर्ति योजना’ का शुभारंभ किया था. राजगीर-बोधगया के बाद 2024 तक पटना को भी गंगा वाटर प्रोजेक्ट से प्लान बनाया गया है. इस योजना के तहत गंगाजल के बेहतर उपयोग से भूगर्भ जल को संरक्षित रखने में मदद मिलेगी.
इसको लेकर जदयू के प्रदेश प्रवक्ता और पूर्व विधान पार्षद प्रो रणवीर नंदन ने कहा कि बिहार जैसे प्रदेश में गंगा नदी को वरदान के रूप में स्थापित करने में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की महती भूमिका रही है. उन्होंने कहा कि प्रदेश में जल स्रोतों का आवंटन बिल्कुल अलग-अलग है. उत्तर बिहार जहां बाढ़ की चपेट में रहता है, वहीं दक्षिण बिहार सुखाड़ से ग्रस्त होता है.
इस स्थिति से निबटने के लिए मुख्यमंत्री ने गंगा नदी के पानी को गया, बोधगया और राजगीर के घरों तक पहुंचाने की योजना बनायी. इन इलाकों के लोगों को सालों भर पीने योग्य पानी की आपूर्ति की जायेगी. उन्होंने कहा कि गंगाजल आपूर्ति की योजना का लोकार्पण हो गया है. राजगीर और बोधगया के बाद अब पटना शहर को भी 2024 तक गंगा वाटर प्रोजेक्ट से जोड़ने की योजना बनायी गयी है. इससे गंगाजल के बेहतर उपयोग से भूगर्भ जल को संरक्षित रखने में मदद मिलेगी.
बता दें कि बिहार की भौगोलिक बनावट ही ऐसी है कि राज्य को हर साल बाढ़ की त्रासदी झेलनी पड़ती है. पटना समेत कई जिले ऐसे हैं जहां गंगा नदी जमकर तबाही मचाती है. लेकिन राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस त्रासदी से निपटने के लिए एक दूरदर्शी योजना बनाई. अब यह योजना साकार हो गयी है. योजना के तहत बीते 27-28 नवंबर को अति महात्वाकांक्षी ‘गंगाजल आपूर्ति योजना’ के पहले फेज का राजगीर, गया और बोधगया में शुभारंभ किया था. अब पटना में साल 2024 तक लोगों के घरों तक गंगा जल पहुंचाने की योजना बनायी गयी है.
बता दें कि गंगा जल आपूर्ति योजना बिहार ही नहीं देश में अपनी तरह की यह पहली योजना है. योजना के तहत बाढ़ के समय चार माह तक बाढ़ के पानी को जल संकट वाले शहरों में ले जाकर वहां इसे बड़े जलाशयों में भंडारित किया जाएगा. जिसके बाद उच्च तकनीक से लैस मशीनों से इस पानी को साफ कर लोगों के घर तक पहुंचाया जाएगा.
Also Read: बिहार के लिए गेम चेंजर साबित होगी गंगा जल आपूर्ति योजना, इन जिले के लोगों को पीने के लिए मिलेगा ‘जल अमृत’बता दें कि बिहार एक साथ बाढ़ और सुखाड़ की स्थिति को देखते हुए सीएम नीतीश कुमार ने इस योजना को शिलान्यास किया था. जल संकट वाले शहरों में पाइप लाइन के जरिये गंगा जल को लाया जाएगा. जहां जल को बड़े जलाशयों में भंडारित कर और शोधित कर पेयजल के रूप में घर-घर पहुंचाया जाएगा. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जिस सपने कि परिकल्पना की थी. वह अब साकार होने जा रही है.