पटना जंक्शन स्थित महावीर मंदिर वर्षों से हिंदू आस्था का केंद्र रहा है और जन जागृति के उद्देश्य से रामनवमी के मौके पर पूरे शहर में लगभग एक लाख पांच हजार छोटे-बड़े झंडे लगाये जायेंगे. साथ ही चंदन नगर, कोलकाता के कलाकार द्वारा डाकबंगला चौराहे की ओर आने वाले सभी प्रमुख मार्गों पर आकर्षक तोरण द्वार बनाये जायेंगे. यह जानकारी गुरुवार को श्री श्री रामनवमी शोभायात्रा अभिनंदन समिति के अध्यक्ष सरदार जगजीवन सिंह और बांकीपुर के विधायक नितिन नवीन ने संयुक्त रूप से एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में दी.
51 सेवा बस्तियों में लगेगा महावीर ध्वज
रामनवमी के संदर्भ में बताया गया कि 22 मार्च को हिंदू नववर्ष के प्रारंभ के मौके पर शहर के अंदर 51 सेवा बस्तियों में महावीर ध्वज लगाया जायेगा. साथ ही साथ उस दिन महावीर मंदिर से श्री राम रथ को रवाना किया जायेगा, जो शहर में जन जागरण का काम करेगा.
इस बार निकलेंगी 51 झांकियां
नितिन नवीन ने बताया कि शहर के विभिन्न मुहल्लों से निकलने वाली मनमोहक और प्रभु श्रीराम के जीवन चरित्र को प्रदर्शित करने वाली प्रेरक झांकियां इस शोभायात्रा की मुख्य आकर्षण होंगी. झांकियों की संख्या इस वर्ष 51 है, जो अब तक की सर्वाधिक संख्या है. रामनवमी शोभायात्रा की शुरुआत वर्ष 2010 में हुई थी. उस वर्ष केवल आठ झांकियां शामिल हुई थीं. इसके अलावा लगभग एक लाख हिंदू नववर्ष कैलेंडर आम जनों के बीच वितरित किये जायेंगे.
51 डमरू बजाने वालों के साथ होगी गंगा आरती
जगजीवन सिंह ने बताया कि श्री रामनवमी के एक दिन पहले 29 मार्च को शाम छह बजे भजन संध्या कार्यक्रम का आयोजन डाकबंगला चौराहे पर किया गया है. इसके अलावा वाराणसी से 51 डमरू बजाने वालों के साथ गंगा आरती की विशेष टीम को भी आमंत्रित किया गया है, जो मां गंगा की आरती की तरह डाकबंगला चौराहे पर वैसी ही अलौकिक आरती का प्रदर्शन करेंगे.
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पूर्व मंत्री नितिन नवीन ने कहा कि कार्यक्रम को विशिष्ट बनाने के लिए हम लगातार प्रयास कर रहे है. भविष्य में रामनवमी शोभायात्रा पूरे देश में पटना को सांस्कृतिक पहचान दिलाने वाला बने, इस दिशा में हम अग्रसर हैं. जगजीवन सिंह ने कहा कि सब अपने घरों में एक राम ध्वज अवश्य लगाएं.