बालू घाटों की बंदोबस्ती में 10 जिले पिछड़े

खान एवं भूतत्व विभाग ने राज्य में बचे हुये बालू घाटों की बंदोबस्ती तेजी से करने का निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिया है. विशेष रूप से राज्य करीब 10 जिले में बालू घाटों की बंदोबस्ती की गति बहुत धीमी पाने पर विभाग ने वहां के खनिज विकास अधिकारियों को इसकी प्रक्रिया में तेजी लाने का निर्देश दिया है.

By Prabhat Khabar News Desk | July 12, 2024 1:08 AM

बालू घाटों की बंदोबस्ती में 10 जिले पिछड़े,, बंदोबस्ती प्रक्रिया तेज करने का निर्देश

– इन जिलों में समस्तीपुर, सुपौल, मधेपुरा, पूर्णिया, मुजफ्फरपुर, वैशाली, बक्सर, मुंगेर, बेगूसराय और खगड़िया शामिल हैं.

संवाददाता, पटना

खान एवं भूतत्व विभाग ने राज्य में बचे हुये बालू घाटों की बंदोबस्ती तेजी से करने का निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिया है. विशेष रूप से राज्य करीब 10 जिले में बालू घाटों की बंदोबस्ती की गति बहुत धीमी पाने पर विभाग ने वहां के खनिज विकास अधिकारियों को इसकी प्रक्रिया में तेजी लाने का निर्देश दिया है. इन जिलों में समस्तीपुर, सुपौल, मधेपुरा, पूर्णिया, मुजफ्फरपुर, वैशाली, बक्सर, मुंगेर, बेगूसराय और खगड़िया शामिल हैं. इन जिलों में बालू घाटों की बंदोबस्ती की गति धीमी है.

सूत्रों के अनुसार राज्य में कुल 891 बालू घाट हैं. इनमें 488 पीला और 403 सफेद बालू के घाट हैं. इसमें से 15 जून से पहले 150 घाटों से बालू निकासी हो रही थी. फिलहाल राज्य में 15 जून से 15 अक्टूबर तक बालू खनन बंद है. इस दौरान बचे बालू घाटों में से प्राथमिकता के आधार पर बंदोबस्ती प्रक्रिया शरू की गयी है. राज्य सरकार का मकसद अधिक से अधिक घाटों से बालू का खनन शुरू करना है. इससे आम लोगों को निर्माण कार्य के लिए कम समय में उचित कीमत पर बालू उपलब्ध हो सकेगा. साथ ही राज्य सरकार को राजस्व में भी बढ़ोतरी हो सकेगी. राज्य सरकार ने पिछले साल की तुलना में इस साल भी अधिक राजस्व वसूली का लक्ष्य तय किया है.

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