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जमीन मिलने का इंतजार कर रहीं छह हजार करोड़ की 10 एनएच परियोजनाएं

राज्य में जमीन अधिग्रहण की परेशानी का सामना 10 एनएच परियोजनाएं कर रही हैं. इन परियोजनाओं की लंबाई करीब 226 किमी और अनुमानित लागत करीब 6400 करोड़ रुपये है.

By Prabhat Khabar News Desk | October 20, 2024 12:06 AM

कृष्ण कुमार, पटना

राज्य में जमीन अधिग्रहण की परेशानी का सामना 10 एनएच परियोजनाएं कर रही हैं. इन परियोजनाओं की लंबाई करीब 226 किमी और अनुमानित लागत करीब 6400 करोड़ रुपये है. इनमें से आठ परियोजनाओं का टेंडर हो चुका है और निर्माण एजेंसी का चयन हो चुका है. इसके बावजूद जमीन नहीं मिलने और फॉरेस्ट क्लीयरेंस नहीं होने से काम शुरू नहीं हुआ है. राज्य सरकार के स्तर पर इन परियोजनाओं के लिए जमीन उपलब्ध करवाने को लेकर कई बैठक हो चुकी है, लेकिन नतीजा सकारात्मक नहीं निकला है. अब इसके लिए राज्य सरकार के स्तर पर विशेष पहल की संभावना जताई जा रही है.

इन एनएच परियोजनाओं में है जमीन अधिग्रहण की समस्या

1. एनएच-131ए, पेव्ड सोल्डर के साथ दो लेन, पश्चिम बंगाल बॉर्डर-अमदाबाद-मनिहारी, लंबाई-23.94 किमी, लागत-353.27 कराेड़ रुपये, इसके लिए निर्माण एजेंसी का चयन हो चुका है, लेकिन जमीन की वजह से एजेंसी को जिम्मेदारी देने की तिथि (अप्वाइंटमेंट डेट) तय नहीं हुई है.

2. एनएच-527बी, पेव्ड सोल्डर सहित फोरलेन, दरभंगा (दिल्ली मोड़) -बनवारी पट्टी, लंबाई 14.95 किमी, लागत-991.88 करोड़, निर्माण एजेंसी का चयन कर 20 सितंबर 2024 को जिम्मेदारी दी गयी, लेकिन जमीन और फॉरेस्ट क्लीयरेंस नहीं होने से निर्माण एजेंसी ने जिम्मेदारी लेने से मना किया.

3. एनएच-120, पेव्ड सोल्डर सहित दो लेन, दाउदनगर बाइपास, नासरीगंज बाइपास और दावथ बाइपास, लंबाई-5.54 किमी, लागत-128.39 करोड़, 12 मार्च 2024 को एग्रीमेंट और बाद में अप्वाइंटमेंट डेट जारी होने के बाद जमीन उपलब्ध नहीं होने से निर्माण एजेंसी ने एग्रीमेंट में शामिल होने से मना किया.

4. एनएच-319ए, फोरलेन, चौसा-बक्सर बाइपास, लंबाई-20.91 किमी, लागत-1060.16 करोड़, निर्माण एजेंसी के चयन और छह मार्च 2024 को एग्रीमेंट के लिये पत्र जारी होने के बाद जमीन नहीं मिलने से काम शुरू नहीं हुआ.

5. एनएच-333ए, पेव्ड सोल्डर सहित दो लेन, कटोरिया, लखपुरा, बांका और पंजवारा बाइपास का निर्माण, लंबाई-14.35 किमी, लागत-479.37 करोड़, निर्माण एजेंसी चयनित, 28 जून 2024 को एग्रीमेंट हुआ, जमीन नहीं मिलने से काम शुरू नहीं हुआ.

6. एनएच-333सी, पेव्ड सोल्डर सहित दो लेन, सरवन-चकाई, लंबाई-15.97 किमी, लागत-110.38 करोड़, निर्माण एजेंसी चयनित, 29 नवंबर 2023 को एग्रीमेंट हुआ, फॉरेस्ट क्लीयरेंस नहीं होने से निर्माण शुरू नहीं हुआ.

7. एनएच-133ई, पेव्ड सोल्डर सहित फोरलेन, भागलपुर-खरहरा गांव (ढाका मोड़), लंबाई-36.6 किमी, लागत-763.72 करोड़, 12 नवंबर 2024 को टेंडर खुलेगा, भागलपुर और बांका जिला में जमीन नहीं मिलने से टेंडर में एजेंसियां शामिल नहीं हो रहीं.

8. एनएच-333ए, पेव्ड सोल्डर सहित दो लेन, शेखपुरा, जमुई और खैरा सहित सिकंदरा बाइपास, लंबाई-13.47 किमी, लागत-353 करोड़, जमीन नहीं मिलने से एक बार निर्माण एजेंसी ने काम शुरू नहीं किया था, अब फिर से टेंडर की प्रक्रिया चल रही है.

9. एनएच-333ए, पेव्ड सोल्डर सहित दो लेन, मांगोबंदर, केंदुआ, टोलेसोनो, झाझा, नरगंजो और भैराेगंज बाइपास निर्माण, लंबाई-41.27 किमी, लागत-746.73 करोड़, टेंडर खुलने की तिथि 12 नवंबर 2024 है, जमीन उपलब्ध नहीं होने से एजेंसियां टेंडर नहीं भर रही हैं.

10. एनएच-227ए, पेव्ड सोल्डर सहित फोरलेन, उत्तर प्रदेश बार्डर के मेहरौना घाट से सीवान में बिहार बॉर्डर तक, लंबाई-40.84 किमी, लागत-1661.25 करोड़ रुपये, निर्माण एजेंसी चयनित, 24 मई 2024 को एग्रीमेंट हो चुका है, जमीन की अनुपलब्धता और फॉरेस्ट क्लीयरेंस नहीं होने से काम शुरू नहीं हुआ.

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