मानव जीवन में पशुधन का विशेष महत्व : मंत्री

फुलवारी शरीफ. बिहार सरकार के पशु एवं मत्स्य संसाधन मंत्री अवधेश कुमार सिंह ने कहा कि हमारे जीवन में पशुधन का विशेष महत्व है. उन्होंने कहा कि हम सभी जीवन में कभी न कभी पशुओं की सेवा लेते हैं. अतः आपदा के समय में उनकी रक्षा करना हमारा दायत्वि है. सोमवार को मंत्री सिंह वेटनरी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 6, 2017 7:16 AM
फुलवारी शरीफ. बिहार सरकार के पशु एवं मत्स्य संसाधन मंत्री अवधेश कुमार सिंह ने कहा कि हमारे जीवन में पशुधन का विशेष महत्व है. उन्होंने कहा कि हम सभी जीवन में कभी न कभी पशुओं की सेवा लेते हैं. अतः आपदा के समय में उनकी रक्षा करना हमारा दायत्वि है.
सोमवार को मंत्री सिंह वेटनरी कॉलेज कैम्पस में बाढ़ सुरक्षा सप्ताह, 2017 के अंतर्गत बिहार राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ ) के पदाधिकारियों एवं जवानों के लिए आपदा के दौरान जानवरों के बचाव एवं प्रबंधन विषय पर एक सप्ताह के प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ करने के बाद कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा की बाढ़ के दौरान लोगों के साथ ही पशुओं को बचाने और पुनर्वासित करने में आपदा प्रबंधन की भूमिका काफी महत्वपूर्ण हो जाती है. ग्रामीण सेक्टर, विशेष कर भूमिहीन, छोटे तथा सीमांत किसानों के घर की आय को बढ़ाने में पशु काफी सहायक होते हैं. राष्ट्र की अर्थव्यवस्था तथा ग्रामीण आबादी के जीवन में भी पशुधन की महत्ता को देखते हुए इस तरह के प्रशिक्षण बेहद जरूरी हैं.
इस प्रशक्षिण कार्यक्रम का आयोजन बिहार राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण, वल्र्ड एनीमल प्रोटेक्शन वॉच तथा बिहार वेटेरिनरी कॉलेज के संयुक्त तत्वावधान में किया गया. प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्घाटन पशु एवं मत्स्य संसाधन मंत्री, बिहार सरकार अवधेश कुमार सिंह ने किया.
इस अवसर पर बिहार राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के उपाध्यक्ष व्यास ने कहा कि एसडीआरएफ को लोगों के साथ-साथ पशुओं का भी बचाव करना होता है. उन्होंने कहा कि बचाव के साथ-साथ एसडीआरएफ को समुदाय को भी प्रशिक्षित करना चाहिए. उन्होंने कहा कि इस प्रशिक्षण से एसडीआरएफ जो सीखेगा उसका उपयोग पूरे देश में होगा. राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के पूर्व सदस्य के एम सिंह ने प्रशिक्षण के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि आपदा प्रबंधन में अभी तक पशुधन के बचाव एवं प्रबंधन को अनदेखा किया जाता रहा है, यहां तक कि आपदा प्रबंधन अधिनियम 2005 में भी आपदाओं में पशुधन के बचाव एवं प्रबंधन के विषय में कोई चर्चा नही हैं. आपदा प्रबंधन के विशेषज्ञ एवं आयुष के महानिदेषक डॉ सतेन्द्र ने कहा कि जानवरों में कुछ विशेष गुण पाये जाते हैं और कई बार उनके व्यवहार से आने वाली आपदाओं की पूर्व सूचना मिल जाती है. एसडीआरएफ के कमांडेंट विनोद कुमार ने एसडीआरएफ के जवानों से अपील किया कि वे इस प्रशिक्षण को पूरी गंभीरता से लें.
बिहार वेटेरिनरी कॉलेज के डीन डॉ सामंत रे ने कहा कि आपदाओं में पशुधन का बहुत नुकसान होता है, और आपदा की परस्थिति में लोग अपने पशु को छोड़ कर नहीं जाते.
बिहार वेटेरिनरी कॉलेज के डॉ पंकज कुमार ने प्रशिक्षण कार्यक्रम के बारे में विस्तार से जानकारी दी. कार्यक्रम का संचालन प्राधिकरण के वरीय सलाहकार अनुज तिवारी ने किया और धन्यवाद ज्ञापन वर्ल्ड एनिमल प्रोटेक्शन के हानसेन थाम्बी प्रेम ने किया. इस अवसर पर बिहार वेटेरिनरी कॉलेज के अनेक अध्यापक एवं छात्र तथा प्राधिकरण के वरीय पदाधिकरी उपस्थित थे.

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