सुशील कुमार मोदी का लालू परिवार पर एक और हमला, राबड़ी को आठ गुना सस्ते में मिली जमीन
पटना : भाजपा नेता व पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने लालू यादव के परिवार पर एक बार फिर जमीन घपले का आरोप लगाया. सुशील मोदी ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस कर लालू यादव व राबड़ी देवी पर निशाना साधा. सुशील कुमार मोदी ने कहा कि सीवान जिले के बड़हेरिया निवासी ललन चौधरी ने राबड़ी देवी […]
पटना : भाजपा नेता व पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने लालू यादव के परिवार पर एक बार फिर जमीन घपले का आरोप लगाया. सुशील मोदी ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस कर लालू यादव व राबड़ी देवी पर निशाना साधा. सुशील कुमार मोदी ने कहा कि सीवान जिले के बड़हेरिया निवासी ललन चौधरी ने राबड़ी देवी को महंगी जमीन मात्र 31 लाख रुपये में दी. उन्होंने कहा कि प्राप्त कागजों के मुताबिक दानदकर्ता ने राबड़ी देवी की सेवा से खुश होकर जमीन देने दी. यह जमीन आठ गुना सस्ती कीमत पर दी गयी है. यह भी कहा गया है कि राबड़ी देवी ने दानकर्ता को आर्थिक मदद दी है. सुशील कुमार मोदीने अपने खुलासे में कहा कि 25 जनवरी 2014 को इस जमीन का सौदा हुआ.
गौरतलब है कि इससे पहले भी सुशील कुमार मोदी, लालू प्रसाद यादव और उनके परिवार पर आरोप लगा चुके हैं.सुशील कुमार मोदी लगातार प्रेस कॉन्फ्रेंस कर लालू प्रसाद यादव पर हमला बोल रहे हैं.सुशील मोदी ने आरोप लगाते हुए कहा कि बिहार सांसद एवं विधान मंडलीय सदस्य सहकारी गृह निर्माण समिति में रेल मंत्री रहते लालू प्रसाद यादवने एक प्लॉटके बावजूद एक और प्लॉट लिखवा लिया जो पूरी तरह से अवैध एवं गैर कानूनी है. उन्होंने कहा कि लालू प्रसादयादवने लाखों की जमीन MLC बनाने के एवज में मात्र 37 हजार रुपये में बादशाह आजाद से लिखवायी. उन्होंने कहा कि लालू प्रसाद यादवका प्लॉट 207, 208, 209, 210, 211 यानी कुल 5 प्लॉट पर कब्जा है. उन्होंने सवाल उठाया कि खुद के रेल मंत्री एवं राबड़ी देवी के मुख्यमंत्री पद का लाभ उठाकर एक और प्लॉट कैसे मात्र 37 हजार में लिखवाया. राबड़ी देवी ने मुख्यमंत्री के प्रभाव का इस्तेमाल कर स्व0 सुधा श्रीवास्तव से प्लॉट नंबर 151 लिखवा लिया और अब्दुल बारी सिद्दीकी से अदला-बदली के नाम पर प्लॉट नंबर 209 लिखवा लिया.
उन्होंने कहा कि लालू के बगल का एक और प्लॉट नंबर 210 सामुदायिक भवन के लिए रखा गया था, उसे भी साधु यादव को बेच दिया गया.प्रेमचंद गुप्ता को एक प्लॉट बिना आवंटन के दे दिया गया. इस प्रकार लालू प्रसाद का आज भी पांच प्लॉट पर व्यवहारिक रूप से कब्जा है. इतना ही नहीं लालू यादव के करीबी जय प्रकाश यादव ने अध्यक्ष पद का दुरुपयोग कर एक प्लॉट 222 अपने नाम करवा लिया. राज्य सरकार की यह जमीन खास महल की जमीन थी, जिसका इस्तेमाल आवास के लिए होना था, लेकिन लालू सहित उनके चाहने वाले उसका बिजनेस के लिए इस्तेमाल कर रहे हैं, जो गलत है.