तीन वार्डों में हंगामा, वार्ड 32 में रिकाउंटिंग

नगर सरकार. फुलवारी का सबसे पहले, निगम के वार्ड 32 का सबसे अंत में आया रिजल्ट पटना : एएन कॉलेज में मतगणना को लेकर सुबह छह बजे से ही अभ्यर्थियों व उनके एजेंटों की चहलकदमी शुरू हो गयी थी. सुबह आठ बजे से कॉलेज परिसर के तीन अलग-अलग भवनों में पटना नगर निगम के 75 […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 10, 2017 7:22 AM
नगर सरकार. फुलवारी का सबसे पहले, निगम के वार्ड 32 का सबसे अंत में आया रिजल्ट
पटना : एएन कॉलेज में मतगणना को लेकर सुबह छह बजे से ही अभ्यर्थियों व उनके एजेंटों की चहलकदमी शुरू हो गयी थी. सुबह आठ बजे से कॉलेज परिसर के तीन अलग-अलग भवनों में पटना नगर निगम के 75 व फुलवारी के 28 वार्डों की मतगणना प्रारंभ हुई. सबसे पहले फुलवारी नगर परिषद के चार वार्डों का परिणाम घोषित हुआ. उसके बाद नगर निगम के वार्ड संख्या नौ का परिणाम आया. शाम करीब चार बजे अंतिम वार्ड के तौर पर नगर निगम के वार्ड 32 व 25 के परिणाम की घोषणा हुई. नगर निगम व फुलवारी नगर परिषद के तमाम अभ्यर्थियों को हाथों-हाथ प्रमाणपत्र के साथ ही 19 जून को होने वाले मेयर-डिप्टी मेयर चुनाव का आमंत्रणपत्र भी सौंपा गया.
वार्ड 25, 32 व 39 के परिणाम को लेकर विवाद : मतगणना के
दौरान तीन वार्डों 25, 32 व 39 के चुनाव परिणाम को लेकर हंगामा हुआ. सबसे पहले वार्ड 32 की अभ्यर्थी उषा देवी ने निर्वाची पदाधिकारी अमरेंद्र कुमार को आवेदन देकर मतगणना में धांधली का आरोप लगाया.
उषा देवी के संबंधी दीपक अग्रवाल का कहना था कि मतगणना के दौरान वार्ड की बूथ संख्या 9, 12, 13, 14 ,15 व 23 की इवीएम से वोटों की गिनती में अनियमितता हुई. इसकी वजह से मात्र छह वोटों से पिंकी यादव को जीत मिल रही है. उनके इस आरोप के बाद निर्वाची पदाधिकारी ने वार्ड 32 के परिणाम पर रोक लगा दी. सबसे अंत में वार्ड 32 की गणना करायी गयी, जिसमें 107 वोट से पिंकी यादव को विजयी घोषित किया गया.
वार्ड 25 में दोबारा चुनाव की मांग पर अड़े प्रत्याशी : वार्ड 25 के कुछ पार्षदों ने मतगणना में गड़बड़ी की बात कही. एक प्रत्याशी अरविंद कुमार सिंह ने ज्ञापन देकर कहा कि उम्मीदवारों की अनुपस्थिति में काउंटिंग की गयी है. वार्ड 25 के सारे उम्मीदवार बाहर उद्घोषणा का इंतजार करते रहे. जब अंदर घुसे तो इवीएम खुली हुई थी और गिनती हो चुकी थी. इवीएम खोलने से पहले किसी भी उम्मीदवार के दस्तखत भी नहीं कराये गये. मामले की शिकायत पर चुनाव आयोग ने रिकाउंटिंग का आदेश दिया. शाम में रिकाउंटिंग को लेकर अधिकारी पहुंचे, बावजूद कोई उम्मीदवार नहीं आया. इस बार उम्मीदवारों ने दोबारा चुनाव कराये जाने की मांग रख दी. इसके बाद अधिकारियों ने रजनीकांत को विजेता घोषित कर दिया.
जानकारी को अधिकारियों के घनघनाते रहे फोन
कॉलेज परिसर में रिजल्ट की जानकारी लेने के लिए दिन भर अधिकारियों व कर्मियों के फोन घनघनाते रहे. दरअसल, मतगणना केंद्र परिसर में सभी अभ्यर्थियों व उनके अभिकर्ताओं को फोन ले जाने की मनाही थी. इस कारण बाहर खड़े लोग अपने परिचित अधिकारी व कर्मियों को फोन कर रिजल्ट की जानकारी लेने का प्रयास कर रहे थे.
पूर्व मेयर ने लगाया धांधली का आरोप
हार की घोषणा के बाद पूर्व मेयर संजय कुमार ने धांधली का आरोप लगाते हुए हंगामा किया. निर्वाची पदाधिकारी के कार्यालय के बाहर धरना दिया. करीब एक घंटा तक चले इस हंगामा के चलते अफरा-तफरी की स्थिति बन गयी, जिसे नियंत्रित करने के लिए पुलिस फोर्स को उतारना पड़ा. संजय कुमार ने आरोप लगाया कि अधिकारियों ने उनके वार्ड के विजयी प्रत्याशी के साथ मिलीभगत कर धांधली की है, इसलिए दोबारा मतगणना करायी जाये. हालांकि अधिकारियों ने उनकी इस मांग काे पूरी तरह से नकार दिया. इनके अलावा हारे हुए कई उम्मीदवार अपने प्राप्त हुए मत की जानकारी को लेकर भी भटकते रहे, जिनको निर्वाची पदाधिकारी ने आयोग की वेबसाइट पर देखने का सुझाव देते हुए लौटा दिया.

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