फ्लोराइड ग्रस्त टोलों में पहुंचेगा स्वच्छ पानी
पटना: राज्य के ग्रामीण क्षेत्रों में फ्लोराइड व आर्सेनिक ग्रस्त इलाके में चार हजार टोलों में स्वच्छ पानी पहुंचाने की योजना पर तेजी से अमल हो रहा है. पीएचइडी इसके लिए डीपीआर तैयार करने में जुट गया है. सरकार के सात निश्चयों में शामिल हर घर नल का जल योजना में 2020 तक फ्लोराइड, आयरन […]
दूषित पानी पीने से चेहरे पर दाग, हथेली का चमड़ा उड़ना, दांत काला होना, पाचन क्रिया में गड़बड़ी आदि की शिकायत होती है. लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग इन इलाके में सर्वे करा कर डीपीआर तैयार कराने पर जोर दे रही है. ताकि हर घर नल से स्वच्छ पानी पहुंचाने की प्रक्रिया पर काम हो सके. राज्य में 11 जिले रोहतास, कैमूर, औरंगाबाद, गया, नवादा, नालंदा, मुंगेर, शेखपुरा, जमुई, बांका व भागलपुर फ्लोराइड ग्रस्त व 13 जिले बक्सर, भोजपुर, पटना, वैशाली, सारण, समस्तीपुर, दरभंगा, भागलपुर, मुंगेर, लखीसराय, बेगूसराय, खगड़िया व कटिहार आर्सेनिक ग्रस्त है. फ्लोराइड व आर्सेनिक प्रभावित इलाके में ट्रीटमेंट प्लांट लगा कर पानी को शुद्ध कर नल से घरों में पानी पहुंचाने की व्यवस्था होगी. पाइप से घरों में नल से पानी पहुंचाने में लगभग एक साल समय लगता है.