प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सह शिक्षा मंत्री डॉ अशोक चौधरी ने सुरक्षा हटाये जाने पर कहा कि सुरक्षा को लेकर राजनीति नहीं होनी चाहिए. ऐसा कैसे हो सकता है कि बीजेपी नेताओं को खतरा है और दूसरे राजनीतिक व्यक्तियों को नहीं है. उन्होंने कहा कि सुरक्षा को लेकर केंद्र सरकार ने पारदर्शिता नहीं बरती है. वे केंद्रीय गृहमंत्री को पत्र लिखेंगे. देखना सुरक्षा एजेंसियों का काम है. ज्ञात हो कि डॉ अशोक चौधरी के साथ ही जन अधिकार पार्टी के संरक्षक पप्पू यादव को वाइ श्रेणी की सुरक्षा हटा ली गयी, लेकिन जब उन्होंने इस मामले में गृहमंत्री राजनाथ सिंह से बात की तो उनकी सुरक्षा बरकरार रखने का आश्वासन दिया गया है.
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सचिव रंजीत कुमार झा ने मोदी सरकार द्वारा प्रदेश अध्यक्ष सह शिक्षा मंत्री डॉ अशोक चौधरी की सुरक्षा वापस लेने के निर्णय को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है. उन्होंने कहा कि उनका संसदीय क्षेत्र व पैतृक घर नक्सल प्रभावित क्षेत्र में है. इन सब कारणों से उन्हें बहुत पहले केंद्र सरकार द्वारा सुरक्षा प्रदान की गयी थी. प्रदेश प्रवक्ता राजेश राठौर, विनोद कुमार सिंह यादव ने इसे दुर्भावना से प्रेरित बताया. उन्होंने कहा कि मोदी सरकार विपक्ष के नेताओं को साजिश के तहत परेशान कर रही है.