पटना : राष्ट्रपति चुनाव के उम्मीदवार के रूप में बिहार के राज्यपाल रामनाथ कोविंद का नाम सामने आने के बाद समर्थन को लेकर सियासत शुरू हो गयी है. एक तरफ जहां बिहार में महागठबंधन में शामिल कांग्रेस और राजद की ओर से अभी तक खुलकर कोई प्रतिक्रिया नहीं आयी है, वहीं दूसरी ओर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रामनाथ कोविंद से मुलाकात कर अपनी मंशा जाहिर कर दी है. आज इसी क्रम में नीतीश कुमार ने जदयू के कार्यकर्ताओं और नेताओं के साथ अपने आवास पर मुलाकात की. हालांकि, बताया जा रहा है कि नीतीश कुमार 21 तारीख यानी बुधवार को पार्टी नेताओं के साथ सलाह मशविरा करेंगे. पार्टी सूत्रों की मानें तो जदयू रामनाथ कोविंद को समर्थन कर सकता है.
जदयू नेता श्याम रजक ने मीडिया को बताया है कि नीतीश कुमार ने हमेशा राजनीति में देशहित को सर्वोपरि रखा है. वहीं मंगलवार को केसी त्यागी ने कहा था कि रामनाथ कोविंद से बिहार सरकार का किसी मसले को लेकर कोई विवाद नहीं रहा है. राजनीतिक जानकार कयास लगा रहे हैं कि जदयू की ओर से रामनाथ कोविंद की उम्मीदवारी को समर्थन दिया जा सकता है. श्याम रजक ने यहां तक कहा कि बिहार में जो व्यक्ति राज्यपाल है, वह देश का राष्ट्रपति बनेगा, यह देश के लिए गौरव की बात होगी.
हालांकि नीतीश कुमार ने इस पूरे मामले पर मीडिया को यह कहा है कि अभी समर्थन देने की बात कहना बहुत जल्दबाजी होगी. उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति चुनाव के मामले में उनका रास्ता साफ खुला है. नीतीश कुमार ने इसी संबंध में जदयू के बड़े नेताओं की एक बैठक बुधवार को बुलायी है. उन्होंने कहा कि इस बैठक में समर्थन के मुद्दे पर विचार किया जायेगा. ज्ञात हो कि महागठबंधन में शामिल दल राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने समर्थन को लेकर कोई बात अभी तक नहीं कही है. उधर, इसी बात को लेकर एनडीए में भी बैठकों का दौर जारी है.