कैदी वार्ड से जेल भेजा गया सुनील

पीएमसीएच. पांच माह बाद ठीक हुई बीमारी, अब भी कई भरती बच्चा राय, कुंदन सिंह, सुबोध अब भी इलाजरत पटना : लोजपा नेता बृजनाथी सिंह हत्याकांड के मुख्य आरोपित सुनील राय काे इलाज के बाद वापस बेऊर जेल भेज दिया गया. हालांकि अभी भी कई माह से कुंदन सिंह, सुनील राय का भाई सुबोध राय, […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 21, 2017 9:39 AM
पीएमसीएच. पांच माह बाद ठीक हुई बीमारी, अब भी कई भरती
बच्चा राय, कुंदन सिंह, सुबोध अब भी इलाजरत
पटना : लोजपा नेता बृजनाथी सिंह हत्याकांड के मुख्य आरोपित सुनील राय काे इलाज के बाद वापस बेऊर जेल भेज दिया गया. हालांकि अभी भी कई माह से कुंदन सिंह, सुनील राय का भाई सुबोध राय, बिहार टॉपर घोटाले का आरोपित बच्चा राय वहां इलाज करा रहे हैं. किसी को आंख में शिकायत थी, तो किसी को दर्द की शिकायत की थी.
सुनील को काफी दिनों पहले पैर में गोली लगी थी. जांघ में सूजन की शिकायत हाेने के बाद इलाज के लिए 23 दिसंबर, 2016 को पीएमसीएच के कैदी वार्ड में भेजा गया था. बेऊर जेल प्रशासन की ओर से 30 दिसंबर, 2016 व 06 जनवरी, 2017 को दो पत्र भेजे गये. इसके बाद भी लगातार कई बार पत्र भेजे गये, इसके बावजूद सुनील राय को वापस नहीं भेजा गया था. कई बार पत्राचार के बाद सुनील राय को अंतत: बेऊर जेल वापस भेज दिया गया. सूत्रों के अनुसार इसी प्रकार कुख्यात कुंदन सिंह की आंख में समस्या होने व इसके इलाज के कारण उसे 29 दिसंबर, 2016 को बेऊर जेल से पीएमसीएच लाया गया था. वह अब भी पीएमसीएच के कैदी वार्ड में ही इलाजरत है.
सुनील राय का भाई व बृजनाथी सिंह का भाई सुबोध राय भी कई दिनों से पीएमसीएच के कैदी वार्ड में इलाजरत है. बिहार टॉपर घोटाले का आरोपित बच्चा राय भी पीएमसीएच के कैदी वार्ड में 24 अप्रैल से इलाजरत है. बेऊर जेल अधीक्षक रूपक कुमार ने बताया कि सुनील राय को पीएमसीएच कैदी वार्ड से वापस बेऊर जेल भेज दिया गया है. उन्होंने कहा कि फिलहाल मेडिकल बोर्ड की प्रति उन्हें नहीं मिली है, जबकि उक्त प्रति की मांग तीन सप्ताह पूर्व ही की गयी थी.
पीएमसीएच ने नहीं भेजी मेडिकल बोर्ड की प्रति : सूत्रों के अनुसार आमतौर पर एक सप्ताह से अधिक समय तक किसी बंदी का इलाज होता है, तो फिर मेडिकल बोर्ड उसकी अवधि बढ़ाने पर आवश्यक निर्णय लेता है. बेऊर जेल प्रशासन द्वारा पीएमसीएच प्रशासन से हर सप्ताह पत्राचार किया जा रहा है, लेकिन अब उक्त पत्र में मेडिकल बोर्ड की प्रति भी मांगी जा रही है. सूत्रों का कहना है कि पत्र भेजने के बाद भी मेडिकल बोर्ड की प्रति उन्हें प्राप्त नहीं हुई.

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