DIVIDED POLITICS : कोविंद के नाम पर महागठबंधन में फूट, जदयू की सहमति के संकेत, राजद-कांग्रेस 22 को लेंगे फैसला
पटना : बिहार में राष्ट्रपति उम्मीदवार रामनाथ कोविंद केनाम को लेकर सहमति पर चर्चा जारी है. इसी क्रम में जदयू की ओर से कुछ सकारात्मक संकेत मिलने के बाद सियासत तेज हो गयी है. एक क्षेत्रीय चैनल से बातचीत में जदयू के विधायक रत्नेश सदा ने कहा कि उनसे मुलाकात के दौरान सीएम नीतीश ने […]
पटना : बिहार में राष्ट्रपति उम्मीदवार रामनाथ कोविंद केनाम को लेकर सहमति पर चर्चा जारी है. इसी क्रम में जदयू की ओर से कुछ सकारात्मक संकेत मिलने के बाद सियासत तेज हो गयी है. एक क्षेत्रीय चैनल से बातचीत में जदयू के विधायक रत्नेश सदा ने कहा कि उनसे मुलाकात के दौरान सीएम नीतीश ने कहा कि पहली बार बिहार के राज्यपाल सीधे राष्ट्रपति बन रहे हैं, रामनाथ कोविंद अच्छे व्यक्ति हैं, हमलोगों को समर्थन करना चाहिए. रत्नेश सदा के इस बयान के बाहर आते ही, यह कयास शुरू हो गया है कि विपक्ष के राष्ट्रपति चुनाव को लेकर चलायी जा रही मुहिम को झटका लग सकता है.
बुधवार को राजधानी पटना में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा बड़े नेताओं के साथ होरही बैठक और विधायक रत्नेश सदा का बाहर आकर इस तरह के बयान देने के बाद इस बात की चर्चा तेज हो गयी है कि रामनाथ कोविंद को जदयू का समर्थन मिलेगा. ज्ञात हो कि आज मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सभी जदयू के विधायकों से अलग-अलग राय ले रहे हैं. इसी दौरान मुलाकात के बाद बाहर निकले रत्नेश सदा को मीडिया ने पूछताछ के लिए रोका. मीडिया से बातचीत में रत्नेश सदा ने साफ रामनाथ कोविंद को समर्थन करने की बात कही.
वैसे भी पूर्व में रामनाथ कोविंद के उम्मीदवार घोषित होते ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जाकर उनसे मुलाकात की और बधाई दी. जदयू ने रामनाथ कोविंद को बेहतर और अच्छा उम्मीदवार बताया. वहीं जदयू के वरिष्ठ नेता केसी त्यागी ने गुलाम नबी के उस बयान का जवाब देते हुए कहा है कि जिसमें आजाद ने कोविंद को घोर भाजपाई बताते हुए समर्थन की गुंजाइश ना होने की बात कही थी. केसी त्यागी ने आज दोबारा मीडिया से बातचीत में कहा कि सहयोगी दलों की हर बात पर हम सहमत हों यह जरूरी नहीं.
वहीं दूसरी ओर बिहार राजद और कांग्रेस की ओर से 22 जून यानी कल होने वाली बैठक में फैसला लेने की बात कही जा रही है. मीडिया से बातचीत में राजद के प्रवक्ता मनोज झा ने लगातार कहा है कि इस मामले पर ऑल पार्टी मीटिंग में ही मामले को सुलझाया जायेगा.
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