दवाओं के रखरखाव से स्वास्थ्य विभाग नाराज
पटना : राज्य के मेडिकल कॉलेज अस्पतालों में दवाओं के खराब रख-रखाव को लेकर निदेशक प्रमुख (प्रशासन) डॉ आजाद हिंद प्रसाद ने शुक्रवार को रिपोर्ट मांगी है. मेडिकल कॉलेजों द्वारा दवाओं को लेकर भेजी गयी रिपोर्ट पर उन्होंने नाराजगी जतायी और फिर से नये फॉर्मेट में रिपोर्ट की मांग की है. दवाओं की खराब रखरखाव […]
पटना : राज्य के मेडिकल कॉलेज अस्पतालों में दवाओं के खराब रख-रखाव को लेकर निदेशक प्रमुख (प्रशासन) डॉ आजाद हिंद प्रसाद ने शुक्रवार को रिपोर्ट मांगी है. मेडिकल कॉलेजों द्वारा दवाओं को लेकर भेजी गयी रिपोर्ट पर उन्होंने नाराजगी जतायी और फिर से नये फॉर्मेट में रिपोर्ट की मांग की है.
दवाओं की खराब रखरखाव को लेकर पटना हाइकोर्ट में लोकहित याचिका दायर की गयी है. निदेशक प्रमुख डॉ प्रसाद ने मेडिकल कॉलेजों के प्रिंसिपल व सुप्रीटेंडेटों के साथ बैठक कर नाराजगी जाहिर की है. अब उनसे यह पूछा गया है कि मेडिकल कॉलेजों में दवाओं के रखरखाव की क्या व्यवस्था है. दवाओं का भौतिक सत्यापन होता है या नहीं. अगर भौतिक सत्यापन होता है तो कब-कब होता है.
इसकी रिपोर्ट, जो भौतिक सत्यापन नहीं कराते उसकी वजह क्या है, ड्रग स्टोर में दवाएं एक्सपायर होती है तो क्यों, एक्सपायर होने के बाद दवाओं का क्या होता है. इसके साथ ही राज्य औषधि निरीक्षक को भी फटकार लगी कि क्या ड्रग इंस्पेक्टरों को निरीक्षण करने के बाद सिर्फ रिपोर्ट देने की जिम्मेवारी है. अगर दवाओं का सही भंडारण नहीं होता तो ड्रग इंस्पेक्टर इसे नियमित रूप से ठीक क्यों नहीं कराते. इन सभी विंदुओं पर रिपोर्ट की मांग की गयी है.