सुशील मोदी ने कहा, किस विचारधारा के तहत लालू ने बनायी करोड़ों की संपत्ति
पटना. भाजपा के वरिष्ठ नेता व पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा है कि राष्ट्रपति चुनाव को विचारधारा की लड़ाई कहने वाले लोग बताएं कि सत्ता का दुरुपयोग कर घोटाले करना और काम के बदले लोगों की करोड़ों की जमीन लिखवा कर बेनामी संपत्ति बनाना कौन-सी विचारधारा है. लालू प्रसाद किस सिद्धांत के तहत […]
लोहिया-जेपी का नाम लेने वाले लोगों ने गैर-कांग्रेसवाद को भूल कर सोनिया गांधी से क्यों हाथ मिला लिया. मोदी ने कहा है कि उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव को राजनीति में आये अभी जुमा-जुमा चार रोज हुआ है और वे गठबंधन के नेता तथा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बयान पर बेतुकी टिप्पणी कर उनका अपमान कर रहे हैं. वे विधायक बनने के बाद पहली बार राष्ट्रपति का चुनाव देख रहे हैं, इसलिए उन्हें पता नहीं है कि इसमें जीत-हार कैसे तय होती है. राष्ट्रपति चुनाव क्रिकेट की तरह अनिश्चित हार-जीत का खेल नहीं है.
मोदी ने कहा कि जब एनडीए प्रत्याशी रामनाथ कोविंद के समर्थन में 28 दल, 20 मुख्यमंत्री और 65 प्रतिशत निश्चित मत सामने है, तब लालू प्रसाद कांग्रेस की गोद में बैठकर बिहार की बेटी मीरा कुमार का अपमान कराने पर उतारू क्यों हैं. कांग्रेस ने बाबू जगजीवन राम को भी अपमानित किया था, इसलिए वे जेपी के साथ आ गये थे. माल, मिट्टी और 1000 करोड़ के बेनामी संपत्ति मामले में फंसे लालू परिवार के लोग संतुलन खो चुके हैं. स्वास्थ्य मंत्री तेज प्रताप यादव ने अध्यक्ष लालू प्रसाद के सामने ही पार्टी कार्यकर्ता सनोज यादव की लात-जूतों से पिटायी कर दी. क्या यह सिद्धांत की राजनीति है.