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567 पंचायतों को गोद लेकर बच्चों को दी जा रही तालीम

चकधूम 2017 का आयोजन, समर कैंप में शामिल हुए करीब 30 हजार बच्चे दलित-महादलित व अल्पसंख्यक वर्ग के बच्चों के साथ उनकी माताओं की हुई ट्रेनिंग पटना : राज्य के 567 पंचायतों को गोद लेकर वहां के दलित बच्चों को स्कूली शिक्षा से जोड़ा जा रहा है. हर प्रखंड से एक-एक पंचायत के दलित, महादलित […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 26, 2017 8:38 AM
चकधूम 2017 का आयोजन, समर कैंप में शामिल हुए करीब 30 हजार बच्चे
दलित-महादलित व अल्पसंख्यक वर्ग के बच्चों के साथ उनकी माताओं की हुई ट्रेनिंग
पटना : राज्य के 567 पंचायतों को गोद लेकर वहां के दलित बच्चों को स्कूली शिक्षा से जोड़ा जा रहा है. हर प्रखंड से एक-एक पंचायत के दलित, महादलित व अल्पसंख्यक वर्ग के वैसे बच्चे जो बीच में ही पढ़ाई छोड़ देते हैं या फिर स्कूल नहीं जाते हैं, उन्हें समर कैंप के जरिये शिक्षा व अन्य कार्यक्रमों से जोड़ा गया.
बच्चों के साथ-साथ उनकी माताओं को भी साक्षर बनाने की पहल शुरू की गयी, ताकि गरमी की छुट्टी के बाद बच्चे स्कूल आ सकें. सभी प्रखंडों में दो दिनों का समर कैंप का आयोजन किया गया. इसमें हर पंचायतों में 50 से 100 बच्चे शामिल हुए. उन्हें अक्षर ज्ञान, अंक ज्ञान से लेकर चित्र के जरिये पहचान भी सिखायी गयी. इसके अलावा खेल खिलंदर, कबाड़ से जुगाड़, सृजनशीलता व कल्पना, प्रकृति व पर्यावरण, रसोई घर में विज्ञान और आओ रंगोली बनाये विषय पर जानकारी दी गयी. इस काम में टोला सेवक व तालीमी मरकज के स्वयंसेवी इन बच्चों को सीखा रहे हैं.
टोला सेवक गरमी छुट्टी के बाद इन बच्चों के घरों में जायेंगे. अगर बच्चे स्कूल नहीं जा रहे होंगे तो उन्हें स्कूल तक पहुंचायेंगे. जन शिक्षा निदेशालय के सहायक निदेशक गालिब खान ने बताया कि सभी प्रखंडों के लोक शिक्षा केंद्रों व मिडिल स्कूलों में समर कैंप का आयोजन किया गया. इसमें तीस हजार से ज्यादा बच्चे शामिल हुए. सरकार का लक्ष्य है कि जो भी बच्चे स्कूल नहीं जा पा रहे हैं, उन्हें स्कूल पहुंचाया जाये. पायलट प्रोजेक्ट के तहत सभी प्रखंडों के कम से कम एक-एक पंचायतों को गोद लिया गया है. इन पंचायतों के सभी बच्चों को स्कूल पहुंचाने के बाद दूसरे पंचायतों को भी गोद लिया जायेगा अौर बच्चों को शिक्षा से जोड़ा जायेगा.

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