पटना : जुलाई में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव को लेकरबिहारमें सियासी गतिविधियां तेज हो गयी है. दरअसल, सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों ही देश का अगला राष्ट्रपति अपनी पसंद का बनाना चाहते है और इसके लिए उन्होंने तैयारी भी शुरू कर दी है.वहीं, राष्ट्रपति चुनाव के मद्देनजर बिहार मेंभी सियासी हलचल बढ़ने लगी है. बता दें कि बिहार में महागठबंधन की सरकार है और इसमें जदयूव राजद के अलावे कांग्रेस भी शामिल है. इन सबके बीच जदयू ने जहां, एनडीए के उम्मीदवार रामनाथ काेविंद को समर्थन देने का एेलान किया है.जबकि राजदने कांग्रेसकासहयोग करते हुए मीरा कुमारको समर्थन देने का ऐलान किया है.साफ है राष्ट्रपति चुनाव को लेकर महागठबंधन में एक राय बनती नहीं दिख रही है.वहीं, राष्ट्रपति चुनाव को लेकर महागठबंधन में बढ़ी तल्खी के बीच मीडिया रिपोर्टकी मानें तोबिहार में कांग्रेसके 6 विधायक राष्ट्रपति चुनाव में क्राॅस वाेटिंग कर सकते है. बताया जाता है कि ये सभी विधायक जदयू के संपर्कमें हैं.
ईटीवी रिपोर्ट ने सूत्रों के हवाले से जानकारी देते हुए बताया है कि बिहार कांग्रेस मुख्यालय को भी इन सभी विधायकों के क्रॉस वोटिंग करने की जानकारी है. चर्चा है कि कांग्रेस को लग रहा है कि उसके विधायक राष्ट्रपति चुनावों में सत्ता पक्ष के उम्मीदवार को वोट कर सकते है.जिसको लेकर कांग्रेस में मंथन जारी है. इसको लेकर बिहार प्रदेश कांग्रेस इकाई के वरिष्ठ नेताओं ने दिल्ली में आलाकमान को जानकारी दी है.
मीरा कुमार के समर्थन में एकजुट हैं कांग्रेसी
राष्ट्रपति पद के चुनाव को लेकर कांग्रेस के छह विधायकों की क्रॉस वोटिंग करने की खबर को कांग्रेस ने प्लांटेड बताया है. कांग्रेस ने इसका ठीकरा जदयू पर फोड़ा है और क्रॉस वोटिंग की बात को खारिज किया है. कांग्रेस प्रवक्ता डॉ हरखू झा ने कहा कि कांग्रेस के सभी 27 विधायकों का एकजुट हैं. बिहार की बेटी मीरा के समर्थन में सभी विधायक हैं. कांग्रेस के छह विधायकों के क्रॉस वेटिंग करने की जो खबर चल रही है वह अफवाह है. यह खबर पूरी तरह से जदयू की ओर से प्लांटेड है. उन्होंने कहा कि जिन विधायकों के बारे में कहा जा रहा है वे सभी राष्ट्रपति पद के प्रत्याशी मीरा कुमार के प्रस्तावक बने हैं. प्रस्तावक कैसे विरोध कर सकता है.
पहले भी हुई है क्रॉस वोटिंग : जदयू
कॉस वोटिंग के मामले पर जदयू केवरिष्ठ नेता श्याम रजकनेकहा कि राष्ट्रपति चुनाव में पहले भी क्रॉस वोटिंग हुई है. उन्होंने कहा कि अपने ही दल के प्रत्याशी को हरा करवोट दिया गया है.
कोविंद को जदयू का समर्थनपर बिहार में चढ़ा सियासी पारा
राष्ट्रपति चुनाव के मुद्दे पर बिहार में महागठबंधनकेबीच सब कुछ ठीक चलता नहीं दिख रहा है. रामनाथ कोविंद को जदयू के समर्थन देने का ऐलान के बादसे राजनीतिक बयानबाजी तेज हो गयी है. जदयू प्रवक्ता नीरज कुमार ने साफ-साफ शब्दों में कहा है कि नीतीश कुमार की वजह से ही राजद और कांग्रेस को सत्ता मिली है और सभी को इस सच को स्वीकार करना चाहिए. उधर, पार्टी के महासचिव केसी त्यागी ने कहा कि ताली दोनों हाथों से नहीं बजती है. हम चाहते हैं कि गठबंधन की उम्र लंबी हो, लेकिन नेता का चरित्र हनन और मर्यादा का उल्लंघन नहीं हो. जदयू नेताओं के इन बयानबाजी से महागठबंधन में तल्खी साफ तौर पर दिखाई दे रही है.
महाराष्ट्र और कर्नाटक में भी क्रॉस वोटिंग का है डर
इससे पहले एक अंग्रेजी अखबार की रिपोर्ट के अनुसार महाराष्ट्र और कर्नाटक के विधायकों को लेकर कांग्रेस आलाकमान के मन में डर है. उन्हें लगता है कि इन दोनों राज्यों के विधायक एनडीए के उम्मीदवार के पक्ष में वोट डाल सकते है. कांग्रेस को लगता है कि उनके कई विधायकभाजपा के संपर्क में है और क्रॉस वोटिंग कर सकते है. हालांकि, महाराष्ट्र कांग्रेस के प्रमुख नेताओं ने इस बात को खारिज करते हुए कहा है किप्रदेश में कांग्रेस के सभी विधायक अपनी पार्टी के उम्मीदवार को ही वोट करेंगे.
विपक्षी दलों को एकजुट करने की कोशिश में जुटी है कांग्रेस
आपको बता दें कि राष्ट्रपति चुनावों के लिए कांग्रेस सभी विपक्षी एवं समान विचार वाले दलों से एकजुट करने की कोशिश में जुटी है. कांग्रेस अध्यक्ष खुद इसको लेकर सक्रिय है और कई नेताओं से संपर्क कर रही है. कांग्रेस किसी भी तरह राष्ट्रपति चुनाव मेंभाजपा को पराजित करना चाहती है.