मातृत्व अवकाश मामला : अफसर का आया फोन, शिक्षिका की ज्वाइनिंग, प्रभात खबर को दिया धन्यवाद

पटना : शिक्षिका अर्चना पिछले छह महीने से अपनी ज्वाइनिंग के लिए स्कूल का चक्कर लगा रही थीं. उनकी बात को सुननेवाला कोई नहीं था. स्कूल, प्रखंड जिला शिक्षा कार्यालय और फिर पटना डीइओ कार्यालय में अर्चना आती रहीं. डीइओ कार्यालय से कई बार आश्वासन भी मिला, लेकिन शिक्षिका की बात नहीं बनी. अर्चना परेशान […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 27, 2017 7:25 AM
पटना : शिक्षिका अर्चना पिछले छह महीने से अपनी ज्वाइनिंग के लिए स्कूल का चक्कर लगा रही थीं. उनकी बात को सुननेवाला कोई नहीं था. स्कूल, प्रखंड जिला शिक्षा कार्यालय और फिर पटना डीइओ कार्यालय में अर्चना आती रहीं. डीइओ कार्यालय से कई बार आश्वासन भी मिला, लेकिन शिक्षिका की बात नहीं बनी.
अर्चना परेशान थीं. रो रही थीं. इसके बाद अर्चना की बातों को प्रभात खबर ने प्रमुखता से प्रकाशित किया. अखबार में खबर छपने के दिन ही अर्चना के पास फतुहा नियोजन कार्यालय से फोन आया. ज्वाइनिंग की प्रक्रिया शुरू हो गयी. बीच में शनिवार व रविवार होने के कारण ज्वाइनिंग नहीं हो पायी. चार दिन बाद 21 जून को फतुहा हाइस्कूल ज्वाइनिंग में हो गयी.
शिक्षिका अर्चना ने प्रभात खबर को दिया धन्यवाद
खबर छपने के बाद अधिकारी हुए सक्रिय : अर्चना ने बताया कि प्रभात खबर में खबर नहीं छपती, तो उन्हें अभी और दौड़ाया जाता. खबर छपने के साथ ही सारे अधिकारी सक्रिय हो गये. तुरंत मेरी सारी प्रक्रियाएं शुरू हो गयी. इसके लिए मैं प्रभात खबर को धन्यवाद देती हूं. पहले तो मुझे डर लगता था कि खबर छपने से मुझे ही दिक्कतें न हो जाये. लेकिन, एेसा नहीं हुआ, जो अधिकारी मेरी बात तक नहीं सुनते थे, उन्होंने मुझे खुद फोन कर सारा काम करवाया.
ये था मामला : अर्चना एक अगस्त, 20115 से मातृत्व अवकाश पर थीं. 30 अगस्त को बच्चे का जन्म हुआ. जन्म के साथ ही बच्चे को परेशानी हो गयी, जिसके चलते कई बार उसका ऑपरेशन कराना पड़ा. इसी बीच अर्चना का मातृत्व अवकाश दिसंबर, 2015 में समाप्त हो गया. बच्चे के कई बार ऑपरेशन होने के कारण वह स्कूल ज्वाइन नहीं कर पायी. लेकिन, इस बीच अर्चना आवेदन देकर नियोजन कार्यालय को इसकी सूचना देती रहीं. जब जनवरी, 2017 में अर्चना ज्वाइन करने पहुंचीं तो स्कूल वाले ने अर्चना को ज्वाइन नहीं करवाया.

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