लालू परिजनों की जिंदगी बरबाद करने से भी नहीं डरे : सुशील मोदी
पटना: पूर्व उपमुख्यमंत्री व भाजपा के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी ने बुधवार को कहा कि लालू प्रसाद में अगर हिम्मत नहीं होती तो चारा घोटाले में आरोपित होकर जेल जाते समय अपनी पत्नी राबड़ी देवी को बिहार की छाती पर नहीं बैठाते. यह लालू की हिम्मत ही है कि 750 करोड़ के चारा घोटाले […]
पटना: पूर्व उपमुख्यमंत्री व भाजपा के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी ने बुधवार को कहा कि लालू प्रसाद में अगर हिम्मत नहीं होती तो चारा घोटाले में आरोपित होकर जेल जाते समय अपनी पत्नी राबड़ी देवी को बिहार की छाती पर नहीं बैठाते. यह लालू की हिम्मत ही है कि 750 करोड़ के चारा घोटाले में पांच साल के लिए सजायाफ्ता होने के बावजूद लूट मचा कर अपने परिजनों की जिंदगी बरबाद करने से भी नहीं डरे. मोदी ने कहा कि एक समय लालू के विधायकों की संख्या डेढ़ सौ से घट कर 22 पर सिमट गयी थी, मगर अपने पतन पर कभी उन्हें मलाल नहीं रहा.
रेलमंत्री बनने के साथ ही लालू प्रसाद ने दोनों हाथों से भ्रष्टाचार जनित कालेधन के जरिये अकूत बेनामी संपत्ति बटोरना शुरू कर दिया. विधायक, सांसद और मंत्री बनाने के लिए राजनेताओं तक से जमीन लिखवा ली. पटना में दो बीघा बेनामी जमीन हथिया लिया जिस पर तेजस्वी यादव का 750 करोड़ की लागत से बिहार का सबसे बड़ा मॉल बन रहा है.
यह लालू प्रसाद की हिम्मत ही है कि उन्होंने बीपीएल ललन चौधरी, रेलवे के खलासी हृदयानंद चौधरी और प्रभुनाथ यादव जैसे गरीब लोगों से करोड़ों की जमीन दान करवा ली तथा आधे दर्जन मुखौटा कंपनियों के जरिये करोड़ों की बेनामी संपत्ति बेटों-बेटियों के नाम करवा ली. उन्होंने कहा कि गरीब जनता को लूटने की हिम्मत तो लालू प्रसाद में जरूर थी, मगर 15 वर्षों तक राज करने के बावजूद बिहार की सड़कों को दुरुस्त करने, अलकतरा घोटाला, अपहरण उद्योग व सामूहिक नरसंहार को रोकने तथा आतंक के पर्याय शहाबुद्दीन जैसों पर करवाई करने की वे हिम्मत कभी नहीं दिखा पाये.