सड़कों पर खड़ी रहेंगी स्कूलों की गाड़ियां, तो लगेगा जुर्माना

पटना : राजधानी की सड़कों पर प्राइवेट स्कूल की बसों का बसेरा होता है. क्योंकि, उनके स्कूल के कैंपस में बस लगाने की जगह नहीं है, लेकिन अब ऐसी बसों पर जुर्माना लगाने के लिए जिला प्रशासन व डीटीओ के संयुक्त तत्वावधान में अभियान चलेगा. जिलाधिकारी संजय कुमार अग्रवाल ने पूर्व में ही प्राइवेट स्कूल […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 29, 2017 8:20 AM
पटना : राजधानी की सड़कों पर प्राइवेट स्कूल की बसों का बसेरा होता है. क्योंकि, उनके स्कूल के कैंपस में बस लगाने की जगह नहीं है, लेकिन अब ऐसी बसों पर जुर्माना लगाने के लिए जिला प्रशासन व डीटीओ के संयुक्त तत्वावधान में अभियान चलेगा.
जिलाधिकारी संजय कुमार अग्रवाल ने पूर्व में ही प्राइवेट स्कूल के प्रबंधकों के साथ बैठक कर बसों को परिसर में लगाने का निर्देश जारी किया था. लेकिन, महीनों बीत जाने के बाद भी स्कूलों की मनमानी जारी है और बसों को वे सड़कों के किनारे ही लगातेे हैं. इस कारण सड़कों पर जाम की स्थिति बनी रहती है.
जुलाई के प्रथम सप्ताह से चलेगा अभियान : स्कूल की मनमानी के खिलाफ जुलाई के दूसरे सप्ताह से अभियान चलाया जायेगा और सड़क पर लगी बसों से जुर्माना वसूला जायेगा. इसके पूर्व स्कूल प्रबंधकों को अंतिम वार्निंग देकर जिला प्रशासन की ओर से पत्र भेजा जा रहा है.
पहले भी दिये थे िनर्देश
प्राइवेट स्कूल के प्रबंधकों को गाड़ियां कैंपस में लगाने का निर्देश पूर्व में दिया गया है, लेकिन इसका पालन नहीं हो रहा है. ऐसे में दोबारा से इसकी जांच के लिए रणनीति तैयार हो रही है, ताकि बच्चे सुरक्षित घर पहुंचें और यातायात व्यवस्था भी ठीक रहे.
आलोक कुमार, एसडीओ, पटना सदर
कहीं इलाज को लंबी कतार, तो कहीं बाहरी दवा दुकान ही सहारा
एनएमसीएच में इलाज की लचर व्यवस्था के कारण मरीजों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.अस्पताल में प्रतिदिन ओपीडी में 1600 से 1800 मरीज आते हैं. मरीजों को पंजीयन कराने व संबंधित विभाग में इलाज कराने के लिए लंबी लाइन का सामना करना पड़ता है. इमरजेंसी में अगर बेड नहीं मिले, तो बरामदे पर रखे बेड पर उपचार होता है. क्योंकि, अस्पताल की इमरजेंसी 30 बेडों की हैं. 20 अतिरिक्त बेड हैं. वहीं, आइजीआइएमएस में मरीजों को बाहर की दुकानों से दवा खरीदनी पड़ रही है.

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