Advertisement
40 फीसदी पशु चिकित्सालय रोजाना नहीं खुलते
पटना : राज्य में पशु चिकित्सकों की भारी कमी है. इसका परिणाम है कि राज्य के 60 फीसदी पशु चिकित्सालय ही प्रतिदिन खुल पाते हैं. बाकी के चालीस फीसदी पशु चिकित्सालय या तो बंद रहते हैं या कभी-कभार खुलते हैं. इसी तरह 40 फीसदी कर्मी भी डयूटी से गायब रहते हैं. इस बात का खुलासा […]
पटना : राज्य में पशु चिकित्सकों की भारी कमी है. इसका परिणाम है कि राज्य के 60 फीसदी पशु चिकित्सालय ही प्रतिदिन खुल पाते हैं. बाकी के चालीस फीसदी पशु चिकित्सालय या तो बंद रहते हैं या कभी-कभार खुलते हैं. इसी तरह 40 फीसदी कर्मी भी डयूटी से गायब रहते हैं.
इस बात का खुलासा पिछले दिनों विभाग की समीक्षा बैठक में हुआ है. बैठक की अध्यक्षता कर रहीं विभाग की सचिव एन विजयलक्ष्मी ने इस बात पर नाराजगी जतायी और निर्देश दिया है कि हर हाल में सभी पशु चिकित्सालय खुलना है. पदाधिकारियों व कर्मियों की भी उपस्थिति भी सुनिश्चित करने का निर्देश दिया. इसके लिए सभी क्षेत्रीय निदेशकों और जिला पशुपालन पदाधिकारियों को सप्ताह में कम से कम चार दिन पशु चिकित्सालय और औषधालयों को औचक निरीक्षण करने को कहा गया.विभाग ने डाक्टरों की कमी को दूर करने के लिए 903 डाॅक्टरों की बहाली का निर्णय लिया है. इसके लिए बीपीएससी के पास प्रस्ताव भी भेजा गया है.
डयूटी से गायब 17 पशु चिकित्सकों पर होगी कार्रवाई : अपनी डयूटी से गायब 17 पशु चिकित्सकों पर कार्रवाई होगी. क्षेत्रीय पशुपालन निदेशक ने अपने औचक निरीक्षण में इन डाॅक्टरों को गायब पाया है.
तृतीय व चतुर्थ वर्ग के भी कुछ कर्मी गायब पाये गये हैं , उन पर भी कार्रवाई होगी. मालूम हो कि पिछले दिनों विभाग की समीक्षा बैठक में यह बात सामने आयी थी कि 40 फीसदी अधिकारी व कर्मचारी डयूटी से गायब रहते हैं
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement