सोशल मीडिया से : तो नीतीश कुमार को राजद और कांग्रेस के साथ महागठबंधन तोड़ देना चाहिए…
पटना : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 2019 के चुनाव को लेकर साफ कह दिया कि वह पीएम की दौड़ में नहीं हैं. सोमवार को आयोजित लोक संवाद कार्यक्रम में सीएम नीतीश ने कई मुद्दों पर अपनी स्पष्ट राय रखी. इसके बाद ही नीतीश सोशल मीडिया पर ट्रेंड करने लगे. फेसबुक की ट्रेडिंग सूची […]
पटना : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 2019 के चुनाव को लेकर साफ कह दिया कि वह पीएम की दौड़ में नहीं हैं. सोमवार को आयोजित लोक संवाद कार्यक्रम में सीएम नीतीश ने कई मुद्दों पर अपनी स्पष्ट राय रखी. इसके बाद ही नीतीश सोशल मीडिया पर ट्रेंड करने लगे. फेसबुक की ट्रेडिंग सूची में नीतीश दूसरे नंबर पर रहे. कई लोगों ने नीतीश पर अपनी राय दी. उनमें से कुछ को हम चुनकर आपके सामने लाये हैं.
बिहार के भागलपुर में रहने वाले सन्नी सिंह लिखते हैं – नीतीश कुमार को राजद और कांग्रेस के साथ गठबंधन तोड़ देना चाहिए क्योंकि वह बिहार का विकास लालू यादव के साथ गठबंधन में रहकर नहीं कर सकते. अगर नीतीश बिहार के विकास को लेकर सचमुच गंभीर हैं तो उन्हें इस गठबंधन पर दोबारा विचार करना चाहिए.
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सानंद पांडेय लिखते हैं – यह बिल्कुल सही वक्त है जब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार खुद को महागंठबंधन से अलग कर सकते हैं. उनकी छवि साफ और स्वच्छ है कांग्रेस के साथ उनकी छवि पर असर डाल रहा है. नीतीश देश के दूसरे व्यक्ति हैं जिनका जनता सम्मान करती है. लालू यादव का साथ गलत फैसला है. उन्हें साथ छोड़ देना चाहिए.
हैदराबाद के मोहम्मद अनवर लिखते हैं – नीतीश कुमार एक बार फिर चर्चा में हैं क्योंकि कांग्रेस और राजद अपने सहयोगी दलों के फैसले से इतर उन्होंने भाजपा के राष्ट्रपति उम्मीदवार रामनाथ कोविंद को समर्थन दिया. जहां तक चुनाव की बात है यह साफ है कि कौन जीतेगा. बिहार विधानसभा में महागंठबंधन के कारण भाजपा को हार का सामना करना पड़ा. यह साफ था कि भाजपा और जेडीयू के बीच कम सीटों का अंतर था. चुनाव सिर्फ नीतियों से नहीं जीता जाता, सही समय पर लिये गये सही फैसलों से जीता जाता है. अगर अगले चुनाव में नीतीश भाजपा के साथ जाने का फैसला लेते हैं उन्हें महाराष्ट्र में शिवसेना की स्थिति पर ध्यान देना चाहिए. वही हाल उनका हो सकता है.
दिल्ली से समुंत शर्मा लिखते हैं, देखिये नीतीश जी मैं आपकी बहुत इज्जत करता हूं, यही मानता हूं कि देश में कोई सच्चा नेता है तो वह आप ही हैं. आप योग्यता और जानकारी के आधार पर पीएम बनने के योग्य भी है…
ध्यान रहे कि नीतीश ने पहले भी कहा है कि मैं 2019 में विपक्ष का प्रधानमंत्री उम्मीदवार नहीं हूं. न तो मैं पात्र हूं. वादों को लागू करना हमारी प्राथमिकता है. उन्होंने कहा कि हमें वैकल्पिक एजेंडा तय करके जनता के सामने रखने की जरूरत है. जनता के सामने हमें यह रखना होगा कि देश को आगे कैसे ले जायेंगे. मुख्यमंत्री ने सुशील मोदी के आरोपों और सवालों पर मुस्कुराते हुए कहा कि वह हमारे साथी रहे हैं.