नयी दिल्ली/पटना : भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने दावा किया है किराजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के कुछ वरिष्ठ सहयोगी केंद्र सरकार में शामिलभाजपा के कुछ बड़े नेताओं से मिले थे.इस दौरानलालूके वरिष्ठ सहयोगियों ने बेनामी संपत्ति मामले में मदद करने परभाजपा को बिहार में महागठबंधन सरकार को गिराने का ऑफर दिया था.सुशील मोदी ने कहा कि लालू प्रसादकेनीतीश सरकार को गिराने केइसआॅफर को भाजपा ने ठुकरादिया था.
इकनॉमिक टाइम्स को दिये इंटरव्यू में बिहार भाजपा के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी ने यह दावा किया है. उन्होंने कहा कि लालू यादव के कुछ वरिष्ठ सहयोगी केंद्र सरकार में शामिलभाजपा के कुछ बड़े नेताओं से एक बार नहीं, दो बारमिले थे. उन्होंने लालूपरिवार के बेनामीसंपत्ति के मामलों में मदद मांगी और वादा किया कि एक बार मामला रफा-दफा हो जाएं, तो नीतीश सरकार को गिराने में वेभाजपा की मदद कर देंगे. हालांकि, भाजपा नेताओं ने राजद के इस ऑफर को सीधे मना कर दिया और कहा दिया कि सरकारी एजेंसी की कार्रवाई में वो दखल नहीं दे सकते.
लालू फैमिली के खिलाफ बहुत सारे दस्तावेज सरकार के भीतर से मिले : सुशील मोदी
भाजपा नेता ने दावा किया है कि नीतीश सरकार के अंदर के लोगों ने बेनामी संपत्ति मामले में लालू फैमिली के खिलाफदस्तावेज उपलब्धकरानेमें भाजपा की मदद की. उन्होंने कहा कि जदयू के साथ रहे शिवानंद तिवारी और उसी पार्टी के ललन सिंह ने भी 2008 में नीतीश के कहने पर इन मुद्दों को उठाया थाऔर आजवे यह नहीं कह सकते कि यह सब नीतीशकुमार की जानकारी में हो रहा है या वह इससे अनजान हैं. लेकिन, बहुत सारे दस्तावेज हमें सरकार के भीतर से मिले हैं.
नीतीश ने भाजपा के साथ जाने का रास्ता खुला रखा है : भाजपा नेता
सुशील मोदी ने इंटरव्यू में यह भी कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भाजपा के साथ जाने का रास्ता खुला रखा है. भाजपा नेता ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पाकिस्तान दौरे, सर्जिकल स्ट्राइक, नोटबंदी जैसे बड़े कदमों का नीतीश समर्थन कर चुके हैं. अब उन्होंने भाजपा के राष्ट्रपति उम्मीदवार रामनाथ कोविंद का भी समर्थन किया है. इसके साथ ही उन्होंने कांग्रेस को संदेश दिया है कि वह उनकी हां में हां मिलाने वाले नहीं है.
नीतीश-लालू के बीच नहीं है कोई तालमेल : सुशील मोदी
सुशील मोदी ने महागठबंधन के भविष्य को लेकर पूछे गये सवाल के जवाब में कहा कि पहले दिन से ही नीतीश कुमार और लालू प्रसाद केबीचकीकेमिस्ट्री आसान नहीं रही हैऔर उनके बीच कोई मेल नहीं है.उन्होंने कहा कि दोनों प्रमुख नेताओं की सोचभी आपस में नहीं मिलती है. 17 महीनों की महागठबंधन सरकार में कईअवसरोंपर मतभेद देखने को मिला है. सुशील मोदी ने दावा करते हुए कहा कि यह सरकार अब तक आपसी झगड़े की वजह से कोई बोर्ड या कमीशन नहीं बना पाई है. पिछले 9 महीनों से सारे ट्रांसफर, पोस्टिंग लटके हुए हैं, क्योंकि कई सारे दागी अफसरों की तैनाती लालू अपने हिसाब से कराना चाहते हैं.भाजपानेता ने कहा कि वे नीतीश कुमार के मिजाज और उनकी कार्यशैलीको जानते हैं. नीतीश कुमार कभी भी लालू प्रसाद के साथ सहज नहीं हो सकते.
महागठबंधन सरकार लंबे समय तक नहीं चलने वाली : सुमो
भाजपा नेता सुशीलमोदी ने कहा कि अायकरविभाग के अधिकारियों ने चार प्रॉपर्टी को कब्जे में लिया है. जिनमें से तीन लालू प्रसाद के बेटे तेजस्वी यादव से जुड़ी हैं. आयकर विभाग नेलालूप्रसाद की बेटी औरराज्यसभा सांसद मीसा भारती को इस बारे में नोटिसजारीकिया है.इसमेंउन्हें यह बताने को कहा गया है कि उन्होंने कैसे येसंपत्ति बनायी है.उन्होंने कहा किअब पूरी संभावना है, तेजस्वी यादव को भी ऐसा ही नोटिस जारी किया जाएगा और अपनी कमाई के बारे में सफाई देने के लिए उपमुख्यमंत्री के तौर पर उन्हें अायकरविभाग के सामने हाजिर होना पड़े.
सुशील मोदी ने कहा कि ऐसी हालत में उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए. अगर वह इस्तीफा नहीं देते हैं, तो नीतीश कुमार उन्हें बर्खास्त करने के लिए मजबूर होंगे. इस तरह खासकर लालू के दोनों बेटों को लेकर जो हालात बन रहे हैं, मैं नहीं समझता कि यह सरकार लंबे समय तक चलने वाली है.उन्होंने कहा कि वे सीएम नीतीश के स्वभाव को जानतेहैऔर वह अपनी कैबिनेट में ऐसे दागी लोगों को रखना नहीं चाहेंगे.
नीतीश को एनडीए में शामिल होने का प्रस्ताव दिया जा चुका है : सुमो
भाजपा के वरिष्ठ नेता ने कहा कि लोजपाप्रमुख रामविलास पासवान पहले ही खुले तौर पर नीतीश कुमार कोगठबंधन में शामिल होने का प्रस्ताव दे चुके हैं. अगरऐसे हालात पैदा होते हैं तोभाजपा का संसदीय बोर्ड इस बारे में फैसला करेगा. नीतीश भी इस पर नजर बनाए हुए हैं, उन्होंनेभाजपा के लिए रास्ता दियाहै.सुशील मोदी ने कहा कि नीतीश कुमार जब भाजपा के साथ थे, तब उन्होंने राष्ट्रपति पद के लिए प्रणव मुखर्जी को समर्थन देकर कांग्रेस के लिए रास्ता खोला था.उन्होंने कहाकिउत्तरप्रदेश विधानसभा चुनाव के दौरानकांग्रेसने जदयू को एक भी सीट नहीं देकर पहले हीउन्हें झटका दे चुकी है. कांग्रेस ने वहां के चुनाव को लेकर नीतीश कुमार से बात तक नहीं की थी. अब कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने नीतीश कुमार को लेकर जो बयान दिया है, उसके बाद उपजे राजनीतिक हालात किसी से छुपा नहीं है.
ये भी पढ़ें… राजद के साथ घुटन महसूस कर रहे नीतीश : शाहनवाज