तापमान में दो डिग्री की वृद्धि से उत्पादन में 20% गिरावट : शैबाल

पटना. यदि तापमान में दो डिग्री की बढ़ोतरी होती है तो उत्पादन श्रृंखला में 20 प्रतिशत की गिरावट आयेगी. यह बातें सोमवार को एशियन डेवलपमेंट रिसर्च इंस्टीट्यूट आद्री स्थित सेंटर फॉर इनवायरामेंट इनर्जी एंड क्लाइमेट चेंज की ओर से आयोजित एक दिवसीय सेमिनार में सामने आयी. कोहेसिव एक्शन टू काम्बैट क्लाइमेट चेंज इन बिहार विषय […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 4, 2017 8:19 AM
पटना. यदि तापमान में दो डिग्री की बढ़ोतरी होती है तो उत्पादन श्रृंखला में 20 प्रतिशत की गिरावट आयेगी. यह बातें सोमवार को एशियन डेवलपमेंट रिसर्च इंस्टीट्यूट आद्री स्थित सेंटर फॉर इनवायरामेंट इनर्जी एंड क्लाइमेट चेंज की ओर से आयोजित एक दिवसीय सेमिनार में सामने आयी. कोहेसिव एक्शन टू काम्बैट क्लाइमेट चेंज इन बिहार विषय पर आद्री में एक परामर्श बैठक का आयोजन किया. बैठक की अध्यक्षता बिहार राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के उपाध्यक्ष व्यासजी तथा सह-अध्यक्षता वनों के सहायक मुख्य वन्य जीव संरक्षक भरत ज्याेति एवं नोडल ऑफिसर जलवायु परिवर्तन और पारिस्थितिकी के निदेशक आरबी सिंह ने की.

बैठक में आद्री के सदस्य-सचिव डॉ शैबाल गुप्ता ने कहा कि यदि तापक्रम में दो डिग्री की बढ़ोतरी होती है तो उत्पादन श्रृंखला में 20 प्रतिशत की गिरावट आयेगी. राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के उपाध्यक्ष व्यास जी ने सूखा और बाढ़ पर जलवायु परिवर्तन के महत्व को रेखांकित किया. बैठक में आम सहमति बनी कि जलवायु परिवर्तन पर राज्य कार्य योजना को पुनर्गठित करने की आवश्यकता है. मौलिक सूचना हेतु कॉमन पूल का निर्माण किया जाना चाहिए.

सरकार के वन एवं पर्यावरण विभाग के अंतर्गत संचालन समिति और जलवायु परिवर्तन प्रकोष्ठ अनिवार्य रूप से बनाया जाना चाहिये. कृषि, जल और स्वास्थ्य क्षेत्र पर जलवायु परिवर्तन के मद्देनजर शोध कार्य को बढ़ावा दिया जाना चाहिये.
बैठक में यूनिसेपफ, यूएनएपफपीए, यूएनडीपी, आक्सफैम, डीएफआइडी-एसीटी, एडीपीसी, डॉक्टर्स फॉर यू, चेंज एलायंस, आइसीआइएमओडी, सेव द चिल्ड्रेन, वाटर एड, एक्शन एड, ब्रिटिश हाई कमीशन और अन्य संस्थाओं के प्रतिनिधि शामिल हुए. सेंटर फॉर इनवायरमेंट इनर्जी एंड क्लाइमेट चेंज के परियोजना निदेशक डा अविनाश मोहंती ने धन्यवाद ज्ञापन किया.

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