पाटलिपुत्र जंकशन पर बनेंगे दो मॉडल थाने

प्रभात रंजन पटना : नवनिर्मित पाटलिपुत्र जंकशन ए-वन श्रेणियों के स्टेशन में शामिल है और स्टेशन से दो दर्जन से अधिक एक्सप्रेस और आधा दर्जन इंटरसिटी व पैसेंजर ट्रेनें आती-जाती हैं. यात्री सुरक्षा को लेकर आरपीएफ पोस्ट और जीआरपी थाना बनाया गया है, लेकिन दोनों थानों में पर्याप्त जगह नहीं है. स्थिति यह है कि […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 5, 2017 8:05 AM
प्रभात रंजन
पटना : नवनिर्मित पाटलिपुत्र जंकशन ए-वन श्रेणियों के स्टेशन में शामिल है और स्टेशन से दो दर्जन से अधिक एक्सप्रेस और आधा दर्जन इंटरसिटी व पैसेंजर ट्रेनें आती-जाती हैं. यात्री सुरक्षा को लेकर आरपीएफ पोस्ट और जीआरपी थाना बनाया गया है, लेकिन दोनों थानों में पर्याप्त जगह नहीं है. स्थिति यह है कि आरपीएफ व जीआरपी अपने-अपने कार्य जैसे-तैसे निबटा रहे हैं.
अब स्टेशन के दक्षिणी छोर पर आरपीएफ और उत्तरी छोर पर जीआरपी का मॉडल थाना बनाया जायेगा, ताकि स्टेशन की सुरक्षा में लगे जवानों को ड्यूटी करने में परेशानी नहीं हो. थाना निर्माण की जिम्मेवारी बिहार पुलिस बिल्डिंग कंस्ट्रक्शन कॉरपोरेशन (बीपीबीसीसी) को दी गयी है. कॉरपोरेशन ने डिजाइन तैयार कर एजेंसी का भी चयन कर लिया है और शीघ्र काम शुरू करेगा. 18 से 20 माह में काम पूरा करने का लक्ष्य है.
जीआरपी के मॉडल थाना बनाने की योजना राज्य सरकार को भेजी गयी थी, जिसे स्वीकृति देते हुए तीन करोड़ रुपये आवंटित भी कर दिया गया है. तीन करोड़ की लागत से जी+ 3 फ्लोर की बिल्डिंग होगी, जिसमें पार्किंग, थाना, बैरक और क्वार्टर की व्यवस्था की जायेगी.
वहीं, आरपीएफ पोस्ट की बिल्डिंग में बैरक, मनोरंजन कक्ष आदि की व्यवस्था होगी. ताकि, पोस्ट व थाना में तैनात जवानों को ड्यूटी करने में परेशानी नहीं हो.
फिलहाल एक-एक कमरा में चलना है आरपीएफ व जीआरपी
पाटलिपुत्र स्टेशन पर आरपीएफ पोस्ट और जीआरपी थाना भी बनाया गया है, जो एक-एक कमरा में संचालित किया जा रहा है. स्थिति यह है कि जीआरपी थाना व आरपीएफ पोस्ट में जगह का अभाव है. इसको लेकर एक नंबर प्लेटफॉर्म पर घेराबंदी किया है, जहां कुरसी-टेबल लगाकर कांस्टेबल ड्यूटी करते है और मामला दर्ज करते है. बैरक नहीं होने से ड्यूटी खत्म होने के बाद जवानों को आराम करने में परेशानी होता है.
मिल गयी है राशि
पाटलिपुत्र स्टेशन के उत्तरी छोर पर जीआरपी का मॉडल थाना बनाया जायेगा. सरकार से योजना स्वीकृत होने के साथ साथ राशि भी मिल गयी है. निर्माण की जिम्मेवारी बीपीबीसीसी को दी गयी है, जो शीघ्र काम शुरू करने वाला है.
जितेंद्र मिश्र, रेल एसपी, पटना

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