डीसीएलआर पर पहले से हैं दो केस दर्ज, करा चुका है जमानत

पटना : पटना सदर के डीसीएलआर मिथिलेश सिंह पर पहले से ही फर्जीवाड़े के आरोप लगते रहे हैं. उसके खिलाफ सहरसा के नौहट्टा में भी फर्जीवाड़ा के दो मामले 2006 में दर्ज हुए थे. उस समय वह नौहट्टा में बीडीओ के पद पर कार्यरत था. इस मामले में फिलहाल वह जमानत पर है. इसके साथ […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 8, 2017 7:56 AM
पटना : पटना सदर के डीसीएलआर मिथिलेश सिंह पर पहले से ही फर्जीवाड़े के आरोप लगते रहे हैं. उसके खिलाफ सहरसा के नौहट्टा में भी फर्जीवाड़ा के दो मामले 2006 में दर्ज हुए थे. उस समय वह नौहट्टा में बीडीओ के पद पर कार्यरत था. इस मामले में फिलहाल वह जमानत पर है.
इसके साथ ही पटना पुलिस की विशेष टीम लगातार डीसीएलआर को पकड़ने के लिए छापेमारी कर रही है. पुलिस की एक टीम उसके शेखपुरा इलाके में छापेमारी कर रही है और दूसरी टीम पटना में छापेमारी कर रही है. हालांकि डीसीएलआर भूमिगत हो चुका है. पुलिस को उसके दो मोबाइल नंबर मिले थे, लेकिन वे दोनों नंबर भी स्विच ऑफ हो चुके हैं और ट्रेसलेस हैं.
पुलिस यह संभावना जता रही है कि वह बिहार छोड़ कर बाहर निकल गया है. दूसरी ओर पूछताछ के बाद सीओ शमीम अख्तर मजहरी व देवेंद्र महतो ने पुलिस को अहम जानकारियां दी हैं, जिससे यह स्पष्ट है कि राजस्व कर्मचारी अनिल कुमार लाल जमीन के कागजात बनवाने का काम लेता था और फिर सीओ और डीसीएलआर अपनी मुहर लगाते थे. इसके लिए अनिल कुमार लाल के माध्यम से उन्हें एक निश्चित राशि पहुंच जाती थी.

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