लालू प्रसाद यादव की मुश्किलें सुशील कुमार मोदी के इन्हीं आराेपों से बढ़ती गयी, पूरा ब्योरा
सुशील कुमार मोदी ने लालू प्रसाद यादव के भ्रष्टाचार के खुलासे के दौरान मुख्यमंत्री के रूप में नीतीश कुमार के मौन पर भी सवाल उठाया, लेकिन उनके सवालों में भी नीतीश की तारीफ ही छिपी थी. पटना : भाजपा के वरिष्ठ नेता व बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी अप्रैल माह की शुरुआत से ही […]
सुशील कुमार मोदी ने लालू प्रसाद यादव के भ्रष्टाचार के खुलासे के दौरान मुख्यमंत्री के रूप में नीतीश कुमार के मौन पर भी सवाल उठाया, लेकिन उनके सवालों में भी नीतीश की तारीफ ही छिपी थी.
4 अप्रैल, 2017 : गलत तरीके से कोचर को बेचा होटल
इस दिन सुशील कुमार मोदी ने कहा कि राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने रेलमंत्री के अपने कार्यकाल में रेलवे के रांची और पुरी के दो होटलों को हर्ष कोचर को गलत तरीके से बेच दिया. इसके बदले हर्ष कोचर ने पटना में दो एकड़ जमीन डिलाइट मार्केटिंग कंपनी प्रा. लि. को एक ही दिन में रजिस्ट्री कर जमीन ट्रांसफर कर दी थी. इस कंपनी में राजद के सांसद प्रेमचंद गुप्ता की पत्नी सरला गुप्ता की 70 प्रतिशत हिस्सेदारी थी. बाद में इस कंपनी में तेजस्वी यादव, तेज प्रताप यादव एवं चंदा यादव को 26 जून 2014 को निदेशक बनाया गया. पटना की इसी जमीन पर बिहार का सबसे बड़ा मॉल बनाया जा रहा है. इस मॉल का निर्माण राजद के सुरसंड के विधायक सैयद अबु दौजाना की कंपनी मेरेडियन कंशट्रक्शन इंडिया लि. कर रही है. शॉपिंग मॉल के दो अंडर ग्राउंड फ्लोर की मिट्टी को संजय गांधी जैविक उद्यान को 90 लाख में बेच दिया गया.
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11 अप्रैल, 2017 : कत्याल परिवार से ली करोड़ों की जमीन
इस दिन सुमो ने कहा कि लालू परिवार ने बिहटा में बीयर फैक्टरी खुलवाने में मदद के एवज में कत्याल परिवार से करोड़ों की जमीन ले ली. वर्ष 2000-05 के दौरान ओमप्रकाश कत्याल एवं अमित कत्याल की कंपनी आइसबर्ग इंडस्ट्रीज प्राइवेट लि. ने बिहटा में शराब की फैक्टरी लगायी. 28 सितंबर 2006 को एके इन्फोसिस्टम प्रा. लि. नाम की कंपनी गठित हुई, जिसमें अमित कत्याल, उनके भाई राजेश कत्याल एवं अन्य निदेशक थे. इस कंपनी में तेजस्वी प्रसाद यादव, तेज प्रताप, चंदा यादव एवं रागिनी लालू 2014 जून से निदेशक नियुक्त किये गये. अमित कत्याल ने अपने सारे शेयर तेजस्वी (1500) एवं राबड़ी देवी (4000) को 2014 में दे दिया. अमित कत्याल, राजेश कत्याल की कंपनी इन्फोसिस्टम आज पूरी तरह से लालू परिवार के कब्जे में है. कंपनी में मात्रदाे निदेशक चंदा यादव एवं रागिनी लालू की बेटी हैं तथा 100 प्रतिशत शेयर राबड़ी देवी एवं तेजस्वी यादव के पास है.
22 अप्रैल, 2017 : दिल्ली में है 115 करोड़ की संपत्ति
सुशील मोदी ने आरोप लगाया कि लालू परिवार का दिल्ली में 115 करोड़ की संपत्ति है. डिलाइट मार्केडिंग, एके इन्फोसिस्टम की तरह ही एक और कंपनी एबी एक्सपोर्ट प्रा. लि है. कंपनी के सारे शेयर होल्डिंग, डायरेक्टरशिप व करोड़ों की संपत्ति सहित पूरी कंपनी पर लालू परिवार का कब्जा है. कंपनी को दिल्ली के पॉश इलाके में जमीन खरीदने के लिए मुंबई के पांच बड़े ज्वेलर्स अलका डायमंड इंडस्ट्रीज, रीयल गोल्ड ट्रेडिंग कंपनी, हेमा ट्रेडिंग कंपनी, लक्सेस इन्फोटेक, यश वी ज्वेलर्स ने एक-एक करोड़ का कर्ज बिना किसी ब्याज का 2007-08 में दिया. लालू प्रसाद जब रेलमंत्रीथे, उसी समय दिल्ली के न्यू फ्रेंडस कॉलोनी में (डी1088)में 800 वर्ग जमीन मकान सहित पांच करोड़ में खरीदा गया. आज इस पर 60 करोड़ मूल्य का मकान बन कर तैयार है, जमीन की भी कीमत 55 करोड़ हो गयी है. इस कंपनी के 98 फीसदी शेयर अब केवल तेजस्वी यादव के पास और 700 शेयर चंदा यादव के पास हैं. रागिनी और चंदा यादव इस कंपनी की निदेशक हैं.
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26 अप्रैल, 2017 : रघुनाथ ने मंत्री बनाये जाने के बदले दी जमीन
सुशील कुमार मोदी के अनुसार, रघुनाथ झा को केंद्र में मंत्री बनाने के लिए लालू प्रसाद ने अपने दोनों बेटों के नाम गोपालगंज में उनकी तीन मंजिला मकान के साथ छह कट्ठा 18 धूर जमीन गिफ्ट करा लिया. 18 जून, 2005 को उस समय उनके नाबालिग पुत्रों को करोड़ों की संपत्ति गिफ्ट में मिली. इसके कुछ महीने बाद ही वे यूपीए सरकार में मंत्री बना दिये गये.
पांच मई, 2017 : गलत कागज पेश कर तेज प्रताप ने लिये पेट्रोल पंप
सुमो के अनुसार, गलत कागजों के आधार पर तेज प्रताप को पेट्रोल पंप आवंटित किया गया. स्वास्थ्य मंत्री तेज प्रताप यादव ने पटना के न्यू बाइपास पर बेऊर के पास गलत कागजों के आधार पर अधिकारियों की मिलीभगत से 2011 में भारत पेट्रोलियम का एक पेट्रोल पंप अपने नाम आवंटित करा लिया.
13 मई, 2017 : मीसा ने कंपनी बना कर बनायी 50 करोड़ की संपत्ति
सुमो ने इस दिन कहा कि साल 2002 में एक लाख की पूंजी लगाकर मीसा भारती 50 करोड़ की संपत्ति की मालिक बन बैठी. एक लाख की पूंजी से 2002 में लालू प्रसाद की बेटी मीसा भारती द्वारा प्रारंभ मिशेल पैकर्स 2005-06 में बंद हो गयी. उसी साल कंपनी ने 20 लाख में प्लांट और मशीन को बेच दिया. बंद पड़ी कंपनी मिशेल पैकर्स एंड प्रिंटर्स प्राइवेट लि. के 10 रुपये के शेयर को 100 रुपये में 25 अक्तूबर, 2008 को बेच कर 1 करोड़ 20 लाख अर्जित किये. ऊंची कीमतों के शेयर को खरीदने वाला सुरेंद्र जैन व वीरेंद्र जैन आठ हजार करोड़ के मनी लाउन्ड्रिंग के मामले में जेल में बंद हैं. 100 रुपये के शेयर को 11 माह के भीतर ही मीसा भारती ने वापस 10 रुपये में खरीद लिया. इस प्रकार लालू परिवार का एक करोड़ 20 लाख रुपया कालाधन वीरेंद्र जैन की कंपनी शालिनी के माध्यम से सफेद में बदलने का प्रयास किया. इस एक करोड़ 41 लाख रुपये से 2008-09 में दिल्ली के सबसे महंगे इलाके बिजवासन में 26 नं. पालम फार्म खरीदा गया. इस फार्म हाउस की कीमत आज करीब 50 करोड़ से ज्यादा होगी.
16 मई, 2017 : एक लाख में खरीदी कंपनी
सुमो के अनुसार, लालू प्रसाद की राज्यसभा सांसद पुत्री मीसा भारती ने हवाला आॅपरेटर विवेक नागपाल की कंपनी केएचके होल्डिंग प्राइवेट लि. को एक लाख में खरीद लिया. इस कंपनी में मीसा भारती के 9900 और उनके पति शैलेश कुमारके सौ शेयर हैं. आज इस कंपनी के पास दिल्ली में 50 करोड़ की जमीन है.
19 मई, 2017 : पर्यावरण मंत्रालय पर लगायी रोक
पटना के सगुना मोड़ में बन रहे राज्य के सबसे बड़े मॉल के निर्माण पर केंद्रीय पर्यावरण वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय ने तत्काल रोक लगा दी है. मंत्रालय की ओर से राज्य के वन एवं पर्यावरण मंत्रालय के प्रधान सचिव, राज्य प्रदूषण नियंत्रण पर्षद के सचिव और सिया के अध्यक्ष के भेजे पत्र में तत्काल निर्माण पर रोक लगाने का आदेश दिया गया है. आदेश की कापी मॉल का निर्माण करा रही मेरेडियन कंस्ट्रक्शन के सीएमडी राजद विधायक अबु दोजाना को भी भेजी गयी है. मॉल का निर्माण राज्य के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के स्वामित्ववाली जमीन पर हो रहा है. वहीं, राज्य प्रदूषण नियंत्रण पर्षद ने भी निर्माण पर रोक लगाने का निर्देश जारी किया है. सगुना मोड़ के पास राज्य के सबसे बड़े मॉल डिलाइट मॉल का निर्माण दानापुर के जलालपुर मौजा में हो रहा है. इसका बिल्ड अप एरिया 7.66 लाख वर्ग मीटर है. माल का निर्माण मेरेडियन कंस्ट्रक्शन नामक कंपनी करा रही है. मॉल निर्माण में पर्यावरण नियमों का उल्लंघन के मामले को लेकर भाजपा नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने 22 और 27 अप्रैल को केंद्रीय पर्यावरण और वन मंत्रालय को पत्र लिखा था. मोदी का आरोप है कि बिना सिया की अनुमति के इसका निर्माण हो रहा है.
22 मई, 2017 : सुशील कुमार मोदी ने दी चुनौती
भाजपा के वरिष्ठ नेता व पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने इस दिन कहा कि उपमुख्यमंत्री तेजस्वी, मंत्री तेजप्रताप व सांसद मीसा भारती में अगर हिम्मत है तो घोषणा करें कि दिल्ली स्थित न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी, बिजवासन, सैनिक फार्म, औरंगाबाद व पटना में निर्माणाधीन पेट्रोल पंप की बेनामी प्रापर्टी इनकी नहीं हैं, ताकि प्रर्वतन निदेशालय इन्हें जब्त कर सके. लालू प्रसाद को अपने उन लोगों से पूछना चाहिए कि उनके कितने ठिकानों पर छापा पड़ा, जिन्होंने इनके परिवार को खोखा कंपनियों के जरिये करोड़ों की बेनामी संपत्ति सौंपी है. मोदी ने कहा कि लालू प्रसाद को डिलाइट कंपनी और दो सौ करोड़ की जमीन देनेवाले प्रेमचंद गुप्ता और उनके बेटों गौरव गुप्ता व विशाल गुप्ता से पूछें कि उनके कितने ठिकानों पर छापेमारी हुई. दिल्ली की न्यू फ्रेन्ड्स कॉलोनी में 115 करोड़ की बेनामी संपत्ति देनेवाले अशोक बंथिया और सैनिक फार्म देनेवाले विवेक नागपाल तथा पटना में करोड़ों की जमीन देनेवाले ओमप्रकाश कत्याल से पूछना चाहिए कि उनके किन–किन ठिकानों पर आईटी ने छापेमारी की. मोदी ने कहा कि मीसा भारती को बिजवासन में फार्म हाउस देनेवाले जैन बंधु जोआठ हजार करोड़ की मनी लाउंड्रिंग के आरोप में जेल में बंद है और जिनके एक फार्म हाउस को इडी ने जब्त किया है, उनसे पूछना चाहिए कि उनके कितने ठिकानों पर आयकर ने छापा मारा.
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24 मई, 2017 : सुमो ने नीतीश कुमार से की जांच की मांग
भाजपा के वरिष्ठ नेता व पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने इस दिन कहा कि एमएलए हाउसिंग को-ऑपरेटिव पर राजद के लोग वर्षों से कब्जा बना रखा है. आवंटन में जो बड़े पैमाने पर धांधली हुई है, उस पर पर्दा डाला जा सके. उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से को-ऑपरेटिव की समिति को तत्काल भंग कर प्रशासक नियुक्त करने और आवंटन से संबंधित तमाम दस्तावेजों को सार्वजनिक करने की मांग की. मोदी ने कहा कि को-ऑपरेटिव के वर्तमान अध्यक्ष को अब तक के तमाम आवंटियों की सूची जारी करनी चाहिए और बताना चाहिए कि पटना में मकान रहते कितने लोगों को प्लॉट दिया गया. कितने को एक से अधिक प्लॉट दिया गया. किन-किन लोगों ने नियमों का उल्लंघन कर आवंटित प्लॉट का आवासीय के बजाय व्यावसायिक इस्तेमाल किया है. उन्होंने कहा कि 663 सदस्यों वाली को–आपरेटिव की 2015 की मतदाता सूची में मेरा नाम 384 वें क्रमांक पर है. आज तक मुझे और अन्य सैकड़ों सदस्यों को कभी किसी बैठक या चुनाव की सूचना नहीं दी गयी. मुट्ठी भर अपने चहेतों को बुला कर मनमाने तरीके से चुनाव करा लिया गया. लालू प्रसाद के चेहते जयप्रकाश नारायण यादव जोड़-तोड़ कर वर्षों से इस को-ऑपरेटिव के अध्यक्ष पद पर काबिज हैं. हाल में विधायक बने और लालू प्रसाद के वर्षों तक निजी सचिव व उनके तमाम जमीन घोटालों के गवाह रहे भोला यादव को इसका सचिव बना दिया गया है.
27 मई, 2017 : बोले सुमो, अब नीतीश करें फैसला
सुशील कुमार मोदी ने कहा कि नीतीश कुमार अब यह तय करें कि भ्रष्टाचार में आकंठ डूबे लोगों के साथ कब तक खड़े रहेंगे. वो क्या इन भ्रष्टाचारियों के साथ रह कर भ्रष्टाचार पर अंकुश लगा पायेंगे. मोदी ने कहा कि मीसा भारती की कंपनी के गिरफ्तार सीए राजेश अग्रवाल की डायरी के हवाले से एक चैनल ने खुलासा किया है कि लालू प्रसाद जब रेलमंत्री थे तो 8 हजार करोड़ की मनी लाउंड्रिंग के आरोप में जेल में बंद वीरेंद्र जैन व सुरेंद्र जैन की कंपनियों के जरिये मिशेल पैकर्स प्रा. लि. को बेनामी 60 लाख रुपये दिये गये थे.
30 मई, 2017 : लालू की है बेनामी संपत्ति
सुशील कुमार मोदी ने लालू प्रसाद पर फिर हमला बोलते हुए आरोप लगाया कि राजधानी के एमएलए को-ऑपरेटिव में लालू प्रसाद का नामी और बेनामी पांच प्लाट है. बिहार सांसद एवं विधान मंडलीय सदस्य सहकारी गृह निर्माण समिति में रेल मंत्री रहते लालू प्रसाद ने एक प्लॉट के रहने के बावजूद एक और प्लॉट लिखवा लिया, जो पूरी तरह से अवैध एवं गैरकानूनी हैं. मोदी ने कहा कि लालू प्रसाद ने लाखों की जमीन एमएलसी बनाने के एवज में मात्र 37 हजार रुपये में बादशाह आजाद से लिखवा लिया. लालू प्रसाद का प्लाट संख्या-207 से लेकर 211 तक कुल पांच प्लॉट पर व्यावहारिक रूप से कब्जा है. सहकारी समिति के वायलॉज में स्पष्ट प्रावधान है किसी भी सदस्य को एक से अधिक प्लॉट लेने की अनुमति नहीं दी जायेगी. उन्होंने गृह निर्माण समिति को अविलंब सुपरसीड करने को कहा है. साथ ही लीज के प्रावधानों एवं गृह सहकारी समिति के नियमों का उल्लंघन के दोषियों का प्लाॅट रद्द करने की मांग की. मोदी ने कहा कि जब सहकारी समिति के बायलॉज में में एक ही प्लाॅट का प्रावधान है, तो फिर रेल मंत्री एवं राबड़ी के मुख्यमंत्री पद का लाभ उठा कर उन्होंने एक और प्लाॅट 207 मात्र 37 हजार में बादशाह आजाद से कैसे लिखवा लिया. राबड़ी देवी ने मुख्यमंत्री के प्रभाव का इस्तेमाल कर सुधा श्रीवास्तव से प्लॉट नंबर-151 लिखवा लिया और फिर अब्दुलबारी सिद्दीकी से अदला-बदली के नाम पर प्लॉट नंबर 209 लिखवा लिया. लालू प्रसाद के बगल का एक और प्लॉट 210 सामुदायिक भवन के लिए खाली रखा गया था, उसे भी साधु यादव को दे दिया गया. ताकि, लालू परिवार लगातार पांच प्लाॅट का व्यवहारिक तौर पर इस्तेमाल कर सके. प्रेमचंद्र गुप्ता को भी एक प्लॉट 211 दिया गया. इस प्लॉट का निबंधन बिना आवंटन के हो गया. लालू प्रसाद के करीबी जयप्रकाश यादव ने समिति के अध्यक्ष पद का दुरूपयोग कर एक प्लॉट 222 रहते एक और और प्लॉट 223 भी लिखवा लिया. राज्य सरकार ने खास महल की यह जमीन केवल आवासीय इस्तेमाल के लिए दी थी. परंतु, लालू प्रसाद सहित अनेक लोग इसका व्यवसायिक इस्तेमाल कर रहे हैं. सहकारी समिति पर 95 प्रतिशत राजद का कब्जा है.
31 मई, 2017 : आवासीय प्लॉक का व्यावसायिक उपयोग हो रहा है
भाजपा के वरिष्ठ नेता व पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने आरोप लगाया कि लालू प्रसाद समेत दर्जनों लोग सांसद-विधायक सहकारी समिति से आवंटित आवासीय प्लॉट का व्यावसायिक दोहन कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि लालू प्रसाद जब रेलमंत्री थे, तब से उनके प्लॉट नंबर 208 में गृह मंत्रालय के सशस्त्र सीमा बल का जोनल पे एंड अकाउंट आफिस चल रहा है. 15 साल से नियमों की धज्जियां उड़ा कर लालू प्रसाद लाखों रुपये कमा रहे हैं. मोदी ने कहा है कि आवासीय प्लाॅट सरकारी जमीन पर हैं, इसलिए सहकारी समिति को भी एक से अधिक प्लॉट किसी को आवंटित या हस्तांतरित करने का अधिकार नहीं है. अगर कोई व्यक्ति आवंटित प्लॉट बेचना चाहता है, तो उसे अपना प्लॉट नियमानुसार सहकारी समिति को सरेंडर करना होगा, ताकि आवंटन की प्रतीक्षा करनेवालों को इसका लाभ दिया जा सके. जब प्लॉट के लिए 200 से ज्यादा विधायक प्रतीक्षा सूची में हैं, तब बादशाह आजाद ने समिति की मिलीभगत से लालू प्रसाद के पास पहले से प्लॉट रहते हुए मात्र 37 हजार रुपये में अपने प्लॉट का लीज उनके नाम कैसे ट्रांसफर करा दिया. इस लेन-देन के जरिये कालेधन को सफेद किया गया.
तीन जून, 2017 : जाप करा रहे हैं तेजप्रताप यादव
सुशील कुमार मोदी ने कहा कि करोड़ों की बेनामी संपत्ति, औरंगाबाद में जमीन की खरीद और पटना में पेट्रोल पंप के आवंटन के मामले में घिरे लालू प्रसाद के बड़े बेटे व राज्य के स्वास्थ्य मंत्री तेजप्रताप यादव अपने आवास पर ‘दुश्मन मारण जाप’करा रहे हैं. वास्तुविदों की सलाह पर तीन, देशरत्न स्थित आवास के मुख्य गेट को बंद कर तेज प्रताप पीछे के रास्ते से आवाजाही कर है. इसके कारण 50 वर्षों से वहां बसे दर्जनों झोपड़ियों को उजाड़ दिया गया है.
चार जून, 2017 : बड़ा बेटा सर्टिफिकेट में छोटा कैसे?
भाजपा के वरिष्ठ नेता व पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने ट्वीट कर कहा है कि नीतीश कुमार का यह कैसा सुशासन है. शपथ पत्र के अनुसार लालू प्रसाद के बड़े बेटे तेज प्रताप की उम्र 25 साल और छोटे भाई तेजस्वी की उम्र 26 साल है. जब छोटे भाई की उम्र बड़े भाई से अधिक है, तो और सरकार कोई कार्रवाई नहीं करती. फिर टाॅपर गणेश पर उम्र छिपाने को लेकर कार्रवाई क्यों की जा रही है.
10 जून, 2017 : सत्ता में बैठे लोग ही दे रहे हैं जानकारी
भाजपा के वरिष्ठ नेता व पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने दोहराया है कि सरकार में बैठे लोग ही उन्हें लालू प्रसाद की अवैध संपत्तियों की जानकारी दे रहे हैं. मोदी ने कहा कि मैं कागजात के साथ वही आरोप लगा रहा हूं, जो 2008 में शिवानंद तिवारी और ललन सिंह लगा चुके हैं. उस समय उनलोगों के पास हो सकता है कि उतने कागजात नहीं रहे हों. जदयू और सरकार में बैठे लोगों के अलावा आम आदमी भी कागजात व क्लू दे रहे हैं.
13 जून, 2017 : खलासी ने दान में दी जमीन
सुशील कुमार मोदी ने लालू परिवार पर नया आरोप लगाया है. मोदी ने कहा कि रेलवे के एक खलासी ने उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव की पांचवी बहन हेमा यादव को दान में 70 लाख की जमीन दी है. उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव के गृह जिले गोपालगंज के मीरगंज इटवा के रहनेवाले कोचिंग कंपलेक्स स्टोर राजेंद्रनगर, में कार्यरत खलासी हृदयानंद चौधरी ने हेमा यादव को अपनी संपत्ति दान कर दी. यह सुखद संयोग है कि जिस दिन ललन चौघरी ने उनको जमीन दान में दी उसी दिन 13 फरवरी, 2014 को ही हृदयानंद चौधरी ने भी जमीन दान कर दी. दान पत्र पर हेमा यादव का पता राबड़ी देवी के सरकारी आवास 10, सर्कुलर रोड, अंकित है. लालू प्रसाद के द्वारा 2005 में रेलमंत्री रहते चौधरी की नियुक्ति खलासी के पद पर रेलवे में हुई थी. लालू प्रसाद को जन्मदिन पर गिफ्ट में दो पुल मिला और तेजस्वी यादव की बहन को बिना जन्मदिन के ही 13 फरवरी, 2014 को एक साथ जमीन का दो-दो गिफ्ट मिल गया.
16 जून, 2017 : विधान परिषद कर्मी को छिपा कर रखा
भाजपा नेता सुशील कुमार मोदी ने कहा है कि राबड़ी देवी और हेमा यादव को करोड़ों की संपत्ति दान देने वाले जिस विधानपरिषद कर्मी ललन चौधरी को लालू प्रसाद और नीतीश कुमार के इशारे पर छुपा कर रखा गया था, उसे जब मीडिया ने खोज निकाला, तो खीझ में विधान परिषद के सुरक्षाकर्मियों ने पर सरकार ने गाज गिरा दी. ललन चौधरी को मीडिया के सामने लाने के बाद मीडियाकर्मियों के विधान परिषद में प्रवेश पर रोक लगा दी गयी थी, जिसे भाजपा के तीखे विरोध के बाद आज हटाया गया.
17 जून, 2017 : मुख्यमंत्री चाहते हैं सांप भी मर जाये, लाठी भी नहीं टूटे
पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा कि कालेधन और बेनामी संपत्ति के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग करनेवाले मुख्यमंत्री अवैध संपति का अंबार खड़ा करनेवाले अपने मंत्रियों तेज प्रताप और तेजस्वी यादव के खिलाफ कार्रवाई करने की हिम्मत क्यों नहीं जुटा रहे हैं. मुख्यमंत्री बताएं कि भ्रष्टाचार के खिलाफ उनकी जीरो टॉलरेंस की नीति का क्या हुआ. सरकार गिरने और कुर्सी जाने के डर से मुख्यमंत्री खुद कार्रवाई करने से बचते हुए चाहते हैं कि केंद्र कार्रवाई करे, ताकि सांप भी मर जाये और लाठी भी नहीं टूटे.
27 जून, 2017 : मुखौटा कंपनी पर कब्जा किया
महागठबंधन में चल रहे घमसान के बीच भाजपा के वरिष्ठ नेता व पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने लालू परिवार पर आरोप लगाया कि लालू प्रसाद के बेटे और राज्य के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने एक मुखौटा कंपनी फेयरग्रो होल्डिंग प्रा. लि. पर कब्जा कर लिया. इसी कंपनी के माध्यम से बेनामी संपत्ति खरीदी . उन्होंने कहा कि दरभंगा और हथुआ महाराज की तरह लालू प्रसाद को कितनी संपत्ति है, यह जानकारी लालू प्रसाद को नहीं है. यह जानकारी सिर्फ भोला यादव और शक्ति यादव को है. लालू प्रसाद सत्ता का संरक्षण लेकर अपने बेटों को बचाने में लगे हैं, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा. जल्द कानूनी कार्रवाई होगी.