मेयर के खिलाफ कानूनी लड़ाई पर रजनी गुट का यू-टर्न
पटना : मेयर सीता साहू को कानून के दरवाजे पर ले जाने की तैयारी कर रही रजनी देवी ने अब यू टर्न ले लिया है. वार्ड 22 सी की पार्षद व पूर्व मेयर प्रत्याशी रहीं रजनी देवी ने मेयर चुनाव में सही प्रक्रिया नहीं अपनाने को लेकर न्यायालय में चुनौती देने की घोषणा के बाद […]
पटना : मेयर सीता साहू को कानून के दरवाजे पर ले जाने की तैयारी कर रही रजनी देवी ने अब यू टर्न ले लिया है. वार्ड 22 सी की पार्षद व पूर्व मेयर प्रत्याशी रहीं रजनी देवी ने मेयर चुनाव में सही प्रक्रिया नहीं अपनाने को लेकर न्यायालय में चुनौती देने की घोषणा के बाद अब आनाकानी कर रही हैं. उनके प्रतिनिधि व देवर पप्पू ने बताया कि अभी तक केस फाइल नहीं किया गया है. अधिकांश कानूनविदों से राय लेने के बाद अब तक केस फाइल नहीं करने का ही निर्णय लिया गया है.
जानकारी के अनुसार अब मेयर को बोर्ड में घेरने की तैयारी चल रही है. मेयर अगर कोई भी प्रस्ताव लेकर आती हैं, तो उसकी वोटिंग कराने की मांग की जायेगी और बहुमत के आधार पर उनकी योजनाओं को गिरा दिया जायेगा.
एक सप्ताह पहले ही की थी घोषणा
लगभग एक सप्ताह पहले रजनी गुट ने मेयर के खिलाफ न्यायालय में जाने की घोषणा की थी. इसमें कहा गया था कि मेयर चुनाव प्रक्रिया में क्रमांक के आधार पर रजनी का नाम आगे रखना चाहिए, जबकि सीता साहू का नाम आगे रखा गया. वहीं मेयर चुनाव के बाद तुरंत परिणाम की घोषणा कर दी गयी. इस कारण डिप्टी मेयर का परिणाम प्रभावित हुआ था. इस मामले को लेकर सब जज के कोर्ट में गुहार लगाने की अपील की जाने की तैयारी की गयी थी.
अब दो वर्ष के बाद ही आयेगा अविश्वास प्रस्ताव : अब मेयर की कुर दो वर्ष तक सुरक्षित है. दो वर्ष बाद ही मेयर के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव आयेगा. मेयर हारती हैं, तो फिर से चुनाव होगा. नहीं हारती हैं तो फिर एक वर्ष के बाद अविश्वास प्रस्ताव लाने का प्रावधान है.