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मीसा भारती मामला : इडी जिस मामले की कर रही जांच, उसके अन्य सभी अभियुक्त हैं जेल में
इडी मीसा भारती पर चल रहे जिस मामले कर रही जांच, उसके अन्य सभी अभियुक्त हैं जेल में पटना : इडी का सांसद मीसा भारती और उसके पति शैलेश कुमार पर लगातार शिकंजा कसता जा रहा है. छापेमारी के अगले दिन पति फिर खुद उन्हें समन जारी कर बुलाया गया और सवालों के जवाब मांगे […]
इडी मीसा भारती पर चल रहे जिस मामले कर रही जांच, उसके अन्य सभी अभियुक्त हैं जेल में
पटना : इडी का सांसद मीसा भारती और उसके पति शैलेश कुमार पर लगातार शिकंजा कसता जा रहा है. छापेमारी के अगले दिन पति फिर खुद उन्हें समन जारी कर बुलाया गया और सवालों के जवाब मांगे गये.
पहले समन में पति तो नहीं, लेकिन वे मंगलवार को स्वयं पेश हुईं और इडी के पूछे करीब 35 सवालों के जवाब लिखित में दिये. इडी ने उनसे इसे लेकर एक क्वेशचनायेर (सवालों का समूह) भरवाया है. इसमें उनसे सभी जवाबों को लिखित रूप में लिया गया है. ताकि बाद में किसी तरह की दुविधा नहीं हो. लिखित जवाब देने और अन्य पूछताछ में करीब चार घंटे का समय लगा. सबसे दिलचस्प बात है कि जैन बंधु से जुड़े जिस पीएमएलए (प्रीवेंशन ऑफ मनी लांड्रिंग एक्ट) मामले में उनके खिलाफ जांच चल रही है.
उस मामले में वीरेंद्र जैन, सुरेंद्र जैन, विवेक नागपाल, इनके सीए राजेश अग्रवाल समेत जितने भी लोग प्रमुख रूप से अभियुक्त बनाये गये हैं. वह सभी वर्तमान में जेल में हैं. इडी ने उनके खिलाफ पीएमएलए में कार्रवाई करते हुए उन्हें जेल भेज दिया है. सिर्फ मीसा भारती और उनका पति ही इस मामले के आरोपियों की सूची में वे शख्स हैं, जो बाहर हैं. इस मामले में सभी आरोपियों के जेल जाने से इस बात की पूरी संभावना बनती जा रही है कि मीसा और उनके पति के साथ भी ऐसा ही कुछ हो सकता है. अब तक की जांच भी इसी तरफ जा रही है.
रिमांड पर पूछताछ से खुलासा
इस केस में उस समय बेहद अहम मोड़ आया, जब सीए राजेश अग्रवाल को गिरफ्तार किया गया. राजेश ने ही मीसा के तमाम काले धन और उनकी कंपनी के शेयर को आधार बनाकर की गयी करीब डेढ़ हजार करोड़ की ब्लैक मनी को व्हाइट बनाने के खेल को उजागर किया था.
इडी ने राजेश से दो बार रिमांड पर लेकर गहन पूछताछ की, जिसके बाद मीसा, उसके पति और उनकी कंपनी से जुड़े पूरे खेल का खुलासा हुआ. ब्लैक व्हाइट के इस खेल में मीसा को करोड़ों रुपये के बंगले और फॉर्म हाउस कमीशन के रूप में मिले थे, इसका भी खुलासा हुआ. इन तमाम खुलासों के बाद ही मीसा पर इडी का शिकंजा लगातार कसता चला जा रहा है. इस मामले में सिर्फ मीसा और उनके पति को ही जेल भेजना बचा हुआ है. शेष सभी अभियुक्त पहले ही जेल में हैं. पूरे मामले का खुलासा नोटबंदी के बाद जनवरी 2017 में हुआ था.
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