तेजस्वी ने इस तरह से अपने इस्तीफे की मांग को किया खारिज

पटना : होटल के बदले भूखंड मामले में सीबीआइ की प्राथमिकी को बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने षड्यंत्र, साजिश और झूठा एवं फर्जी आरोप बताकर एकतरह से अपने इस्तीफे की मांग खारिज कर दी. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में आज संपन्न राज्य मंत्रिपरिषद की बैठक के बाद तेजस्वी ने पत्रकारों से बातचीत में […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 12, 2017 9:01 PM

पटना : होटल के बदले भूखंड मामले में सीबीआइ की प्राथमिकी को बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने षड्यंत्र, साजिश और झूठा एवं फर्जी आरोप बताकर एकतरह से अपने इस्तीफे की मांग खारिज कर दी. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में आज संपन्न राज्य मंत्रिपरिषद की बैठक के बाद तेजस्वी ने पत्रकारों से बातचीत में कहा, ‘हमारी भ्रष्टाचार को लेकर शुरू से ही बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं करने की नीति रही है. आप हमारे कार्यकाल को देखेंगे तो पाएंगे कि उपमुख्यमंत्री रहते हुए जो तीन विभाग मेरे पास हैं, कोई उंगली नहीं उठा सकता है हमने कोई गलत काम किया हो.

सबसे अधिक सड़कों का विकास हमारे कार्यकाल में हुआ
तेजस्वी यादव ने आगे कहा हमारा कार्यकाल बिहार की गरीब, शोषित और अल्पसंख्यक सहित सभी लोगों के लिए समर्पण भाव के साथ रहा और बिना धर्म और जाति देखे हुए हमने सभी के लिए कार्य किया. उन्होंने कहा कि पथ निर्माण मंत्री रहते हुए मैंने जो काम किया है सबसे अधिक सड़कों का विकास हमारे कार्यकाल में हुआ.

राजनीतिक विद्वेष के तहत हुई प्राथमिकी
तेजस्वी ने कहा, ‘मैं 28 साल की उम्र में ही इतना काम कर पाउंगा इसका अंदाजा हमारे विरोधयों को नहीं था और यह जो प्राथमिकी हुई है यह राजनीतिक विद्वेष के तहत भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा षडयंत्र करके करायी गयी है. ये लोग शुरू से ही महागठबंधन सरकार को तोड़ने के प्रयास में लगे रहे हैं. हमें और बदनाम करने के प्रयास में रहे हैं और केवल हमें ही नहीं बल्कि पूरे बिहार को बदनाम करने का इनलोगों ने प्रयास किया है.’

हम पिछड़े परिवार से आते है, इस बात की दी जा रही सजा
उपमुख्यमंत्री ने कहा ‘हमने गरीबों, किसानों और मजदूरों और नौजवान की बात की तथा रोजगार देने की बात की. प्रधानमंत्री से अपने वादे को निभाने की बात की. इस बात की हमें सजा दी जा रही है क्योंकि हम पिछड़े परिवार से आते हैं. तेजस्वी ने कहा, ‘हमने ईमानदारी के साथ बिहार की मेहनत करके तरक्की करने की बात की इसलिए हमारे खिलाफ षड्यंत्र रचा जा रहा है.’

13-14 साल की उम्र का बच्चा क्या घोटाला करेगा
तेजस्वी ने कहा, ‘हमारी जो छवि रही है और हमने जो लगातार काम किया उससे ये लोग भयभीत हो गए हैं.’ उन्होंने कहा, ‘आप ये देखिए कि जब हम बड़े हो गए. हमारे पास सत्ता, पावर और मंत्रालय आया तब हमने कोई गलत काम नहीं किया और 13-14 साल की उम्र का बच्चा क्या राजनीतिक षड्यंत्र करके घोटाला और गलत काम करेगा.’ उन्होंने कहा, ‘जब मेरी मूंछ भी नहीं आयी थी तो क्या मैंने कोई गलत काम किया होगा.’

हम जनता के बीच जाएंगे, महागठबंधन अटूट
अपने बड़े भाई और बिहार के स्वास्थ्य मंत्री तेजप्रताप की उपस्थिति में पत्रकारों से बाचीत करते हुए तेजस्वी ने कहा, ‘यह षडयंत्र, साजिश और झूठा और फर्जी आरोप है. हम जनता के बीच जाएंगे. बिहार की जनता ने हमें चुनकर भेजा. जनादेश का हम आदर करते हैं. अपनी बातों को जनता के बीच रखेंगे. बिहार की जनता और नौजवान हमारे साथ खड़े हैं. भाजपा को आने वाले समय में मूंहतोड़ जवाब देंगे. अमित शाह और नरेंद्र मोदी जी को बता देंगे, बिहार ही नहीं जबतक देश से भाजपा का सफाया नहीं कर देते हम दम नहीं लेने वाले हैं.’ उन्होंने कहा कि महागठबंधन अटूट है. अटूट रहेगा और चलता रहेगा.

मीडिया पर आरोप
तेजस्वी ने मीडिया पर प्रहार करते हुए कहा, ‘भाजपा की मानसिकता वाले कुछ मीडिया, कई ‘गुंडे’ जो मीडिया में आ गए हैं, उनको गठबंधन नहीं टूट पाने से निराशा हो रही है.’ लालू प्रसाद के रेल मंत्रित्वकाल के दौरान 2004 में रांची और पूरी स्थित आइआरसीटीसी के दो होटलों का लाइसेंस निर्गत किए जाने के बदले लालू के परिवार को तीन एकड़ भूखंड दिए जाने के मामले में तेजस्वी यादव, लालू प्रसाद, राबडी देवी और पांच अन्य का नाम आने के मद्देनजर गत शुक्रवार को लालू के आवास सहित सीबीआइ द्वारा 12 ठिकानों पर छापेमारी के बाद करीब पांच दिनों तक चुप रही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जदयू ने तेजस्वी से उनपर लगे आरोपों के बारे में पूर्ण तथ्यों के साथ जनता की अदालत के बीच जाने को कहा था पर राजद प्रदेश अध्यक्ष रामचंद्र पूर्वे सहित पार्टी के अन्य नेताओं ने कहा था कि तेजस्वी के इस्तीफा का कहीं कोई प्रश्न ही नहीं उठता.

वैशाली मेंविरोध-प्रदर्शन, रेल लाइन जाम
राजद नेताओं के बयान के बाद अब फिर से गेंद जदयू के पाले में चली गयी कि अब वह इस बारे में क्या निर्णय लेती है. इस बीच सीबीआइ सहित अन्य केंद्रीय एजेंसियों द्वारा लालू प्रसाद और उनके परिवार के खिलाफ कार्रवाई के खिलाफ ‘कृष्ण सेना’ नामक एक संगठन के कार्यकर्ताओं ने वैशाली जिले में रेल लाइन आज जाम कर दी. पूर्व मध्य रेल के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी राजेश कुमार ने बताया कि आंदोलनकारियों ने आज सुबह 11:15 से 11:50 हाजीपुर रेलवे स्टेशन पर प्रदर्शन किया जिसे रेलवे सुरक्षा बल के जवानों हटा दिया. उन्होंने बताया कि इस प्रदर्शन के कारण दो ट्रेनों का परिचालन प्रभावित हुआ.

कृष्ण सेना के ये कार्यकर्ता अपनी पेशानी पर पीला रीबन बांधे हुए थे. भगवान कृष्ण को यादव समुदाय अपनी जाति और पूर्वज मानता है और लालू प्रसाद उसी समुदाय से आते हैं.

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